प्रतापगढ़ पुलिस लगातार कर रही है, घटनाओं का खुलासा, अपराध पर भी पाया है, नियंत्रण
अंतु पुलिस के हत्थे चढ़े दो लुटेरे... |
पीड़ित रमा शंकर विश्वकर्मा पुत्र मोहन विश्वकर्मा निवासी- बढ़ईपुर पूरब गांव, थाना- अंतू, जनपद प्रतापगढ़ द्वारा थाना- अंतू पर यह सूचना दी गई कि दिनांक- 17.09.2021 को वह पश्चिम गांव स्थित अपनी लकड़ी की दुकान पर जा रहे थे, तभी रास्ते में दो अज्ञात व्यक्तियों द्वारा उन्हे रोककर उनसे मारपीट की गई व उनके 3200/- रूपये छीनकर भाग गये। इस सूचना पर थाना अंतू पर मु0अ0सं0- 379/2021 धारा- 394 भादंवि का अभियोग पंजीकृत किया गया। दो अभियुक्तों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बताया कि घटना कारित करने वाले शेष अभियुक्तों को भी चिह्नित कर लिया गया है। जल्द ही उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी। गिरफ्तारी हेतु गठित पुलिस टीम में उप निरीक्षक शंभूनाथ साहनी, आरक्षी नवीन गौतम, आरक्षी बृज मोहन चौधरी मय हमराह थाना कोहड़ौर नगर जनपद प्रतापगढ़ रहे।
पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ द्वारा उक्त घटना के शीघ्र अनावरण व अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु सम्बन्धित को कड़े निर्देश दिये गये थे। इसी क्रम में आज दिनांक- 19.09.2021 को थाना- अंतू के उप निरीक्षक शंभूनाथ साहनी मय हमराह द्वारा मुखबिर खास की सूचना पर घटना में प्रयुक्त मोटर साइकिल की पहचान के आधार पर उक्त घटना में संलिप्त 2 अभियुक्तों को थाना- क्षेत्र के चौरा मोड़ के पास से गिरफ्तार कर उनके कब्जे से लूट के 1700/- रूपये, एक अदद मोबाइल, लूट का एक अदद फोन व घटना में प्रयुक्त एक अदद मोटर साइकिल बरामद किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों में वीरेन्द्र वर्मा उर्फ वीरू पुत्र राकेश वर्मा, निवासी- ग्राम छतरपुर जोरई, थाना- अंतू एवं वेद प्रकाश विश्वकर्मा पुत्र स्व0 राम विश्वकर्मा, निवासी- बढ़ईपुर, पूरब गांव, थाना- अंतू, जनपद- प्रतापगढ़ हैं।
गिरफ्तार अभियुक्त वेद प्रकाश विश्वकर्मा उपरोक्त ने पूछताछ में बताया कि मैंने वीरेन्द्र वर्मा उपरोक्त से कहा था कि तुम मेरी सौतेली मां के लड़के व नाती जो कि हरियाणा में रहते हैं। इस समय गांव आए हुए हैं, उन्हे अपनी मोटर साइकिल से जहां वे कहें वहां लेकर चले जाओ। मुझे ऐसा लगा था कि मेरे गांव के रमा शंकर विश्वकर्मा जो कि पश्चिम गांव में लकड़ी की दुकान चलाते हैं, उनके पास 2-3 लाख रूपये होंगे। इसी कारण से मैंने अपनी सौतेली मां के लड़के व नाती को दिनांक- 17.09.2021 को रमां शंकर विश्वकर्मा से लूट करने के लिये वीरेन्द्र वर्मा के साथ उसकी मोटर साइकिल से भेजा था व उन लोगों के द्वारा घटना कारित की गई थी, लेकिन रमा शंकर के पास से सिर्फ 3200/- रूपये ही मिले थे एवं वे लोग उसका मोबाइल भी उठा लाए थे, जो मेरे पास से बरामद हुआ है।
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