योगी राज में जितने अधिक पुलिस मुठभेड़ में दुर्दांत अपराधियों को मारने का कार्य हुआ,शायद ही किसी और सरकार में हुआ हो, फिर भी अपराध पर नियंत्रण न हो पाना यह दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती मुलायम सिंह यादव की सरकार में जो माफियाराज स्थापित हुआ,उसकी जड़े बहुत लम्बी हो गई हैं,जिन्हें काटना इतना आसान नहीं रह गया है...
हरीश पासवान के खिलाफ हत्या, लूट व रंगदारी मांगने के कई मुकदमे यूपी के विभिन्न जनपदों के अलावा झारखंड व छत्तीसगढ़ में कुल करीब 35मुकदमे दर्ज हैं, हरीश पासवान हाल ही में जेल से छूटने के बाद पूर्व जिला पंचायत सदस्य की हत्या कर फरार चल रहा था...
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बलिया में यू पी एसटीएफ टीम से मुठभेड़ के दौरान हरीश पासवान हुआ ढेर... |
यूपी एसटीएफ की मुठभेड़ में वाराणसी से 1 लाख का इनामी बदमाश बिहार के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन का शार्प शूटर हरीश पासवान मारा गया। एसटीएफ के DSP डीके शाही की टीम ने इनामी बदमाश को मुठभेड़ में मारा गया। बलिया जिले में मारा गया इनामी बदमाश 30 से अधिक आपराधिक मामले उसके ऊपर पर दर्ज थे। मूल रुप से बलिया के हल्दी थाना क्षेत्र के बाबूबेल निवासी हरीश पासवान के खिलाफ बैरिया पुलिस ने 7 जुलाई को जिला पंचायत के पूर्व सदस्य जलेसर की हत्या में धारा- 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया था। इस हत्याकांड के बाद से उसकी पुलिस लगातार तलाश कर रही थी।
लम्बे समय से अपराध की दुनिया में सक्रिय शार्प शूटर हरीश पासवान पर दर्जनों संगीन मुकदमा दर्ज थे। पुलिस के अनुसार हरीश पासवान अंतर्रार्ज्यीय बदमाश रहा। उसके खिलाफ बलिया के अलावा झारखंड व छत्तीसगढ़ में करीब 35 मुकदमें दर्ज हैं। इसमें हत्या के आधा दर्जन मुकदमे हैं। सूत्रों के अनुसार हरीश पासवान के खिलाफ पहला मुकदमा लूट सहित अन्य आरोपों में वर्ष- 2004 में दर्ज किया गया था। पिछले दिनों हरीश पासवान ने अपने साथियों के साथ मिलकर नगर पंचायत बैरिया पश्चिम टोला निवासी जलेश्वर सिंह उर्फ बलवीर सिंह की हत्या कर दी थी। इस वारदात के बाद से हरीश फरार चल रहा था। हरीश पासवान बिहार के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन का शार्प शूटर में से एक है।
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