आदत, बाई और हरजाई इसकी नहीं है कोई दवाई, कांग्रेस प्रदेशध्यक्ष सिद्धू की किस्मत में ठोंको ताली ही लिखा है, इसलिए सिद्धू चन्नी की अभिब्यक्ति पर ताली ठोंकने से नहीं आये बाज और यहाँ भी ठोंक दी ताली...
![]() |
मुख्यमंत्री बनते ही चरणजीत सिंह "चन्नी" ने केंद्र से की कृषि कानून वापस लेने की मांग... |
पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तुरंत बाद चरणजीत सिंह एक्शन मोड में आ गए हैं। चन्नी ने अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ही केंद्र सरकार से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की है। चन्नी ने बताया है कि उन्हें कांग्रेस हाईकमान की ओर से 18 मुद्दों की लिस्ट मिली है, जिन्हें वह अपने बाकी कार्यकाल में ही पूरा करेंगे। सीएम बनते ही चन्नी ने राज्य में किसानों के बकाया, पानी और बिजली के बिलों को माफ करने का बड़ा ऐलान किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में चन्नी के साथ हरीश रावत और नवजोत सिंह सिद्धू भी मौजूद थे। चन्नी ने अपनी बात की शुरुआत ही किसानों से की और कहा कि उनकी सरकार गरीबों की सरकार है और यह किसानों के साथ है।
चरणजीत सिंह "चन्नी" ने कहा कि किसान डूबा तो देश डूबेगा। किसान पर मैं कोई आंच नहीं आने दूंगा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार किसानों के संघर्ष में उनके साथ खड़ी होगी और राज्य में किसान को कमजोर नहीं होने दिया जाएगा। चन्नी का यह भी कहना है कि हम हर तरीके से किसानों का समर्थन करते हैं। अगर पंजाब के किसानों पर आंच आई तो गर्दन पेश कर दूंगा। चन्नी ने अपने भाषण में अमरिंदर सिंह का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, 'अमरिंदर सिंह ने बहुत अच्छा काम किया। हमारी पार्टी के वह नेता हैं। कांग्रेस हाईकमान और उनकी पार्टी की मुखिया सोनिया गाँधी ने मुझे 18 मुद्दे दिए हैं, जिन्हें बाकी कार्यकाल में पूरा किया जाएगा। उनके भरोसे को हम हर हाल में कायम रखेंगे। केंद्र की मोदी सरकार से चरणजीत सिंह "चन्नी" ने अपील किया है कि कृषि कानूनों को वापस लिया जाए। किसानों की बातों को सुना जाए। क्योंकि किसान देश का अन्नदाता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें