रेप केस में सांसद अतुल राय की मदद करने और उससे दुखी होकर रेप पीड़िता की आत्महत्या करने के बाद पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर की हुई है,गिरफ्तारी
पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को घसीट कर ले जाती लखनऊ पुलिस... |
लखनऊ। पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ वर्ष- 2022 में विधानसभा लड़ने के घोषणा की थी, उसी समय से योगी सरकार की नजर में अमिताभ ठाकुर किरकिरी बन गए थे। आज ही अमिताभ ठाकुर ने नए राजनीतिक दल बनाने की घोषणा की थी। सहयोगियों और मित्रों से अमिताभ ठाकुर ने सुझाव मांगा था। नाम और संगठन को लेकर सहयोगियों से सुझाव भी मांगे थे। नई पार्टी के गठन की घोषणा के बाद अमिताभ ठाकुर के घर के बाहर पुलिस का पहरा लगा दिया गया। अमिताभ ठाकुर को एक बार फिर से पहले घर में ही नजरबंद कर दिया गया और शाम होते-होते जबरन उन्हें हजरतगंज की पुलिस उठा ले गई।
मीडिया से बात करते पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर... |
चर्चित पूर्व आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर शुक्रवार को लखनऊ पुलिस जबरन गिरफ्तार कर घसीटते हुए हजरतगंज उठा ले गई। अमिताभ ठाकुर पर मुख्तार अंसारी के कहने पर रेप के आरोपी सांसद अतुल राय को बचाने के लिए आपराधिक षड्यंत्र रचने का आरोप है। दरअसल, अतुल राय पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता ने 16 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के बाहर अपने दोस्त के साथ खुद को आग लगाकर आत्महत्या की कोशिश की थी। इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। दोनों ने मौत से पहले कोर्ट के बाहर आत्महत्या करने से पहले फेसबुक लाइव भी किया था। फेसबुक लाइव में पीड़िता और उसके दोस्त ने एसएसपी अमित पाठक, सीओ अमरेश सिंह, दरोगा संजय राय और उनके बेटे विवेक राय, पूर्व आईजी पर भी उत्पीड़न का आरोप लगाया था। पीड़िता ने अमिताभ ठाकुर पर भी आरोप लगाए थे।
एसआईटी जांच के आधार पर हुई कार्रवाई
सीएम योगी आदित्यनाथ की पुलिस और पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर के बीच सम्बन्धों में लगातार खटास बढ़ता जा रहा है। बताया जा रहा है कि अमिताभ ठाकुर को एसआईटी जांच की रिपोर्ट के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। रेप पीड़िता ने मुख्तार अंसारी के कहने पर रेप के आरोपी अतुल राय को बचाने के लिए आपराधिक षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया था। पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर पुलिस की गाड़ी में बैठने से इनकार कर रहे थे। अमिताभ ठाकुर को शुक्रवार को जब पुलिस पकड़ने पहुंची, तो वे गाड़ी में बैठने से इनकार कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें जबरन गाड़ी में बैठाया। वे पुलिस अधिकारियों से एफआईआर दिखाने की मांग कर रहे थे। परन्तु पुलिस कुछ सुनने को तैयार नहीं थी। अमिताभ ठाकुर की पत्नी नूतन ठाकुर जो सामाजिक कार्यकर्ता और हाईकोर्ट अधिवक्ता भी हैं, वो लगातार पुलिस की जोर जबरदस्ती करने की वीडियों बना रही थी, परन्तु योगी जी की पुलिस पर उसका कोई असर नहीं पड़ रहा था।
जेल में बंद हैं,सांसद अतुल राय
अतुल राय घोसी से बसपा के सांसद हैं। वर्ष-2019 लोकसभा चुनावों के दौरान ही उन पर रेप का आरोप लगा था।अतुल राय को जेल जाना पड़ा। हालांकि रेप के आरोपों के बाद भी वे चुनाव जीत गए थे। अतुल राय यूपी के नैनी जेल में बंद हैं। उन्हें जमानत नहीं मिली है। पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर कई बार सुर्खियों में रहे हैं। सूत्रों की माने तो पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर गिरफ्तार कर हजरतगंज कोतवाली को ले गई है। रेप पीड़िता की आत्महत्या के मामले में अमिताभ ठाकुर की गिरफ्तारी हुई। पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर 3 दिनों से हाउस अरेस्टेड थे। अमिताभ ठाकुर ने कुछ दिन पहले दावा किया था कि वह वहीं से चुनाव लड़ेंगे जहाँ से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधानसभा चुनाव-2022 लड़ेंगे।
अमिताभ ठाकुर हुए गिरफ्तार पीड़िता ने खुदकुशी के पहले अमिताभ ठाकुर, मुख्तार अंसारी और अतुल राय के रिश्तों का खुलासा पीड़िता ने लगाया था आरोप कि अमिताभ ठाकुर ने रचा था पूरा षडयंत्र नूतन ठाकुर पर भी पीड़िता ने खुदकुशी के पहले एक विडियो जारी कर आरोप लगाया था। आरोपों की जाँच SIT से कराई गई तो जाँच में भी पीड़िता के आरोप सही निकले। जाँच में अमिताभ ठाकुर और नूतन ठाकुर के मुख्तार अंसारी और अतुल राय के साथ करीबी संबंध निकल आ रहे हैं। मुख्तार अंसारी के कहने पर ही अमिताभ ठाकुर ने अतुल राय की मदद की थी और रेप पीड़िता की पूरी केस को बिगाड़ कर रख दिया। रेप पीड़िता थक हारकर न्याय में अपनी कमजोरी मानकर खुद को सुप्रीम कोर्ट के सामने पेट्रोल छिड़ककर आग के हवाले कर लिया था और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।
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