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गुरुवार, 19 अगस्त 2021

पार्वती हॉस्पिटल प्रयागराज की तरफ से दो तरह के दावे से कशिश मौर्य की मौत का और गहराया राज़...

खबर लिखने के बाद कहीं बचाव में तो पार्वती हॉस्पिटल की तरफ से लामा की कार्यवाही के कागजात तैयार करके तो नहीं किया जा रहा है,अपना बचाव...!!! 


पार्वती हॉस्पिटल प्रयागराज में कशिश मौर्य के इलाज के दौरान की तस्वीर...

प्रयागराज के पार्वती हॉस्पिटल में प्रतापगढ़ के जिंदा युवक को मृत घोषित करने के मामले में नया मोड़ आ गया है। खबर लिखे जाने के बाद पार्वती हॉस्पिटल प्रयागराज की तरफ से सम्पर्क कर बताया गया कि कशिश मौर्य का इलाज पार्वती हॉस्पिटल में हुआ था, परन्तु पार्वती हॉस्पिटल प्रयागराज की तरफ से कशिश मौर्य के मृत होने की पुष्टि को सिरे से खारिज कर दिया है। कशिश मौर्य को वेंटिलेटर पर रखकर इलाज किया जा रहा था और वेंटिलेटर पर से हटाने के बाद उसके जीवन को खतरा उत्पन्न होने के सभी पहलुओं से कशिश मौर्य के परिजनों को समझाया गया, परन्तु कशिश मौर्य के परिजन प्रयागराज के पार्वती हॉस्पिटल से कशिश मौर्य को Lama (Leave Against Medical Advice) लामा यानि चिकित्सा सलाह के खिलाफ छुट्टी लेकर अपने मरीज को पार्वती हॉस्पिटल प्रयागराज से जीवित दशा में निकाल ले गए उसके बाद क्या हुआ इसकी जानकारी पार्वती हॉस्पिटल को नहीं है


लामा की कार्यवाही का पत्र...

इधर मरीज कशिश मौर्य जो महज 15 वर्ष का रहा, उसकी मौत के बाद उसके परिजन बदहवास दशा में हैं। कुछ कह पाने में असमर्थता जता रहे हैं। मृतक कशिश मौर्य के परिजनों का कहना है कि उसका तो सबकुछ लुट गया अब उसके पास बोलने के लिए कुछ बचा ही नहीं। मृतक कशिश मौर्य के पिता कमलेश मौर्य की दशा देखकर तरस आ रहा था, उसकी बैटन से ऐसा एहसास हो रहा था कि उसका धन भी गया और धर्म भी चला गया। उसके जीवन में हमेशा के लिए अँधेरा छा गया है। कशिश की अंतेष्टि करने के बाद वह कुछ कह पाने की स्थिति में नहीं दिख रहा है। एक पिता के लिए यह दिन सबसे कष्टकारी और दुखदायी होता है कि उसके सामने उसके बेटे की मौत हो जाए और वह उसका क्रिया कर्म करे। फिल्म शोले में जब एक अंधे पिता के सामने उसके बेटे का शव आता है तो वह आहट से उसे पहचान लेता है और बातों बातों में यह नसीहत भी दे देता है कि इस धरती पर सबसे बड़ा बोझ यदि है तो वह है बाप के कंधे पर बेटे का जनाजा 


कशिश मौर्य के सम्बन्ध में मृत्यु के सामने सही का निशान लगाने से संदेह गहराया...

इन सबके अतिरिक्त कुछ कागजात मीडिया के हाथ लगे हैं, जिसे देखकर लगता है कि कशिश मौर्य के इलाज से लेकर उसकी मौत के बीच दाल में कुछ काला जरुर है क्योंकि पार्वती हॉस्पिटल की तरफ से दिनांक-17/08/2021 को लामा का पत्र प्रेषित कर अपना बचाव करने का प्रयास किया गया कि कशिश मौर्य की मौत पार्वती हॉस्पिटल में नहीं हुई थी। परिजनों ने पार्वती हॉस्पिटल से कशिश मौर्य को Lama (Leave Against Medical Advice) लामा यानि चिकित्सा सलाह के खिलाफ छुट्टी लेकर चले गए थे। परन्तु मृतक कशिश मौर्य के परिजनों के यहाँ से जो साक्ष्य मिला वह चौकाने वाला रहा पार्वती हॉस्पिटल से कशिश मौर्य के मृतक होने की पुष्टि भी पार्वती हॉस्पिटल के उसी लेटरपैड पर जारी हुआ जिस लेटरपैड पर लामा भरने का दावा किया गया है। दोनों बातें सही नहीं हो सकती। इतना तो स्पष्ट हो चुका है कि या तो लामा की बात सही है अथवा मृत्यु वाले कालम के सामने टिक लगाने वाली बात सही है दोनों दावे पार्वती हॉस्पिटल के लेटरपैड पर किये गए हैं सच क्या है ये हम पाठकों के ऊपर छोड़ देते हैं कि वह तय करें कि पार्वती हॉस्पिटल की कौन सी बात सही है...???  


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