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सोमवार, 30 अगस्त 2021

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के शैक्षिक योग्यता का विवाद अभी खत्म नहीं हो पाया था कि लुटियन जोन में राष्ट्रपति भवन के पास करोड़ों रूपये के मकान खरीदने के विवाद में फंसते दिख रहे हैं, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य

दिल्ली के लुटियंस जोन में तीन सौ करोड़ रुपये से अधिक कीमत अदा करके उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने खरीदा राष्ट्रपति भवन के पास आशियाना


परिवार सहित डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी...

केंद्र और प्रदेश की योगी सरकार भ्रष्टाचार पर बड़े-बड़े दावे किये, परन्तु जिस तरह से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य विगत पाँच वर्ष में पद पर रहते हुए धन संग्रह किया और उससे अपना साम्राज्य कौशाम्बी, प्रयागराज, लखनऊ से लेकर राजधानी दिल्ली तक जो खड़ा किया उस पर सवाल खड़ा करता है राजधानी दिल्ली में लुटियन जोन सबसे महंगा और पॉस इलाका माना गया है। ऊपर से यदि राष्ट्रपति भवन के पास का इलाका हो तो बात ही दूसरी हो जाती हैडिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के राजधानी दिल्ली में लुटियन जोन में खरीदे गए मकान की चारों तरफ चर्चा हो रही है। क्योंकि राष्ट्रपति भवन के पास मकान खरीदना सबके बस की बात नही है। आज तक राष्ट्रीय पार्टियों के बड़े नेताओं ने भी लुटियन जोन में मकान खरीदने की हिम्मत नहीं जुटा सका।

सूबे में विधान सभा-2022 को होने में अभी छः माह शेष है, परन्तु दबी जुबान से इस बात की चर्चा है कि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के पास आखिर कहां से आई इतनी संपत्ति ? लोकायुक्त उत्तर प्रदेश से जांच की मांग उठने लगी है।मूलतः कौशांबी जनपद के रहने वाले डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य आजकल सुर्खियों में बने हुए हैं। एक तरफ जहां उनकी शैक्षिक योग्यता वाली डिग्री को लेकर मुकदमा चल रहा है। वही कौशांबी के कसिया स्थित पेट्रोल पम्प में दिये गए लाइसेंस में हलफनामा का मामला भी तूल पकड़ रहा है। अभी यह मामला ठंडा भी नहीं हुआ है कि एक नया मामला दिल्ली राष्ट्रपति भवन के पास लुटियन जोन में लगभग 300 करोड़ रूपये का मकान खरीदे जाने की चर्चा जोर पकड़ रही है। भाजपा की योगी सरकार में केशव प्रसाद मौर्य को अब समाजवादी पार्टी की अखिलेश यादव सरकार में शिवपाल यादव के नजरिये से देखने लगे हैं

बता दें कि दिल्ली लुटियंस जोन में फिरोजशाह रोड पर खरीदे गए उस मकान में अक्सर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य जब भी दिल्ली जाते हैं तो केंद्रीय मंत्रियों से मिलने के बाद अपने आवास पर रुकते हैं और वहीं पर अपने लोगों से गोपनीय तरीके से मिलना जुलना भी करते हैं। यह बातें चर्चा का विषय बन गई है। सूत्रों की माने तो आज तक बड़े-बड़े नेताओं ने लुटियंस जोन राष्ट्रपति भवन के आसपास मकान नहीं खरीद पाए हैं, वहीं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद का मकान होना सुर्खियों में है। इनके पास कहां से अकूत संपत्ति आई यह यक्ष प्रश्न है ? ईमानदारी की पाढ़ पढ़ाने वाली देश की इकलौती मोदी सरकार देश की जनता को समझा सकेगी कि उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के यहाँ कब ईडी प्रवर्तन सहित आयकर विभाग की जाँच विंग का छापा कब पड़ेगा ?

मिली जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश चुनावों की तैयारियों और गोपनीय मुलाकातों के लिए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने लुटियंस दिल्ली की फिरोजशाह रोड पर अपना नया ठिकाना खोज लिया है। त्तर प्रदेश चुनावों की तैयारियों और गोपनीय मुलाकातों के लिए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने लुटियंस दिल्ली की फिरोजशाह रोड पर अपना नया ठिकाना खोज लिया है। अब जब मौर्य दिल्ली आते हैं तो राष्ट्रीय नेतृत्व और केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात के बाद यूपी सदन में नहीं ठहरते बल्कि अपने निजी आवास पर ही रुकते हैं। उन्होंने अपने इस नए घर में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मेल मुलाकात करने के साथ ही गोपनीय बैठकें करना भी शुरू कर दिया है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की पहले की माली हालत सबको पता है। फिर भी भाजपा शीर्ष नेतृत्व और आरएसएस के पदाधिकारी चुप हैं। अभी यही भाजपा विपक्ष में होती तो इतना विधवा विलाप करती कि लोग देखते रह जाते
जानकारी के अनुसार, 24 और 25 अगस्त को उपमुख्यमंत्री दो दिनों के प्रवास पर दिल्ली पहुंचे थे। इन दिनों में उन्होंने राष्ट्रीय नेतृत्व के अलावा कई केंद्रीय मंत्रियों से भी मुलाकात की। इस दौरान वे उत्तर प्रदेश के कई नेताओं से मुलाकात के लिए चाणक्यपुरी स्थित यूपी सदन भी पहुंचे, लेकिन रात नहीं गुजारी। लोगों से मिलने-जुलने के बाद वे अपने निजी आवास पर ही ठहरे। इसके पहले जब भी डिप्टी सीएम मौर्या दिल्ली प्रवास पर आते थे तो सभी कार्यक्रम खत्म होने के बाद यूपी सदन में ही रुकते थे। मौर्या अफसरों की बैठक हो या फिर कार्यकर्ताओं से मिलना सब कुछ यूपी सदन में ही करते थे। इसके बाद वे सीधे राजधानी लखनऊ के लिए रवाना हो जाते थे। देश के पीएम मोदी और सूबे के सीएम योगी पर तो भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लग पाया, परन्तु योगी कैबिनेट में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पर लगातार आरोप लगते रहे हैं। भाजपा और योगी के लिए केशव प्रसाद मौर्य विधान सभा चुनाव-2022 के लिए कहीं अभिशाप न बन जाएं

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