15अगस्त को कुंडा पुलिस ने लॉकअप में की थी,युवक की बर्बरतापूर्वक पिटाई से शर्मसार हुई खाकी, ढूढ़े नहीं मिल रहा पुलिस को जवाब...!!!
जब देश 75स्वतंत्रता दिवस के जश्न में डूबा था तो प्रतापगढ़ की कुंडा पुलिस अंग्रेजों के जमाने की याद ताजा कर रही थी, बिना किसी अपराध के ही कुंडा पुलिस एक युवक को थाने उठा लाई और उसको डंडों से ऐसे पीटा कि युवक का तोड़ डाला हाथ...!!!
कुंडा पुलिस की बर्बरतापूर्ण पिटाई से प्रमोद कुमार पटेल का टूटा हाथ...
प्रतापगढ़। स्वतंत्रता दिवस के दिन रिश्तेदारी जा रहे वाहन के इंतजार में खड़े युवक को कुंडा पुलिस थाने उठा ले गई और उसको डंडों से इतना मारा कि युवक का हाथ ही टूट गया। सिर पर चोट लगने की वजह से युवक बार-बार बेहोश हो जा रहा है। इतना ही नहीं पुलिस ने युवक को बिना इलाज कराए ही उसके परिजनों को सौंप दिया।महेशगंज थाना क्षेत्र के फतूहाबाद गांव का रहने वाला प्रमोद कुमार पटेल (25 वर्ष) पुत्र राम कुमार पटेल उत्तराखंड में प्लबरिंग का काम करता है। पीड़ित युवक 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के दिन वह अपने रिश्तेदार के यहां जा रहा था। हीरागंज बाजार से वह किसी वाहन से खेमीपुर तक पहुँचा और वहां खड़े होकर आगे जाने के लिए किसी वाहन का इंतजार करने लगा। खेमीपुर के पास युवाओं द्वारा तिरंगा यात्रा निकाली गई थी। आरोप है कि तिरंगा यात्रा में जमकर अराजकता की जा रही थी।
सूचना पर कुंडा पुलिस मौके पर पहुँच गई और युवाओं को पकड़कर थाने उठाकर ले जाने लगी तथा लाठियां भी भांज दी। जिससे भगदड़ मच गई। वहीं पर वाहन का इंतजार कर रहे प्रमोद कुमार पटेल को भी कुंडा पुलिस अपने गाड़ी में लाद ले गई और मौके पर से ही उसकी जमकर लात-घूसों और डंडों से पिटाई करना शुरू कर दी। प्रमोद अपनी सफाई में चिल्लाता रहा, लेकिन हैवान बनी कुंडा पुलिस उसकी जमकर पिटाई करती रही। रास्ते भर मारने के बाद पुलिस उसको थाने उठा ले गई और दर्जनों पुलिस वाले उसके ऊपर चढ़कर उसकी जमकर पिटाई करने लगे। प्रमोद को पुलिस वालों ने इतना मारा कि उसका हांथ टूट गया। पीड़ित प्रमोद पुलिस वालों से सच्चाई बताकर रहम की भीख मांगता रहा लेकिन हैवान बनी पुलिस ने मानवता को तार-तार करते हुए उसको इतना मारा कि वह थाने में ही बेहोश हो गया।
कुंडा कोतवाली जहाँ 15अगस्त के दिन युवक की पिटाई करके गुलामी की याद ताजा कर दी... |
सिर पर गम्भीर चोटों के कारण वह अब भी बार -बार बेहोश हो जा रहा है। इतना ही नही बेरहम खाकी ने उसका इलाज तक नहीं कराया, महज चेहरे का मेडिकल कराकर उसको उसके परिजनों को सौप दिया। प्रमोद ने बताया कि थाने में खुद सीओ बैठे थे और पुलिस उसकी पिटाई कर रही थी। अब इलाज के लिए प्रमोद अस्पताल और न्याय के लिए अधिकारियों का चक्कर लगा रहा है। इस संबंध में सीओ कुंडा अर्जुन सिंह ने बताया कि पुलिस द्वारा किसी युवक की पिटाई नहीं की गई है। जिस युवक की बात हो रही है उसे जब पुलिस ने छोड़ा था उसके शरीर पर किसी तरह की कोई चोट नहीं थी। अब किसकी बात सही मानी जाए ? युवक और उसके परिजन का आरोप है कि कुंडा पुलिस ने उसे बिना किसी गलती और अपराध के ही जमकर पिटाई की है और वह बार-बार बेहोश हो जा रहा है। जबकि पुलिस पिटाई की घटना को सिरे से खारिज कर दे रही है।
➤कुंडा से विश्वदीपक त्रिपाठी की रिपोर्ट...
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