मनीष पाल पर लगते रहे पार्टी विरोधी गतिविधि में कार्य करने के आरोप, रानीगंज विधानसभा में बसपा उम्मीदवार मामा नरेन्द्र पाल के चुनाव में भी लगा था, आरोप
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सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ मनीष पाल... |
प्रतापगढ़। मनीष पाल (Manish Pal) ने समाजवादी पार्टी प्रतापगढ़ के जिला मीडिया प्रभारी पद से इस्तीफा दे दिया है। त्याग पत्र में तो मनीष पाल ने इस्तीफे के पीछे निजी जीवन की व्यस्तता को कारण बताया है। परन्तु हकीकत कुछ और है। मनीष पाल पर पार्टी के अंदर इस बात का विरोध चल रहा था कि वह सुषमा पाल जो सदर विधानसभा प्रतापगढ़ से समाजवादी पार्टी से टिकट मांग रही हैं, उनके लिए मनीष पाल मीडिया प्रभारी पद पर रहते हुए उनका प्रेस विज्ञप्ति आदि में अधिक महत्व देते हैं। उनका सोशल मीडिया पर भी प्रमोशन करते हैंइस बात की शिकायत सदर विधानसभा के अन्य उम्मीदवारों ने जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव से की तो जिलाध्यक्ष ने उस शिकायत के मद्देनजर मीडिया प्रभारी से पूँछताँछ की, जिससे मनीष पाल को ठेस पहुँचा। मनीष पाल ने बताया कि वह जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव से मीडिया प्रभरी पद से हटाने के लिए मौखिक रूप से कहा था, परन्तु न हटाने पर उन्होंने स्वतः त्याग पत्र देने का निर्णय लिया।
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जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव और मनीष पाल... |
मनीष पाल ने अपने त्यागपत्र में हवाला दिया है कि वह पिछले 13 वर्षों से पार्टी में सक्रिय हैं, आगे भी वे पार्टी में बने रहेंगे, परन्तु वर्ष- 2017 में मुलायम सिंह यूथ ब्रिग्रेड में महासचिव पद पर रहते हुए अपने मामा नरेन्द्र पाल जो बसपा से रानीगंज विधानसभा का चुनाव लड़ रहे थे तो मनीष पाल ने पार्टी के प्रति गद्दारी करते हुए मामा नरेंद्र पाल के लिए पर्दे के पीछे से कार्य करने का आरोप समाजवादी पार्टी के पदाधिकारियों ने उस समय लगाना शुरू किया जब मनीष पाल के भाई आशीष पाल की गोली मारकर हत्या हो गई थी। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद का चेक पार्टी के प्रतिनिधि मंडल द्वारा मनीष पाल के माता जी को दिया था तो समाजवादी पार्टी में ही कई नेता ने इसका विरोध किया था कि मनीष पाल तो बसपा उम्मीदवार अपने सगे मामा नरेंद्र पाल के चुनाव में सहभागी थे, इसलिए उन्हें यह हक नहीं मिलना चाहिए।
मीडिया प्रभारी पद से मनीष पाल का त्याग पत्र...
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