चुनाव नजदीक आते-आते लॉकडाउन उल्लंघन करने के खिलाफ ब्यापारियों के खिलाफ दर्ज मुकदमें भी योगी सरकार वोटबैंक की लालच में ले सकती है,वापस...!!!
यूपी में वीकेंड लॉकडाउन में शनिवार को खत्म कर अब सिर्फ रविवार साप्ताहिक बंदी रखने का जारी हो सकता है, निर्देश ! अफसरों को गाइड लाइन जारी करने का सीएम योगी ने सुनाया फरमान...!!!
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लोकभवन में टीम-9 और सीएम योगी मीटिंग करते हुए... |
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना के हालत पर नियंत्रण को देखते हुए शनिवार और रविवार की बंदी में छूट दिए जाने की संभावना है। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने इससे संबंधित गृह विभाग को विस्तृत गाइड लाइन जारी करने का निर्देश दिया हैं। लेकिन सीएम योगी ने कहा कि सभी जगहों पर कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन कराया जाए और कहीं भी अनावश्यक भीड़ न हो। पुलिस की पेट्रोलिंग जारी रहे। नवीन व्यवस्था के संबंध में समुचित दिशा-निर्देश जारी किया जाएं। देश और प्रदेश के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा सबसे अधिक कोरोना संक्रमण काल में कोविड-19 के लिए बनाई गई गाइडलाइन की धज्जियाँ उड़ाई गई। पूरे कोरोना संक्रमण काल में इन पर कोई नियम कानून प्रभावी नहीं रहा। सारे नियम-कानून तो जनता के लिए बनाये जाते हैं और नेताओं को उसके ऊपर रखा जाता है।
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उ प्र में अंतिम सांस में वीकेंड लॉकडाउन... |
सीएम योगी बुधवार टीम-9 के साथ प्रदेश में कोरोना के हालात पर समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर पर मजबूत नियंत्रण बना हुआ है। सीएम योगी ने कहा कि अलीगढ़, अमेठी, चित्रकूट, एटा, फिरोजाबाद, गोंडा, हाथरस, कासगंज, पीलीभीत, प्रतापगढ़, शामली और सोनभद्र में कोविड का एक भी मरीज नहीं है। ये जनपद आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं। औसतन हर दिन ढाई लाख से अधिक टेस्ट हो रहे हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 बनी हुई है और रिकवरी दर 98.6 फीसदी है। सीएम योगी ने कहा कि पिछले 24 घंटे में हुई 2 लाख 39 हजार 909 सैम्पल की टेस्टिंग में 59 जिलों में संक्रमण का एक भी नया मामला सामने नहीं आया हैं, जबकि 16 जिलों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। स्वास्थ्य विभाग पूरे कोरोना काल में आकड़ों से खेलता रहा। स्वास्थ्य विभाग के 90 फीसदी आकड़ें फेंक रहे और तो और कोरोना से मरने वाले आकड़ें में तो ऐसा खेल खेला गया जो भूला ही नहीं जा सकता। वह तो कदापि नहीं भूलेंगे जिनके यहाँ से लोग कोरोना संक्रमण काल में मौत के मुँह में समा गए।
शनिवार का वीकेंड लॉकडाउन हुआ खत्म...
मौजूदा समय में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या महज 505 रह गई है। यह अतिरिक्त सतर्कता और सावधानी बरतने का समय है। थोड़ी सी लापरवाही बड़ी समस्या बन सकती है। मुख्यमंत्री ने जीएसटी संग्रह में वृद्धि के लिए विशेष प्रयास करने के लिए कार्ययोजना बनाकर उस पर अमल का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि जीएसटी के तहत अधिक से अधिक व्यापारियों का पंजीकरण किया जाए। निवेशकों और उद्यमियों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जाए। इनकी समस्याओं का समयबद्ध ढंग से समाधान किया जाए। उद्यमियों की सुगमतापूर्वक स्थापना से प्रदेश लाभान्वित होगा और युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे। मुख्यमंत्री खुद उद्योग बंधु की बैठक कर उद्यमियों से संवाद करेंगे। कोरोना संक्रमण काम में मेडिकल लाइन के ब्यवसाय को छोड़कर सारे ब्यवसाय ध्वस्त हो गए। अब चुनाव सिर पर है तो सरकार को उद्ममियों की चिंता सताने लगी है। कोरोना संक्रमण काल ने देश और प्रदेश की तरक्की को कम से कम 10 वर्ष पीछे ढकेल दिया है।
योगी सरकार साप्ताहिक बंदी में छूट देने की तैयारी में अफसरों को गाइड लाइन जारी करने का निर्देश दिया।बताया जा रहा है कि आर्थिक गतिविधियों को पूरी तरह पटरी पर लाकर अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए ये कदम उठाए गए हैं। सरकार को अंदेशा है कि पितृपक्ष और मलमास की वजह से सितंबर-अक्तूबर में बाजार में डिमांड और भी कमजोर पड़ सकती है। इससे पटरी पर आती आर्थिक गतिविधियों को एक बार फिर झटका लग सकता है। सरकार ने आर्थिक गतिविधियों को किसी भी स्थिति में पीछे न जाने देने और आगे बढ़ाने की रणनीति पर बढ़ने का संदेश दे दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ ही आर्थिक गतिविधियों को तेजी से बढ़ाया जाए। मुख्यमंत्री जी, सबसे पहले किसी को जागरूक करने की जरुरत है तो राजनीतिक दलों के नेताओं और उनके अंध भक्तों एवं समर्थकों को है। जून माह से ढील दी गई और माह जुलाई से कोरोना संक्रमण काल सिर्फ नाम का रह गया है। सिर्फ कागज पर वीकेंड लॉकडाउन बनाये रखा गया और धरातल पर सबकुछ खोल दिया गया था।
‘दो गज की दूरी और मास्क है, जरूरी’ के प्रति लोगों को विशेष रूप से जागरूक करते हुए आर्थिक गतिविधियां संचालित कराई जाएं। प्रदेश सरकार ने राज्य स्तर पर रविवार की साप्ताहिक बंदी समाप्त करते हुए बाजारों की साप्ताहिक बंदी की पुरानी व्यवस्था लागू कर दी है। कंटेनमेंट जोन को छोड़कर अन्य स्थानों पर सभी होटल व रेस्टोरेंट का संचालन भी शुरू किया जाएगा। इस दौरान कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के सभी मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को लोक भवन में उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा के दौरान ये निर्देश दिए। पूरे कोरोना संक्रमण काल में यदि नुकसान का वास्तविक आंकलन इमानदारी से किया जाये तो सबसे अधिक नुकसान बच्चों की पढ़ाई का हुआ है जो किसी भी दशा में उसकी कहीं से वापसी नहीं है। पूरे दो वर्ष बच्चों को शिक्षा से दूर रखा गया और उनका कैरियर पूरी तरह से चौपट हो गया। सबकुछ खुला, परन्तु शिक्षण संस्थान नहीं खुले। हर जगह से कोरोना भाग गया, परन्तु शिक्षण संस्थाओं में कोरोना कुंडली मारकर बैठ गया है। ऐसा प्रत्येक जागरूक अभिभावक कह रहे हैं। हाँ, वही अभिभावक खुश हैं जिनके बच्चे बिना परीक्षा दिए 99 फीसदी अंक प्राप्त कर लिए हैं।
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