मान्धाता ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी पर विराजमान होकर स्वयंभू ब्लॉक प्रमुख बनने वाला अशफाक अहमद का कायम है, जलवा...!!!
जिला प्रशासन प्रतापगढ़ जानबूझकर बना हुआ है,अनजान ! गांधी के तीन बंदर बनकर सबकुछ जानते व देखते हुए चुप रहने में समझता है, अपनी भलाई...!!!
चुनाव जीतने के बाद फजीहत करवाने में लगे मान्धाता ब्लाक प्रमुख इसरार अहमद के भाई अशफाक अहमद।पंचायती राज विभाग, उत्तर प्रदेश की अधिसूचना के बाद राज्य निर्वाचन आयोग, उत्तर प्रदेश ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का विगुल फूंक दिया और सूबे में पहले प्रधान, बीडीसी और डीडीसी का चुनाव संपन्न कराया।तत्पश्चात जिला पंचायत अध्यक्ष पद और ब्लॉक प्रमुख पद का चुनाव कराकर आयोग अपने दायित्वों से इतिश्री कर लिया और पंचायती राज, उत्तर प्रदेश शासन ने सभी पंचायत प्रतिनिधियों को उनके पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। अभी शपथ लिए एक पखवारा भी नहीं बीता कि पद और गोपनीयता की शपथ लेने वाले किनारे हो गए और उनकी कुर्सी पर वह लोग विराजमान हो गए जो पाँच साल तक मलाई काटेंगे।
मान्धाता ब्लाक प्रमुख पद पर की कुर्सी पर इसरार अहमद निर्वाचित हुए और वही पद और गोपनीयता की शपथ भी लिए, परन्तु शपथ के कुछ दिन बाद ही मान्धाता ब्लाक प्रमुख की कुर्सी पर उनका भाई अशफाक अहमद विराजमान हो गए थे तो उसकी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। अभी वह विवाद खत्म नहीं हो पाया था कि बीते सोमवार को एक नई तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होना शुरू हुई, इस बार ब्लॉक प्रमुख इसरार अहमद का भाई अशफाक अहमद जिसमें वह स्वयंभू ब्लॉक प्रमुख मान्धाता बन बैठा। सावन के पवित्र माह पर बधाई देने के प्रेजेंटेशन में स्वयं को स्वयं ब्लॉक प्रमुख घोषित करके सोशल मीडिया पर किए हैं, अपनी तस्वीर पोस्ट। स्वयंभू ब्लॉक प्रमुख मान्धाता अशफाक अहमद के समर्थक भी किए हैं, स्वयंभू ब्लॉक प्रमुख असफाक अहमद की फोटो वायरल। यह वही अशफाक अहमद हैं, जो अभी बीते शपथ ग्रहण समारोह के बाद ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी पर बैठकर करीबियों के साथ बैठक कर बना रहे थे, भौकाल।
आखिर ऐसे स्वयंभू ब्लॉक प्रमुख के विरुद्ध जिला प्रशासन कार्यवाही करने के बजाय चुप्पी साधकर बैठा हुआ है। स्वयं ब्लॉक प्रमुख न बन पाने पर अशफाक अहमद बीते दिनों ब्लॉक प्रमुख मान्धाता इसरार अहमद की कुर्सी पर विराजमान होकर स्वयं को ब्लॉक प्रमुख मान्धाता घोषित करके वाहवाहियां बटोर रहे हैं। जनपद के मान्धाता ब्लॉक प्रमुख पद पर इसरार अहमद निर्वाचित हुए और प्रमुख पद और गोपनीयता की शपथ लिए तो उनकी कुर्सी और पदनाम से उनका भाई अशफाक अहमद स्वयंभू ब्लॉक प्रमुख मान्धाता कैसे बन सकता है ? बीते सोमवार को अशफाक अहमद स्वयं को मान्धाता ब्लॉक प्रमुख बताकर सोशल मीडिया पर क्षेत्रवासियों को बधाई दे हैं। अब देखना यह है कि प्रशासन ऐसे स्वयंभू ब्लॉक प्रमुख अशफाक अहमद को सबक सिखाता है अथवा उसे ऐसा करने के लिए चुप रहता है।
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