प्रतापगढ़ पुलिस अधीक्षकों ने बनाया ट्रेंड,जब छुट्टी जा रहे हैं तो वह वापस नहीं आ रहे हैं...!!!
13जुलाई, 2021की देर शाम प्रतापगढ़ पहुँचकर पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने लिया चार्ज, अधीनस्थों ने स्वागत में भेंट किये गुलदस्ते...!!!
बेखौफ अपराधियों ने भी बनाया है,ट्रेंड ! नवागन्तुक पुलिस अधीक्षक के आते ही गोली दागकर बड़ी वारदात को देते हैं,अंजाम ! बेखौफ बदमाशों की खुली चुनौती से आजिज आ चुके हैं,बेल्हा के कप्तान...
प्रतापगढ़। कानून ब्यवस्था को चुस्त दुरुस्त रखने के लिए योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री की शपथ लेते ही दावा किया था कि सूबे में अपराधियों की खैर नहीं। अपराधी या तो जेल में रहेंगे अथवा प्रदेश छोड़कर भाग जायेंगे। परन्तु मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का यह दावा खोखला साबित हुआ। उत्तर प्रदेश के 75 जिले में एक जिला प्रतापगढ़ है, यहाँ साढ़े 4 साल के कार्यकाल में 14 पुलिस अधीक्षक बदले गए और अधिकतर पुलिस अधीक्षक जब प्रतापगढ़ ज्वाइनिंग करने आते हैं तो उन्हें गोली दागकर सलामी दी जाती रही।
आईपीएस सतपाल अंतिल के तवादले की खबर के साथ ही कोतवाली नगर में मीराभवन के पास एक ई-रिक्शा चालक को अज्ञात बदमाशों ने इसलिए गोली मार दी, क्योंकि उसने अपना किराया माँग लिया था। संयोग से सतपाल अंतिल उस चार्ज लेने नहीं आये, परन्तु ये सन्देश प्रतापगढ़ के बेखौफ अपराधियों ने नवागन्तुक पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल को देने में संकोच नहीं किये। प्रतापगढ़ में दो बातों का ट्रेंड बनता जा रहा है। पहला ट्रेंड जब कोई पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ में तैनात किया जाता है तो प्रतापगढ़ के बेखौफ अपराधियों द्वारा उन्हें सलामी के रूप में गोली दागकर घटना बड़ी घटना को अंजाम दिया जाता है। दूसरा ट्रेंड जब पुलिस अधीक्षक छुट्टी जा रहे हैं तो वह वापस नहीं आ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में मंगलवार 13 जुलाई, 2021 की देर शाम पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने कार्यभार संभाल लिया। सतपाल अंतिल इसके पहले प्रतापगढ़ जिले के पड़ोसी जनपद फतेहपुर में पुलिस अधीक्षक पद पर तैनात रहे। उन्हें फतेहपुर से प्रतापगढ़ का पुलिस अधीक्षक बनाकर भेजा गया है। 3 दिसम्बर, 2020 को पुलिस अधीक्षक फतेहपुर का चार्ज संभाले थे। पुलिस अधीक्षक के पद पर फतेहपुर में सतपाल अंतिल बेतरीन कार्य करते हुए अपना छः साल का कार्यकाल पूर्ण किया। तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल के बेतरीन प्रदर्शन को देखते हुए सबसे अधिक चुनौती वाले जनपद में कप्तानी करने के लिए उन्हें प्रतापगढ़ पोस्ट किया गया है।
प्रतापगढ़ में पुलिस अधीक्षक रहे आकाश तोमर पिछले कुछ महीनों से अलग-अलग समय पर चिकित्सा अवकाश पर चल रहे थे। वर्तमान में भी वह चिकित्सा अवकाश पर गए थे। इसी बीच उन्हें यहां से हटाकर पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश के कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया है। निष्पक्ष और ईमानदार छवि के आईपीएस अधिकारी आकाश तोमर के सम्बन्ध में यह बातें सामने आने लगी थी कि वह भी लगातार बीमारी का बहाना बनाकर छुट्टी ले रहे हैं, इससे ऐसा प्रतीत होता है कि आकाश तोमर को प्रतापगढ़ में कप्तानी करना रास नहीं आ रहा है। इसलिए वह चिकित्सकीय अवकाश लेकर समय काट रहे हैं। आकाश तोमर प्रतापगढ़ जिले में अधिक दिनों तक नहीं रह पायेंगे।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान आकाश तोमर ने प्रतापगढ़ जिले में शराब माफियाओं के साथ बड़ी कार्यवाही करके तहलका मचा दिया था, जिससे शराब माफियाओं की कमर टूट गई गई थी। तब से ही यह आशंका जाहिर होने लगी थी कि प्रतापगढ़ में शराब माफियाओं के सिंडिकेट द्वारा हर हथकंडा अपनाकर आकाश तोमर को हटने के लिए मजबूर करेंगे। इसके बाद पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी हो गई और प्रदेश में तवादला बंद हो गया। बिना दबाव के कार्य करने वाले आईपीएस अधिकारी आकाश तोमर पंचायत चुनाव में भी सत्ता पक्ष के लोगों का दबाव स्वीकार नहीं किया।
मऊ पुलिस अधीक्षक पद से तवादले पर आये अनुराग आर्य भी सत्तापक्ष के नेताओं के आगे नहीं झुके और किसी के यहाँ दरबार लगाने से मना कर दिए और निष्पक्ष रहकर कार्य करना शुरू किया। प्रतापगढ़ के नेताओं को अनुराग आर्य का यह ब्यवहार पसंद न आया और उन्हें प्रतापगढ़ से जाने के लिए मजबूर किया गया। इसके बाद शिवहरी मीना आये तो उनके कार्यकाल में तो लूट, हत्या और डकैती इतनी हुई कि आईजी रेंज और एडीजी जोन तक प्रतापगढ़ आकर कैम्प करना पड़ा था। शिवहरी मीना छुट्टी गए तो वह भी वापस नहीं आये। वह भी वापस नहीं लौटे। छुट्टी जाने वाले तीसरे पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर रहे जो वापस नहीं लौटे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में सतपाल अंतिल 14वेंं पुलिस अधीक्षक के रूप में प्रतापगढ़ में तैनात हुए हैं। देखना है कि वह सत्ता पक्ष के भरोसे पर कितना खरा उतर पाते हैं और प्रतापगढ़ के लोगों के साथ किस तरह से न्याय कर पाते हैं...???
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