ब्लॉक प्रमुख पद पर नवनिर्वाचित प्रमुखों का कल होगा शपथग्रहण...
मंत्री मोती सिंह, प्रमोद कुमार और राजा भईया की तिकड़ी ने बचाई अपने विधान सभा की प्रमुख पद की सभी कुर्सियां। भाजपा युवा विधायक धीरज ओझा ने भी पूरी ताकत लगाकर रानीगंज विधानसभा क्षेत्र की दो प्रमुख पद शिवगढ़ और रानीगंज में भाजपा के घोषित उम्मीदवार को चुनाव जितवाकर अपना दबदबा बनाये रखने में हुए सफल...!!!
पंचायत चुनाव पर नेताओं के चाल, चेहरे और चरित्र पर जिले के वरिष्ठ कवि पंडित श्याम शंकर शुक्ल "श्याम जी" ने चार लाइन में सबकुछ कह दिया...
सूबे में कल नवनिर्वाचन ब्लॉक प्रमुखों का शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन है। प्रतापगढ़ में भी दिग्गजों ने अपने जिताये हुए प्रमुखों को शपथ दिलाने के वेताब हैं। प्रतापगढ़ के तीनों कथित दिग्गजों ने अपने-अपने क्षेत्र में प्रमुख पद पर अपने खास ब्यक्तियों को चुनाव जितवा कर अपनी लाज बचाई ली। तीनों कथित दिग्गजों की अपने विधानसभा से ऊपर कोई साख नहीं हैं। अपनी सीट बचाने के लिए एक दूसरे से गुप्त समझौता किया था। तभी एक दूसरे की विधानसभाओं में दखल नहीं दिया गया। जिला पंचायत और ब्लॉक प्रमुख पद का चुनाव दल का नहीं दबंगई का हो चुका है। ब्लॉक प्रमुख चुनाव के परिणाम ने कथित दिग्गज की सेटिंग की पोल खोल कर रख दी।
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प्रमुख पद के लिए निर्वाचन में अपना दल एस के दोनों विधायकों के साथ हो गई गणित... |
पट्टी विधानसभा की तीन सीट पर निर्विरोध और आसपुर देवसरा में सत्ता के बल पर ब्लॉक प्रमुख पद का चुनाव जीतने वाले मोती सिंह अपनी विधानसभा के बाहर एक भी सीट भाजपा की झोली में ला न सके। रानीगंज विधानसभा में भाजपा विधायक धीरज ओझा अपने स्वयं के परिश्रम से गौरा और शिवगढ़ ब्लॉक प्रमुख पद पर चुनाव जिता सके। लक्ष्मणपुर ब्लॉक प्रमुख पद पर भाजपा की उम्मीदवार प्रेमलता सिंह को निर्विरोध कराने में दिनेश सिंह दगैता ने अथक प्रयास करके तूफान सिंह का नामांकन वापस कराया तो प्रेमलता सिंह निर्विरोध निर्वाचित हो सकी। इसमें किसी भाजपाईयों का कोई सहयोग नहीं रहा।
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विधायक धीरज ओझा भी अपनी विधानसभा की दोनों ब्लॉक प्रमुख पद पर जमाया कब्जा... |
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में शासन सत्ता और स्थानीय स्तर पर हुई डील के मुताविक ही जनसत्ता दल सिर्फ अपने दो विधानसभा क्षेत्र कुंडा और बाबागंज की चार ब्लॉकों पर ही उम्मीदवार उतारे थे। 17 ब्लॉक में से रामपुरखास विधानसभा की तीन ब्लॉक प्रमुख पद पर जनसत्ता दल लोकतांत्रिक अपना उम्मीदवार इसलिये नहीं उतारा क्योंकि जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में कांग्रेस अपने 5 जिला पंचायत सदस्य के अतिरिक्त 7 जिला पंचायत सदस्य की ब्यवस्था कथित कांग्रेस दिग्गज प्रमोद कुमार एवं उनकी बेटी रामपुर खास की विधायक ने किया।
अब ये अलग बात थी कि 12 जिला पंचायत सदस्यों को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में उनके मत की कीमत का निर्धारण करके एकमुश्त धनराशि मंगा कर लायजनर की महती भूमिका का निर्वहन कथित दिग्गज नेता ने किया था। सूत्रों के मुताविक कथित दिग्गज नेता बदले में एकमुश्त धनराशि जिला पंचायत सदस्यों के लिए भेजे गए रुपये की ब्रीफकेस से कुछ लिया या नहीं यह कह पाना मुश्किल होगा। परन्तु धन देकर ही जिला पंचायत सदस्यों ने अपना मत जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए किया।
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