पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel Price Today) की कीमतों को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा ऐलान किया है। पेट्रोल, डीजल की कीमतों का निर्धारण वैश्विक बाजार में चल रहे रेट के आधार पर किया जाता है...!!!
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पेट्रोल और डीजल के लगातार दाम बढ़ रहे हैं और सरकार झूठ पर झूठ बोले जा रही है... |
देशभर में पेट्रोल और डीजल के लगातार बढ़ते दाम ने आमजन को काफी परेशान कर रखा है। हालांकि, पिछले 2 सप्ताह के तेल के दाम स्थिर है। इस बीच सरकार को हर तरफ से घेरा जा रहा है। विभिन्न पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में वृद्धि को लेकर विपक्ष के निशाने पर आई सरकार ने आज कहा कि पिछले 1 वर्ष में पेट्रोल और डीजल पर केन्द्रीय करों में कोई वृद्धि नहीं हुई है।
केंद्र सरकार के मंत्री भी संवैधानिक पदों पर बैठकर बोला करते हैं,झूठ...
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पिछले 1 वर्ष में पेट्रोल और डीजल पर केन्द्रीय करों में कोई वृद्धि नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल के खुदरा बिक्री मूल्यों में हुई वृद्धि उच्च अंतरराष्ट्रीय उत्पाद मूल्यों तथा विभिन्न राज्यों सरकारों द्वारा वसूले गए वैट में वृद्धि के चलते आधार मूल्य में वृद्धि के कारण हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार कच्चे तेल, पेट्रोल और डीजल के अंतरराष्ट्रीय मूल्य में अस्थिरता से संबंधित मुद्दे को विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठा रही है।
एकसमान बनाए रखने के लिए नहीं है,कोई योजना...
लोकसभा में उदय प्रताप सिंह और रोडमल नागर के प्रश्न के लिखित उत्तर में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने यह जानकारी दी। सदस्यों ने पूछा था कि क्या सरकार पूरे देश में पेट्रोल एवं डीजल की कीमतों को एकसमान बनाये रखने के लिये कोई योजना तैयार कर रही है। इस पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, ‘‘ ऐसी कोई योजना सरकार के समक्ष विचाराधीन नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि पेट्रोल एवं डीजल के मूल्य, वैट (मूल्य वर्धित कर), स्थानीय वसूलियों जैसे घटकों के कारण विभिन्न बाजारों में अलग-अलग होते हैं।
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों को क्रमश: 26 जून, 2010 और 19 अक्टूबर, 2014 से बाजार निर्धारित बना दिया गया है। उसके बाद से सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियां अंतरराष्ट्रीय उत्पाद मूल्यों तथा अन्य बाजार दशाओं के आधार पर पेट्रोल और डीजल के मूल्य निर्धारण के संबंध में निर्णय लेती हैं। एक अन्य पूरक प्रश्न के उत्तर में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि साल 2010 से संप्रग सरकार के समय से ही पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार की कीमतों के आधार पर तय होती हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय उत्पाद शुल्क के रूप में 32 रूपये लिये जाते हैं और इसका उपयोग 80 करोड़ लोगों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत सहायता देने के अलावा लोगों को नि:शुल्क टीका लगाने, न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रदान करने और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि आदि में किया जाता है।
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