मंत्री पुत्र नंदन सिंह को मंगरौरा प्रमुख पद पर निर्विरोध निर्वाचित कराने के बाद गांजा तस्करी का आरोपी सरगना प्रमुख सोनू जायसवाल ने कंधे पर उठाकर लगाए जिन्दावाद के नारे...!!!
योगी सरकार के कैबिनट मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह अपने पुत्र नंदन सिंह के निर्विरोध निर्वाचित होने पर सभी समर्थकों व प्रधानों व बीडीसी सदस्यों को दी शुभकामनाएं...!!!
नंदन सिंह के निर्विरोध निर्वाचित होने पर समर्थकों ने माला पहनाकर कन्धों पर घुमाया... |
सत्ता का खूब दिखा रंग। आखिरकार कैबिनट मंत्री मोती सिंह के एकलौते पुत्र राजीव प्रताप उर्फ नंदन सिंह मंगरौरा विकास खण्ड के प्रमुख पद पर निर्विरोध निर्वाचित हो ही गए। इसके लिए पिता मोती सिंह अपनी सारी ताकत लगा दी और अखिलेश सिंह को एन-केन-प्रकारेण नामांकन करने से मना लिया। कैबिनट मंत्री मोती सिंह 1983 में मंगरौरा से ब्लॉक प्रमुख बनकर अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत किये थे। अपने पिता की भांति नंदन सिंह भी मंगरौरा ब्लॉक प्रमुख निर्विरोध निर्वाचित होकर वह भी अपने राजनीतिक जीवन की शुरुवात आज कर दिए।
समर्थकों के बीच कैबिनेट मंत्री मोती सिंह... |
कैबिनेट मंत्री मोती सिंह के पुत्र नंदन सिंह के नामांकन में काफी भीड़ थी, कुछ लोग तो दिखाने के लिए चले जाते हैं। नंदन सिंह निर्विरोध हो जायेंगे यह स्क्रिप्ट कुछ दिन पहले लखनऊ में कुँवर वीरेंद्र प्रताप सिंह की मध्यस्थता में तय हो गया था। जो कुछ बचा था वह कल राजपाल चौराहे पर कोतवाली नगर की पुलिस अखिलेश सिंह के पुत्र विशाल सिंह और उनके साथियों के वाहनों की सघन तलाशी ली और उनके सफाई गाड़ी से लकड़ी के बेंत पुलिस द्वारा बरामद किया गया। कोतवाली नगर की पुलिस सभी का शांति भंग के आशंका में चालान कर दिया और एसडीम सदर की कोर्ट से सभी ने जमानत ले लिया।
ग्राम्य विकास मंत्री के बेटे नंदन को ब्लॉक प्रमुख बनाने में सबसे अहम भूमिका मंत्री के अति करीबी मदाफरपुर प्रधान सोनू जायसवाल की रही। लगभग दो दर्जन से अधिक बीडीसी सदस्यों का विपिन उर्फ सोनू जायसवाल ने समर्थन दिलाया था। हालाँकि विपिन उर्फ सोनू जायसवाल वहीं हैं जो करोड़ों की गांजा तस्करी में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ अभिषेक सिंह ने उन्हें गांजा तस्करी का सरगना बताया था और मंत्री मोती सिंह सहित सांसद संगम लाल गुप्ता के साथ फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी और सबकी जमकर किरकिरी भी हुई थी।फिलहाल जिसके जो काम आ जाये वही उसका सबसे अजीज और करीबी कहा जाता है।
मंगरौरा ब्लॉक प्रमुख बनाने में भिवनी प्रधान अशोक सिंह, बरहा प्रधान अजय सिंह, परसंडा राजेश मौर्य, संतोष सिंह उतरास, राकेश सिंह नन्हे, द्वारा क्षेत्र के बीडीसी सदस्यों का समर्थन दिलाने में उपरोक्त लोगों की भी अहम भूमिका रही। मंत्री मोती सिंह बेटे नंदन सिंह के प्रमुख पद पर निर्विरोध हो जाने से गदगद दिखे। मंत्री मोती सिंह ने कहा कि 15 दिन में ब्लॉक में एक नए भवन का होगा निर्माण शुरू कराया जायेगा। पुराना भवन बहुत जर्जर और जीर्ण शीर्ण हो गया है। बिना ब्लॉक प्रमुख निर्वाचित हुए ही मंत्री मोती सिंह ने क्षेत्र पंचायत सदस्यों को अपने पक्ष में करने के लिए कई तरह की योजनाएं और क्षेत्र के विकास हेतु सौगातें भी दी। हालाँकि मंत्री मोती सिंह अन्य प्रमुख पद के उम्मीदवारों की तरह नगद धन देने की जहमत नहीं उठाये। मंत्री जी स्वभावतः सरकारी योजनाओं से ही बेटे नंदन सिंह को निर्विरोध निर्वाचन कराने में सफलता अर्जित कर ली।
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