भाजपा उम्मीदवार क्षमा सिंह के वाहन को पुलिस ने चेकिंग के लिए रोका तो जेठवारा थाने के एसओ पर भाजपा उम्मीदवार क्षमा सिंह ने लगाए जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के पक्ष में समर्थन करने का आरोप...!!!
सत्ताधारी दल की उम्मीदवार के धरने पर बैठने और मतदान के बहिष्कार से मचा हडकंप... |
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले हमेशा विवादों में रहा है। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए 3 जुलाई, 2021 शनिवार के दिन मतदान से पहले नया मामला सामने आ गया है। यहां भाजपा उम्मीदवार क्षमा सिंह और उनके पति भाजपा नेता पप्पन सिंह ने पुलिस पर उत्पीडन का आरोप लगाते हुए सड़क पर धरना दे दिया है। भाजपा उम्मीदवार क्षमा सिंह और उनके पति पप्पन सिंह का आरोप है कि वह लोग अपने समर्थकों के साथ जिला मुख्यालय आ रहे थे। रास्ते में थानाध्यक्ष जेठवारा ने उनकी गाडिय़ों को रोककर न केवल चेकिंग किया, बल्कि अभद्रता भी की। उसी समय जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भइया अपने वाहन के काफिले के साथ निकल रहे थे। पुलिस ने न तो उन्हें रोका और ना ही उनके वाहनों को चेक किया। भाजपा उम्मीदवार का आरोप है कि थानाध्यक्ष जेठवारा पूरी तरह से विपक्षियों की मदद कर रहे हैं। इस मुद्दे को लेकर वह प्रतापगढ़ मुख्यालय पहुंचने से पहले ही जेठवारा बढऩी मोड़ पर धरने पर बैठ गए हैं। इसकी जानकारी उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष पदाधिकारियों को भी दी है।
भाजपा उम्मीदवार क्षमा सिंह और उनके पति अभय प्रताप सिंह "पप्पन" का कहना है कि जिला प्रशासन प्रतापगढ़ जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में शुरू से ही दोहरा मापदंड अपना रहा है। जिला प्रशासन की भूमिका संदिग्ध है। प्रतापगढ़ का जिला प्रशासन जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के उम्मीदवार माधुरी पटेल के पक्ष में है और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष व कुंडा के बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह "राजा भईया" के साथ दुरभि संधि करके जिला पंचायत अध्यक्ष पद का सौदा कर लिया गया है। जेठवारा थानाध्यक्ष की इतनी हिम्मत नहीं है कि वह सत्ता पक्ष उम्मीदवार की तलाशी ले और उनसे अभद्रता करे। यह कार्य बिना जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के इशारे के नहीं किया गया। यदि तलाशी लेनी है तो सब उम्मीदवार की लेनी थी। जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह "राजा भईया" और उनके दल के उम्मीदवार की तलाशी न लेना जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के दोहरे चरित्र को उजागर करता है।
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सूबे में भाजपा की सरकार भले ही हो, परन्तु प्रतापगढ़ में जनसत्ता दल लोकतांत्रिक की सरकार है। प्रतापगढ़ के मुख्यमंत्री जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष व कुंडा के बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह "राजा भईया" हैं। ऐसा आरोप भाजपा नेता व जिला पंचायत अध्यक्ष पद की भाजपा समर्थित उम्मीदवार क्षमा सिंह के पति अभय प्रताप सिंह "पप्पन" ने लगाया है। पप्पन सिंह का कहना है कि आज जब मतदान के लिए वह अपनी पत्नी क्षमा सिंह और सहयोगी समर्थकों के साथ मतदान स्थल अफीम कोठी, विकास भवन के सामने जा रहे थे तो पुलिस वाले हमारी और भाजपा उम्मीदवार क्षमा सिंह सहित साथ में रहे सभी समर्थकों की तलाशी लेने लगे, परन्तु वहीं जनसत्ता दल लोकतांत्रिक की उम्मीदवार माधुरी पटेल और उनके समर्थन में सैकड़ों गाडियां जो निकल गई, उसे पूंछा तक नहीं।
इस तरह से जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन का दोहरा मापदंड किसी भी सूरत में उचित नहीं रहा। जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को यही करना था तो वह हमें बता देता तो हम अपना नामांकन 29 जून को वापस ले लेते। ऐसे में क्या जरूरत थी मतदान कराने की ? यहाँ भी निर्विरोध चुनाव घोषित कर जनसत्ता दल लोकतांत्रिक की झोली में एक सीट डाल देते। जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के इस दोहरे मापदंड के पीछे के कारणों को अब समझ पाया हूँ। शायद इसी दबाव से आहत होकर पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर प्रतापगढ़ से हटे हैं और यहाँ पर दूसरी बार प्रभारी एसपी एल आर कुमार जो डीआईजी रैंक के पुलिस अफसर को जिले की कमान सौंपी गई। एल आर कुमार पूर्व में प्रतापगढ़ की कप्तानी कर चुके हैं। शायद इसीलिये उन्हें मुफीद समझा गया और प्रतापगढ़ में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव कराने की जिम्मेवारी सौंपी गई है।
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