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रविवार, 6 जून 2021

सात जिला पंचायत सदस्य लेकर सत्तधारी दल भाजपा जिला पंचायत प्रतापगढ़ का बनाना चाहती है,इस बार अपना बोर्ड

देश में लागू है दोषपूर्ण दोहरी न्याय ब्यवस्था जो देश को बर्बाद करने का कर रही है,कार्य...!!!

रात्रि कालीन कर्फ्यू के दौरान सत्ता के नशे में मदमस्त कैबिनेट मंत्री, सांसद, विधायक और भाजपा जिलाध्यक्ष ने जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में जोड़तोड़ के लिए जिला पंचायत सदस्यों के सम्मान में आयोजित की डिनर पार्टी। जबकि जनपद ही नहीं पूरे प्रदेश में शाम 7 बजे से सुबह 7बजे तक रहता है,कोरोना कर्फ्यू...!!!

कैबिनेट मंत्री मोती सिंह और सांसद संगम लाल गुप्ता कनफुसकी करते हुए...

कैबिनेट मंत्री मोती सिंह, भाजपा के दो सांसदों सहित भाजपा जिलाध्यक्ष हरिओम मिश्र की अगुवाई में जिला मुख्यालय के एक मैरेज हाल में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में जोड़तोड़ के लिए जिला पंचायत सदस्यों के लिए आयोजित डिनर पार्टी में कोरोना गाइड लाइन की जमकर उड़ाई गई धज्जियां। सवाल उठता है कि जिस कानून पर कैबिनेट का मंत्री हस्ताक्षर करता हो वही कानून को अपने प्रभाव में उसका मर्दन करे तो उस कानून का मजाक बनने से भला कौन रोक सकता है ? वह जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन जो उनके आगे पीछे कदम ताल करती है

जिला पंचायत सदस्यों की डिनर पार्टी में बोलते कैबिनेट मंत्री मोती सिंह....

बड़ी मशक्कत के बाद कई बार रिकाउंटिंग कर तीसरे दिन जिला पंचायत सदस्य पद के चुनाव परिणाम में तीन सीट से बढ़त बनाते हुए सात सीट जीतने वाली भाजपा ने अपनी ही सरकार के बनाये गए कोविड-19 के नियम और प्रोटोकॉल को उनके ही कैबिनेट मंत्री, सांसदों एवं विधयकों द्वारा तोड़कर जनमानस में यह संदेश देने का कार्य किया कि सैंया भये कोतवाल तो डर काहे का ! जब सरकार के कैबिनेट मंत्री ही अपनी सरकार के द्वारा बनाये नियम को अपनी जूती से मारकर उसे बौना कर दे तो उस कानून को आम जनता कैसे तवज्जों देगी,जिस कानून को उसके मंत्री, विधायक और सांसद सहित संगठन के पदाधिकारियों द्वारा अपनी जूती से रौंद रहे हैं

कोरोना संक्रमण काल के प्रोटोकाल और गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते सत्ताधारी नेतागण...

कोरोना संक्रमण में जो मंत्री, सांसद और विधायक सहित सत्ताधारी दल भाजपा के जिलाध्यक्ष आम जनता के लिए एक अदद ऑक्सीजन सिलेंडर की ब्यवस्था कराने में उन्हें पसीने छूट रहे थे। जिला अस्पताल से लेकर कोविड सेंटरों में कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती कराने में नानी याद आ रही थी वही लोग जरा सी राहत मिलते ही पुनः कोरोना संक्रमण का बीजारोपण करने लगे हैं। कितने गैर जिम्मेदार हैं,ये जनप्रतिनिधि ? इन्हें सिर्फ सत्ता चाहिये। आम जनता मरती है तो मरे। इनसे आमजनता से नहीं रह गया है,सरोकार

जिला पंचायत सदस्यों की डिनर पार्टी में बोलते कौशाम्बी सांसद विनोद सोनकर....

मैरेज हाल में आयोजित डिनर पार्टी में सैकड़ो की संख्या की भीड़ ने यह तय कर दिया है कि देश में दोहरी न्याय ब्यवस्था और कानून का राज है। इस दोगले कानून ने देश की दशा और दिशा दोनों नर्क बना दिया है। आम जनता के लिए अलग कानून और सत्ताधारी व रसूखदारों के लिए अलग कानून का लागू होना ही देश के लिए सबसे शर्मनाक घटना है। जिस डिनर पार्टी में कैबिनेट मंत्री उपस्थित हो। उसका एक निर्धारित प्रोटोकॉल होता है। सांसदों और विधायकों का भी एक प्रोटोकॉल निर्धारित है। इसी प्रोटोकॉल को लेकर प्रतापगढ़ सांसद संगम लाल गुप्ता संसद में तत्कालीन जिलाधिकारी प्रतापगढ़ मार्कण्डेय शाही के खिलाफ किया था,विधवा विलाप

सांसद, संगम लाल गुप्ता, विनोद सोनकर, भाजपा जिलाध्यक्ष हरिओम मिश्रा तथा पप्पन सिंह बिना मास्क के डिनर पार्टी में पहुँचे थे। डिनर पार्टी में मास्क का न लगाना, दो गज आपस में दूर रहने के लिए बनाई गई सामाजिक दूरी की उड़ती रही धज्जियां और जिला प्रशासन मूँछों पर ताव देकर सिर्फ कमजोर और लाचार लोगों का करती है,कोरोना संक्रमण के उल्लंघन का चालान। भाजपा नेताओं का यह कृत्य देखकर आम जनता भी हतप्रभ है कि सारे नियम कानून सिर्फ उसके लिए बनाये जाते हैं। सत्ताधारी दल भाजपा संगठन द्वारा रात्रि कर्फ्यू के दौरान शहर के बीचोंबीच कोतवाली नगर से चंद कदम दूर डिनर पार्टी के आयोजन से जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की भी हो रही है,खूब किरकिरी

शादी-विवाह एवं अन्य आयोजनों के लिए योगी सरकार ने सिर्फ 25 लोगों को आयोजन में शामिल होने की अनुमति शर्तों के साथ दे रखी है। शर्तों में निर्धारित दो गज की सामाजिक दूरी और मास्क लगाने की अनिवार्यता के साथ सेनेटाइजर के उपयोग के लिए भी प्रतिबंधित किया गया है। परन्तु जब सरकार में मंत्री, सांसद और विधायक सहित संगठन के पदाधिकारियों की मौजूदगी में लगभग 150 लोगों की ऐसी गेदरिंग डिनर पार्टी के नाम पर किसी मैरेज हाल में हो और वहाँ न दो गज की दूरी का मापदंड रह सके और न ही मास्क का उपयोग ही हो। सेनेटाइजर लगाने की बात मन में लाना पाप है। कैबिनेट मंत्री, सांसद, विधायक एवं पार्टी के पदाधिकारियों की सुरक्षा और प्रोटोकॉल में लगे सुरक्षा गार्डों की संख्या डिनर पार्टी में मौजूद लोगों में जोड़ दें तो संख्या 200 पार हो जायेगी

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