पुलिस अधीक्षक और सीओ सहित नगर कोतवाल पर जमकर बरसे अपना दल एस विधायक
जिस जिले के कप्तान हफ्ते भर छुट्टी पर टहलने जाये तो वह जिला राम भरोसे ही रहेगा- राजकुमार "करेजा पाल" विधायक सदर, प्रतापगढ़
प्रतापगढ़। कोतवाली नगर के अचलपुर शहरी क्षेत्र के रहने वाले भाजपा के जिला मंत्री राम आसरे पाल के मामले में सदर विधायक राज कुमार पाल ने मीडिया के सामने अपनी ही सरकार में पुलिस प्रशासन को जमकर कोसा। अपनी ही सरकार में कानून व्यवस्था पर सत्तापक्ष के विधायक राजकुमार पाल ने गम्भीर आरोप लगाए।विधायक राजकुमार पाल की माने तो प्रतापगढ़ पुलिस निरंकुश हो चुकी है। सरकार को बदनाम कर रही है। एसपी हफ्तों से रहते है,छुट्टी पर। सीओ सिटी और कोतवाली नगर पुलिस विधायक तक की बात को नजरंदाज कर रही है। जब विधायक की सुनवाई नहीं हो पा रही है तब आम जनता की सुनवाई कैसे होती होगी ?
विरादरी के मामले में विधायक राजकुमार पाल ताव खा गए। वैसे किसी का मामला होता तो इतना ताव न खाते।बात विरादरी की हो और कार्यवाही पुलिस न करे, ऐसी गुस्ताखी विधायक को वर्दाश्त नहीं। विधायक जी इतने नाराज हो गए कि प्रतापगढ़ पुलिस के ऊपर आरोप लगते समय भूल गए कि शासन सत्ता उन्हीं की पार्टी की है ऐसे में आरोप यदि सत्ताधारी दल का विधायक लगायेगा तो विपक्षी पार्टियों को तो स्वतः मौका मिल रहा है कि वह पुलिस प्रशासन सहित शासन पर भी इससे अधिक आरोप लगाये। जब सत्ता पक्ष का विधायक आरोप लगा रहा है कि प्रतापगढ़ पुलिस का अपराधियों से सांठगांठ रहती है। फिर विपक्ष तो कुछ भी आरोप लगा सकता है।
अपना दल एस विधायक राजकुमार "करेजा पाल " |
सत्ताधारी दल के विधायक राजकुमार पाल का प्रतापगढ़ पुलिस पर गंभीर आरोप। विधायक का आरोप है कि प्रतापगढ़ की पुलिस अपराधियों से मिली रहती है। प्रतापगढ़ की पुलिस जब विधायक की नहीं सुन रही तो आम जनता की क्या सुनती होगी ? भाजपा जिला मंत्री के घर पर दबंगों ने बोला धावा तो गुस्से में आये विधायक राजकुमार पाल। पुलिस द्वारा सुनवाई न होने पर बुलाई प्रेस कांफ्रेंस और कर डाली मन की बात...!!!
भाजपा के जिला मंत्री रामआसरे पाल के परिवार पर दबंगो द्वारा की गई मारपीट की वारदात के सम्बन्ध में रामआसरे ने कोतवाली नगर में तहरीर दी, परन्तु कोतवाली नगर की पुलिस ने मुकदमा नहीं लिखा। जिसके बाद विरादरी के नेता और विधायक राजकुमार पाल से भाजपा जिला मंत्री राम आसरे पाल सम्पर्क किया। विधायक की पैरवी के बावजूद मामले में एफआईआर नहीं हुई। मामले में पुलिस द्वारा कार्यवाई न करने से नाराज अपना दल एस विधायक राजकुमार पाल कोतवाली नगर की पुलिस के साथ-साथ पुलिस के अफसरों पर नाराज हुए और जमकर खरी खोंटी सुनाई। विधायक की माने तो पुलिस अफसर फोन पर भी बात नहीं करते।
विधायक सदर राजकुमार पाल प्रधान से अचानक उप चुनाव-2019 में भाजपा और अपना दल एस के संयुक्त उम्मीदवार हुए और सांसद बने संगम लाल गुप्ता की खाली की गई सीट से विधायक बन गए। राजकुमार पाल विधायक भले बन गए,परन्तु उनको एक अदना सा होमगार्ड भी नहीं सुनता। कोतवाल, सीओ और कप्तान के सुनने की तो बड़ी बात होगी। भाजपा जिला मंत्री राम आसरे पाल के घर आधा दर्जन से अधिक दबंग पड़ोसियों ने मचाया तांडव। जिला मंत्री की पत्नी, बेटी और घर की महिलाओं को सरेआम पीटा। चीखती रही महिलाएं और पिटते रहे बच्चे। बेखौफ दबंग बदमाशों को कानून का डर नहीं है।
जिला मंत्री ने भागकर किसी तरह अपनी जान बचायी। जमीनी रंजिश में जिला मंत्री को परिवार सहित जमीन और घर छोड़कर चले जाने की दबंग धमकी देते गये। पहले भी जिला मंत्री के परिजनों पर दबंग हमला कर चुके हैं। हत्या तक की धमकी दबंग बदमाश देते हैं और पुलिस हाथ पर हाथ धरकर बैठी रहती है। पड़ोसी दबंग राम आसरे पाल को पुस्तैनी घर और जमीन से बेदखल करने पर उनके दबंग पड़ोसी आमादा हैं। दबंगों के तांडव और पिटाई का लाइव वीडियो हुआ वायरल। जिला अस्पताल में गंभीर रूप से घायल जिला मंत्री की बेटी और पत्नी सहित परिवारीजनों का इलाज चल रहा है।
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