भाजपा प्रदेश नेतृत्व ने आखरी मौके पर लिया फैसला,परन्तु फिसड्डी भाजपा जिलाध्यक्ष को नामांकन के दिन तक नहीं पता कि प्रतापगढ़ में जिला पंचायत अध्यक्ष का अधिकृत उम्मीदवार भाजपा का कौन होगा...???
जिला पंचायत चुनाव में नामांकन भले ही चार उम्मीदवार करें,परन्तु नाम वापसी के दिन एक उम्मीदवार नाम वापस लेगा और चुनावी मैदान में लड़ेंगे सिर्फ तीन दल के उम्मीदवार...!!!
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भाजपा समर्थित जिला पंचायत अध्यक्ष पद की उम्मीदवार क्षमा सिंह... |
प्रतापगढ़। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए आज नामांकन होगा फिर भी उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में भारतीय जनता पार्टी के दो सदस्यों ने पर्चा खरीदा है। भाजपा प्रदेश नेतृत्व के सूत्रों की बातों पर यकीन करें तो भाजपा ने क्षमा सिंह को जिला पंचायत अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाया है। क्षमा सिंह ने अपना नामांकन पत्र 25 जून, 2021 को ही खरीद लिया था। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी के एक और जिला पंचायत सदस्य पूनम इंसान ने नामांकन पत्र खरीदा है। भाजपा की यह रणनीति लोगों को कम समझ में आयी।
भाजपा जिला अध्यक्ष हरिओम मिश्र का कहना है कि दो उम्मीदवारों को पर्चा पार्टी के निर्देश पर एक रणनीति के तहत खरीदवाया गया है। प्रतापगढ़ में पार्टी ने दो जिला पंचायत सदस्यों से अध्यक्ष पद के लिए नामांकन कराने का फैसला लिया है। ताकि अगर एक पंचायत सदस्य का नामांकन किन्ही कारणों से निरस्त हो जाता है तो दूसरा पार्टी की ओर से दूसरे उम्मीदवार को अधिकृत उम्मीदवार बन जा सके। यह उस पार्टी की दशा है जिसकी प्रदेश में सरकार है। सत्ताधारी दल भाजपा को यदि इस बात का खतरा सताए कि उसके उम्मीदवार का पर्चा किन्हीं कारणों से निरस्त हो सकता है तो ऐसे दल के नेताओं को चुल्लू भर पानी में नाक रगड़ कर डूब मरना चाहिए।
फिलहाल भाजपा जिलाध्यक्ष हरिओम मिश्र ने बताया कि क्षमा सिंह को पार्टी की ओर से अधिकृत उम्मीदवार बनाया गया है। 29 जून को नामांकन वापसी का मौका है। जिसका नामांकन वैध होगा, वह उम्मीदवार बना रहेगा। अगर दोनों सदस्यों का नामांकन वैध पाया जाता है तो अधिकृत उम्मीदवार के अतिरिक्त नामांकन करने वाले सदस्य पूनम इंसान के द्वारा किया गया नामांकन वापस ले लिया जाएगा। प्रतापगढ़ में उम्मीदवार चयन को लेकर लंबे समय से भाजपा में जद्दोजहद चली आ रही थी। पार्टी नेताओं ने इस मुद्दे को लेकर कई बार बैठकर भी की, परंतु नाम नहीं तय कर पा रहे थे। आज 26 जून को 11 बजे से 3 बजे तक नामांकन का समय निर्धारित है। इसे देखते हुए आखिरी मौके पर पार्टी नेताओं ने क्षमा सिंह को उम्मीदवार बनाने का फैसला लिया है।
जनपद प्रतापगढ़ के जिला पंचायत अध्यक्ष पद हेतु सबसे पहले जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी की ओर से माधुरी पटेल को अध्यक्ष पद का उम्मीदवार घोषित किया गया और उसके बाद मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए अमरावती यादव जो आसपुर देवसरा की निवर्तमान प्रमुख माधुरी यादव की देवरानी है,उसे अपना उम्मीदवार बनाया है। अमरावती यादव पर समाजवादी पार्टी दांव इसलिए लगाई क्योंकि उसके पास और सशक्त उम्मीदवार कोई खोजने पर भी नहीं मिल सका, जबकि 57 सदस्य वाली जिला पंचायत में 17 सदस्य जीतने वाली पार्टी समाजवादी पार्टी ही है। फिर भी एक अदद उम्मीदवार के लिए उसे कई दिनों तक दिन में टार्च लेकर अपना उम्मीदवार खोजना पड़ा। जिस दल को एक अदद उम्मीदवार न मिल सके वो दल भी चुनाव जीतने का दम्भ भर रहा है। समाजवादी पार्टी में कोई नेता ऐसा नहीं है जो 17 सदस्यों के ऊपर धन खर्च कर उसे चुनाव जिताने की जहमत उठाये। क्योंकि यह बात सभी स्वीकार करते हैं कि जिला पंचायत बोर्ड बनाने में जीते हुए सदस्यों को धन देकर खरीदा जाता है।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव जीतने के बाद वह उस नेता की ग्रिप में रहता है या ग्रिप से बाहर निकल जाता है। यह अनुमान लगाना कठिन है। इसलिए सपा ने अमरावती यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है। भले ही अमरावती यादव को सपा के जीते हुए 17 जिला पंचायत सदस्यों में से अधिकतर वोट न करें। उस समय तो समाजवादी पार्टी की नाक कट जायेगी जब उसके ही जीते जिला पंचायत सदस्य अपने ही उम्मीदवार को मत न करके जहाँ धन मिले उस विपक्षी उम्मीदवार के पक्ष में वोट कर दें। सबसे अहम भूमिका कांग्रेस की है, जिसके पास 5 जिला पंचायत सदस्य हैं। देखना होगा कि कांग्रेस किसको समर्थन करती है ? अभी तक के रुझानों में कांग्रेस अपना समर्थन जनसत्ता दल लोकतांत्रिक की उम्मीदवार माधुरी पटेल को दे सकती है। कांग्रेस को तो इसी बात में ख़ुशी मिलती है उसको सत्ता का रसास्वादन भले न मिले,परन्तु कांग्रेस की मुख्य प्रतिद्वंदी पार्टी भाजपा भी उस रसास्वादन को न चख सके।
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