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रविवार, 25 अप्रैल 2021

कोरोना संक्रमित मरीजों के प्रति घोर लापरवाही बरतने वाले प्रतापगढ़ के सीएमओ पर गैर इरादतन हत्या का दर्ज हो मुकदमा-तुषार खंडेलवाल

यक्ष प्रश्न है कि जो कमी भाजपा नगर अध्यक्ष तुषार खंडेलवाल को दिख रही है। वह कमी प्रतापगढ़ के भाजपा जिलाध्यक्ष हरिओम मिश्र सहित 7विधायकों, 1सांसद, 3एमएलसी और तीन मंत्रियों को क्यों नहीं दिखती ? क्या सीएमओ प्रतापगढ़ इन सब जिम्मेदारों को देते हैं,अपने किये गए भ्रष्टाचार में हिस्सा...!!!

सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ जी एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव जी को पत्र लिखकर प्रतापगढ़ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रतापगढ़ डॉ0 ए0के0 श्रीवास्तव की लापरवाही से जनपद में हो रही कोरोना संक्रमण और सामान्य मौतों की वजह बताकर स्वास्थ्य ब्यवस्था की पोल खोल दी, साथ ही कोविड-19 कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की मृत्यु पर CMO के ऊपर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा पंजीकृत कराये जाने के साथ इन्हें सेवा से मुक्त किये जाने के संदर्भ में उच्च स्तरीय गोपनीय जांच की माँग करके मचा दिया,तहलका...!!!


भाजपा नगर अध्यक्ष,प्रतापगढ़... 

भारतीय जनता पार्टी प्रतापगढ़ के नगर अध्यक्ष तुषार खंडेलवाल को प्रतापगढ़ के सीएमओ डॉ अरविंद कुमार श्रीवास्तव की कार्यप्रणाली में भ्रष्टाचार और कोरोना महामारी की भयावह स्थिति से निपटने में बहुत सारी कमियां दिखी जिसके फलस्वरूप सीएमओ की कार्यप्रणाली पर भाजपा नेता सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को पत्र लिखकर उच्च स्तरीय जाँच की माँग कर डाली


यही नहीं तुषार खंडेलवाल से पहले BJP नेता संतोष मिश्र भी जिला प्रशासन को पत्र लिखकर सीएमओ के खिलाफ सवाल खड़े किये थे। जिसके बाद भाजपा नगर अध्यक्ष तुषार खंडेलवाल ने स्वास्थ्य विभाग एवं उसके मुखिया को कटघरे में खड़ा किया। स्वास्थ्य विभाग में सभी तरह के लूट खसोट का जिम्मेदार सीएमओ को बताकर उच्च स्तरीय जाँच की माँग के साथ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा लिखे जाने की माँग करके सत्ता पक्ष की नैतिकता बचाये रखने का किया प्रयास


सीएम को संबोधित शिकायती पत्र...

भाजपा के नगर अध्यक्ष तुषार खंडेलवाल ने अपने शिकायती पत्र में वैश्विक महामारी कोरोना (कोविड-19) से उत्पन्न संकट काल से निपटने के लिये जहां संपूर्ण प्रदेश में आपके कुशल मार्गदर्शन में अनेकोनेक जन कल्याणकारी उपाय किये जा रहे हैं, वही जनपद प्रतापगढ़ में कार्यरत मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 ए0 के0 श्रीवास्तव की शिथिल एवं निष्क्रिय कार्य प्रणाली एवं इनके द्वारा आपदा को अवसर में बदलने की नीति के कारण जनपद में हालात बद से बदतर हैं। जनपद में कोरोना संक्रमित मरीजों की उपचार की बात तो दूर सामान्य रोगियों को भी उपचार हेतु दर-दर भटकना पड़ रहा है


पिछले चार दिनों से जिला अस्पताल में कोरोना की जांच मुख्य चिकित्साधिकारी महोदय के निर्देश पर बंद है। 17 अप्रेल से 21 अप्रेल तक कोरोना संक्रमण की जाँच बन्द कर दी गई है। वजह पंचायत चुनाव में स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी का लगाया जाना बताया गया। सवाल उठता है कि महामारी के समय स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी किसके आदेश पर लगी और क्यों लगी ? कोरोना जाँच के आभाव में उचित इलाज न मिलने के कारण दर्जन भर से ज्यादा मरीज संक्रमण के चलते काल के गाल में समाहित हो चुके हैं


CMO प्रतापगढ़ डॉ अरविन्द कुमार श्रीवास्तव...

प्रतापगढ़ जिला चिकित्सालय सहित पूरे जनपद में स्थापित CHC और PHC पर हर कार्य में कमीशन खोरी की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग मुर्दाघर बन चुका है। परन्तु CMO प्रतापगढ़ के सेहत पर कोई फर्क नहीं है। इनके नीयत में समाहित है। CMO के संरक्षण में ओ0पी0डी0 बन्द करके जिला मुख्यालय सहित सीएचसी/पीएचसी के चिकित्सक अपने निजी आवास पर प्राइवेट प्रैक्टिस में मस्त हैं। कई चिकित्सक मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा निर्धारित सुविधा शुल्क के बल पर अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों के निर्वाहन में घोर लापरवाही बरतते हुये कई-कई दिनों तक चिकित्सालयों से गायब रहते हैं


कोरोना काल में पिछले एक साल में जो बजट आया, उसकी बंदरबांट की उच्च स्तरीय गोपनीय जाँच कराया जाना जनहित में नितांत आवश्यक है। जिससे भ्रष्ट मुख्य चिकित्साधिकारी प्रतापगढ़ द्वारा किये गये भ्रष्टाचार की कलई खुल सके और उनके विरूद्ध शासन द्वारा आवश्यक कार्यवाही की जा सके। ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों की वजह से शासन की छवि धूमिल हो रही है। समय रहते ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्यवाही न हुई तो इसका गंभीर परिणाम जनता के आक्रोश के रूप में आगामी विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ सकता है। यदि यह एहसास भाजपा नगर अध्यक्ष तुषार खंडेलवाल को हो रहा है तो भाजपा जिलाध्यक्ष हरिओम मिश्र सहित भाजपा के अन्य पदाधिकारी को क्यों नहीं हो रही ?

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