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मंगलवार, 23 मार्च 2021

प्रतापगढ़ में ग्राम प्रधान पद के आरक्षण नियमवाली में दिखी अनियमितता

हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी प्रतापगढ़ जिला प्रशासन की कारस्तानियाँ देख दंग रह गए ग्राम पंचायत कटका मानापुर के ग्रामीण...!!!

सामान्य जाति के 785 लोगों में से 359 लोगों को सड़वा चन्द्रिका विकास खंड के ब्लॉक अधिकारियों ने अनुसूचित जाति बनाकर प्रधान पद को कर डाला अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित...!!!

विकास खंड सड़वा चन्द्रिका में नियम विरुद्ध तरीके से ग्राम पंचायत कटका मानापुर में ग्राम प्रधान के पद को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होने की दशा में राजेंद्र कुमार ने दर्ज कराई आपत्ति...!!!

प्रधान पद के लिए आपत्ति दाखिल करता राजेंद्र कुमार 
जब आकड़े से भी नौकरशाही छेड़छाड़ करे तो जान लीजिये कि वह नौकरशाह अपने पद और दायित्वों के प्रति गंभीर नहीं है और न ही उसे इस बात की परवाह रहती है कि उसके द्वारा लिए गए निर्णय से सिस्टम के प्रति सवाल उठेंगे l ऐसा ही एक प्रकरण आज प्रतापगढ़ जनपद में सड़वा चन्द्रिका विकास खंड के ग्राम पंचायत कटका मानापुर में ग्राम प्रधान पद के आरक्षण में देखने को मिला l जनगणना वर्ष-2011 के अनुसार कुल जनसख्या-2734 है और उसमें अन्य पिछड़ी जाति की जनसंख्या-1657 है, अनुसूचित जाति की जनसंख्या- 292 है और सामान्य की जनसख्या-785 है l उक्त जनगणना के आधार पर वर्ष-2015 के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ग्राम पंचायत कटका मानापुर में ग्राम प्रधान के पद को सामान्य रखा गया था और उसी पर चुनाव सम्पन्न हुआ l वर्तमान में प्रस्तावित त्रिस्तरीय चुनाव के आरक्षण को पहले निर्धारित आरक्षण नियमावली जो बनाई गई वह वर्ष-1995 के आधार पर तय थी, जिसे माननीय हाईकोर्ट “खण्डपीठ लखनऊ” द्वारा विधि विरुद्ध मानकर निरस्त कर दिया और वर्ष-2015 को आधार मानकर आरक्षण नियमावली तैयार करने के बाद पुनः आरक्षण किये जाने का आदेश जारी किया l

ग्राम पंचायत कटका मानापुर में ग्राम प्रधान के पद का आरक्षण वर्ष-1995 के आधार पर प्रस्तावित वर्ष-2021 के चुनाव में अन्य पिछड़ी जाति महिला किया गया था और अब वर्ष-2015 को आधार मानकर उसे वर्ष-2021 के लिए अनुसूचित जाति आरक्षित किया गया है l जब वर्ष-1995 में ग्राम पंचायत कटका मानापुर के प्रधान का पद महिला थी और वर्ष-2015 में अनारक्षित यानि सामान्य रहा तो वर्ष-2021 में किस नियमवाली के अंतर्गत उसे अनुसूचित जाति किया गया ? सच यह है कि ग्राम पंचायत कटका मानापुर में सबसे अधिक जनसंख्या अन्य पिछड़ी जाति की है, फिर भी वर्ष-1995 से वर्ष-2021 तक कभी भी अन्य पिछड़ी जाति के लिए ग्राम प्रधान पद आरक्षित नहीं किया गया l जब वर्ष-2015 में प्रधान पद अनारक्षित रहा तो क्षेत्र पंचायत सदस्य का पद भी अनारक्षित रहा l फिर वर्ष-2021 में जब क्षेत्र पंचायत सदस्य का पद अन्य पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित किया गया तो प्रधान का पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कैसे किया गया ? उसे भी अन्य पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित किया जाना न्यायोचित होगा और वर्ष-2015 की वर्तमान नियमावली के तहत होगा l

वर्तमान आरक्षण नियमावली-2021 के पंचायत चुनाव का मानक जो बनाया गया उसमें बड़े पैमाने पर खेल किया गया l ग्राम पंचायत कटका मानापुर में जनगणना वर्ष-2011 में ही बदलाव कर दिया गया जबकि उसी जनगणना पर वर्ष-2015 का पंचायत चुनाव सम्पन्न हुआ था l फिर भी खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय में बैठे जिम्मेदार एडीओ पंचायत और सेक्रेटरी द्वारा जनगणना आकड़े में नियम और कानून की धज्जियाँ उड़ाते हुए आकड़ों के साथ ही छेड़छाड़ कर आरक्षण नियमावली को धता बताने का कार्य किया गया l वर्तमान आरक्षण ब्यवस्था में ग्राम पंचायत कटका मानापुर में अन्य पिछड़ी जाति का आकड़ा तो 1657 रखा गया, परन्तु अनुसूचित जाति का जो आकड़ा 292 था, उसमें बढ़ोत्तरी करते हुए 651 कर दिया गया l यानि 359 अनुसूचित जाति के लोग बढ़ गए l जबकि वर्ष-2011 के बाद देश में कोई जनगणना का कार्य नहीं हुआ है और इसीलिये वर्ष-2011 की जनगणना को आधार बनाकर प्रस्तावित त्रिस्तरीय चुनाव वर्ष-2021 कराया जा रहा है l आश्चर्यचकित करने वाली बात यह है कि जब पंचायत चुनाव वर्ष-2015 में वर्ष-2011 की जनगणना के आधार पर प्रधान पद सामान्य यानि अनारक्षित किया गया था तो उस समय सामान्य जाति की जनगणना 785 थी और वर्तमान में उसे 426 कर दिया गया l यानि 359 सामान्य जाति के लोग कटका मानापुर ग्राम पंचायत में अनुसूचित जाति के बना दिए गए l

सामान्य जाति के 359 लोगों को खंड विकास अधिकारी कार्यालय से जुड़े लोग किस आधार पर उन्हें अनुसूचित जाति में मिला दिए यह तो वही बता सकते हैं, परन्तु विकास खंड - सड़वा चन्द्रिकन में तो माननीय हाईकोर्ट के आदेश का अनुपालन ही नहीं किया गया l एक तरह से आरक्षण का चक्र तो यहाँ चला ही नहीं l वर्ष-2015 में प्रधान का पद सामान्य रहा और वर्ष-2021 में भी जो आरक्षण अनन्तिम किया गया वह अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया है l जबकि कटका मानापुर ग्राम पंचायत में कुल 13 वार्ड हैं और वार्ड संख्या- 01 से वार्ड संख्या- 09 तक क्षेत्र पंचायत सदस्य का पद अन्य पिछड़ी जाति के लिए तय किया गया है l साथ ही वार्ड संख्या- 10 से वार्ड संख्या- 13 को दूसरी ग्राम पंचायत में मिलाते हुए सड़वा चन्द्रिका चतुर्थ के क्षेत्र पंचायत सदस्य का पद अन्य पिछड़ी जाति के लिए तय किया गया है l इस तरह यह निश्चित हो गया कि ग्राम पंचायत कटका मानापुर में पिछड़ी जाति की संख्या सबसे अधिक है l

आपत्तिकर्ता राजेंद्र कुमार के दावों पर यकीन करें तो उनके द्वारा दी गई आपत्ति ठोस साक्ष्यों और तथ्यों पर आधारित है, जिसे नजरंदाज नहीं किया जा सकता l विकास खंड सड़वा चन्द्रिका की ग्राम पंचायत कटका मानापुर के प्रधान पद में जो आरक्षण नियमावली को धता बताकर आरक्षण किया गया है जिससका आधार ही गलत है l क्योंकि वर्ष-2011 की जनगणना में खेल करके आरक्षण ब्यवस्था को अनुसूचित जाति के लिए किया गया है जो नियम विरुद्ध है l राजेंद्र कुमार का कहना है कि वह उसी ग्राम पंचायत का रहने वाला है और उसे अपनी ग्राम पंचायत में एक-एक घर के बारे में पूरी तरह से जानकारी है कि किस घर में किस जाति के कितने लोग हैं ? आपत्तिकर्ता इस तथ्य से सहमत है कि उसकी ग्राम पंचायत में 2734 लोग हैं और उसमें अन्य पिछड़ी जाति से 1657, सामान्य जाति से 785 और अनुसूचित जाति से 292 लोग हैं l फिर भी वर्ष-1995 से वर्ष-2021 के प्रस्तावित पंचायत चुनाव में ग्राम पंचायत कटका मानापुर में कभी अन्य पिछड़ी जाति के लिए ग्राम प्रधान का पद आरक्षित नहीं किया गया l लिहाजा वर्ष-2015 के आधार पर बनाई गई आरक्षण ब्यवस्था के तहत ग्राम प्रधान के पद को अन्य पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित करने की माँग राजेंद्र कुमार ने की है l

1 टिप्पणी:

  1. आदरणीय रमेश राजदार जी,
    कटका मानापुर ग्राम पंचायत में ही नहीं अपितु जनपद की गई अन्य ग्राम पंचायतों तथा क्षेत्र पंचायतों मैं भी बहुत बड़ा खेल अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा किया गया है जिससे कहीं पिछड़ी जाति कहीं अनुसूचित जाती तो कहीं सामान्य जातियों को भी इस प्रकार की समस्याओं से दो चार होना पड़ा है निश्चित रूप से यह कर्मचारी केवल कागज पर ही आंकड़ों को फेरबदल करते हुए आगे बढ़ा देते हैं, जिसके परिणाम्वारूप बड़े पैमाने पर लोगों के हित प्रभावित होते है साथ ही साथ शासन की वास्तविक मंशा तथा शासन द्वारा चलाई गई बहुत सारी योजनाओं का लाभ वास्तविक पात्र व्यक्ति तक नहीं पहुंच पाता है इन नौकरशाहों के ढुलमुल रवैया से शासन की मनसा भी प्रभावित होती है और जनता जनार्दन में इस दुष्प्रचार के चलते सरकार की किरकिरी भी होती है, आप कलमकार समाज के चौथे स्तंभ हैं आपसे निवेदन है कृपया ऐसे प्रकरणों को जनमानस के बीच लाकर शासन तक पहुंचाने का कष्ट करें जिससे सरकार का सबका साथ सबका विकास वाला नारा चरितार्थ हो सके। कटका माना पुर जैसी कई ग्राम पंचायतों की स्थितियां बदतर हैं जहां किसी न किसी दबाव अथवा प्रलोभन के चलते गलत तरीके से सीटों का आवंटन किया गया प्रतीत होता है,
    और तो और ये ब्लॉक के अधिक से अधिक कर्मचारी,अधिकारी सामान्य जनता को ना तो सही जानकारी देते हैं और ना ही आंकड़े उपलब्ध कराते है इन सबकी वास्तविक जांच हो कर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही होनी चाहिए, जनता जनार्दन से भी मेरी अपील है कृपया इस प्रकार की अनियमितता होने पर अपनी आवाज बुलंद करें और विरोध करें तथा उसे सही कराने का प्रयास करें आपकी उठाई गई आवाज से शायद नौकरशाही का यह रवैया सही हो सके धन्यवाद वंदे मातरम

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