देश के शहीदों को याद रखना और देश के लिए उनके बलिदान को स्मरण करना ही उनको सच्ची श्रधांजली देना है...
चौरी-चौरा जनप्रतिरोध के 100वें बरस आयोजित होने वाले शताब्दी महोत्सव की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 11बजे इस महोत्सव का आनलाइन शुभारंभ किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उपस्थित रहे, जबकि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल लखनऊ से आनलाइन जुड़ी रही। प्रधानमंत्री चौरी चौरा पर आधारित डाक टिकट जारी करने के बाद शहीदों को नमन किया।
देश की आजादी के लिए देशवासियों ने जो बलिदान दिए हैं, उनका स्मरण करना और उनके परिवारवालों को सम्मान देने के लिए गोरखपुर के चौरी-चौरा में 4 फरवरी,2021 को सुबह 8.30 बजे से 10 बजे तक चौरी चौरा स्मारक तक प्रभात फेरी निकाली गई। सुबह 10 बजे वंदे मातरम का समवेत गायन हुआ। मुख्यमंत्री भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेकर राष्ट्रगान गाया। तत्पश्चात मुख्यमंत्री स्मारक पहुंचकर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किया। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के स्वजनों का सम्मान भी किया गया। इसके बाद चौरी चौरा थीम सांग का प्रस्तुतीकरण हुआ। प्रशासन की ओर से तैयार कराए गए पांच मिनट के वीडियो का प्रसारण भी किया गया। मुख्यमंत्री कार्यक्रम को संबोधित भी किया। देश के प्रधानमंत्री कार्यक्रम को वर्च्युअल माध्यम से चौरी चौरा के नायकों को नमन किया। इस कार्यक्रम में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री नीलकंठ तिवारी भी उपस्थित रहे।
चौरी चौरा के साथ ही डोहरिया कला शहीद स्मारक, जिला जेल स्थित पं. रामप्रसाद बिस्मिल शहीद स्मारक एवं शहीद बंधू सिंह स्मारक स्थल पर भी कार्यक्रम आयोजित किया गया। खजनी विधायक बढ़यापार गांव में अंग्रेजी हुकूमत के उत्पीड़न का शिकार हुए परिवार की वर्तमान पीढ़ी को सम्मानित किया। गोला के होम्योपैथिक अस्पताल परिसर में आयोजित कार्यक्रम में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के स्वजनों को सम्मानित किया गया। चौरी चौरा शताब्दी समारोह में दोपहर बाद तीन बजे कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें हरिओम पवार, विनीत चौहान, कलीम कैसर एवं अन्य वरिष्ठ कवि व कवियत्री अपनी रचनाएं प्रस्तुत किये।
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