DPRO प्रतापगढ़ रवि शंकर द्विवेदी के जाते ही निवर्तमान ग्राम प्रधान सुरेश मिश्र के घर बोझी गांव के अवधेश पांडेय और उनके भाई देवेंद्र मणि उर्फ दद्दू पाण्डेय के बीच हुई जमकर मारपीट और फायरिंग...
महेंद्र मिश्र के अगुवाई में आधा दर्जन ग्रामीणों के प्रश्नों पर डीपीआरओ की बंध गई घिघ्घी। ग्रामीणों का आरोप था कि रात्रि में इतनी देर तक निवर्तमान प्रधान सुरेश मिश्र के घर के क्या करने आये थे,डीपीआरओ साहेब। घूंस लेने या शराब पीने आये थे। जाँच के लिए दिए गए प्रार्थना पत्रों की जाँच करने कभी गाँव में नहीं आये। आज क्या करने आये हो ? जब तक बता नहीं दोगे तब तक जाने नहीं दूंगा। डीएम से फोन पर बात कराने की बात भी कर रहे थे,ग्रामीण..
DPRO प्रतापगढ़ रवि शंकर द्विवेदी... |
मंगरौरा विकास खण्ड के बोझी गाँव के ग्रामीणों ने बनाया डीपीआरओ प्रतापगढ़ रवि शंकर द्विवेदी को बंधक। पूँछा निवर्तमान ग्राम प्रधान सुरेश मिश्र के घर शराब पीने आये थे या भ्रष्टाचार को हजम करने के लिए रिश्वत लेने आये थे ? जब तक नहीं बताओगे तब तक जाने नहीं पाओगे। ग्रामसभा बोझी के निवर्तमान प्रधान के घर बाटी चोखा के प्रोग्राम में पहुँचे थे,डीपीआरओ प्रतापगढ़ रवि शंकर द्विवेदी। निमंत्रण से लौटते वक्त पहले से रास्ता घेरकर खड़े आधा दर्जन ग्रामीणों ने डीपीआरओ प्रतापगढ़ रवि शंकर द्विवेदी की गाड़ी रोककर बना लिया बंधक। अपने सवाल का उत्तर न पाने तक न जाने देने की देने लगे धमकी।
DPRO प्रतापगढ़ रवि शंकर द्विवेदी के जाते ही निवर्तमान ग्राम प्रधान सुरेश मिश्र के घर बोझी गांव के अवधेश पांडेय और उनके भाई देवेंद्र मणि उर्फ दद्दू पाण्डेय आए और आपस में कुछ बातचीत करने लगे। दद्दू पाण्डेय का कहना है कि शाम 8:00 बजे सुरेश मिश्र हमारे घर आकर हमारे भाई अवधेश पांडेय को धमकी दी है कि वह चुनाव की तैयारी न करे ! उसे चुनाव नहीं लड़ना है ! दद्दू का कहना है कि इसी बात को पूछने वह अपने भाई अवधेश पांडेय के साथ सुरेश मिश्र के घर चले गए थे। जहाँ पहुँचते ही सुरेश मिश्र और उनके बेटे उन पर हमलावर हो गये। उन्हें बुरी तरह मारा पीटा और उन पर फायरिंग भी की। किसी तरह वो और उनके भाई जान बचाकर घर आये और जिला अस्पताल पहुँच कर अपना इलाज करा रहे हैं।
जबकि निवर्तमान प्रधान सुरेश मिश्र का कहना है कि उनके घर पर निजी कार्यक्रम था। जिसमें DPRO प्रतापगढ़ आमंत्रित थे। उनके जाते ही देवेंद्रमणि उर्फ दद्दू पांडेय आये और आमादा फौजदारी हो गए। जबकि बात सही यही है कि दोनों पक्ष में किसी बात को लेकर आपस में बहस शुरू हुई। पूँछताँछ में बात इतनी बिगड़ गई कि दोनों पक्षों में मारपीट होने लगी। दोनों पक्ष एक दूसरे पर मारपीट और फायरिंग का आरोप लगा रहे हैं। दोनों पक्षों ने कंधई थाने में तहरीर भी दी है। मारपीट में घायल देवेंद्रमणि उर्फ दद्दू पांडेय का इलाज जिला अस्पताल में हो रहा है। जबकि पूरी घटनाक्रम के बारे में निवर्तमान ग्राम प्रधान सुरेश मिश्र का कहना है कि उन लोगों ने हमारे घर पर आकर मारपीट और फायरिंग की। वहीं घायल देवेंद्रमणि उर्फ दद्दू पाण्डेय के पक्ष के लोगों का कहना है कि वह लोग सुरेश मिश्र के घर उलाहना देने गए थे। इस दौरान सुरेश मिश्र और उनके बेटों ने उन्हें मारा पीटा और लाइसेंसी बंदूक से फायर भी किया।
पूर्व मंत्री शिवाकांत ओझा के पीआरओ रहे प्रेम सागर मिश्र के भाई हैं,बोझी ग्रामसभा के निवर्तमान प्रधान सुरेश मिश्र। प्रेम सागर की किशुनगंज बाजार में गोली मारकर दिनदहाड़े कर दी गई थी हत्या। महेंद्र मिश्र बने थे प्रेम सागर मिश्र की हत्या में आरोपी। बोझी गाँव किशुनगंज बाजार से सटा है और राजनीतिक गतिविधियों में वहाँ के लोग सक्रिय रहते हैं। पूर्व मंत्री शिवाकांत ओझा के पीआरओ पद पर प्रेम सागर थे तो पूरे बोझी गाँव में उनका जलवा कायम था। उनकी हत्या के बाद ऐसा लगने लगा था कि अब प्रेम सागर के परिवार के लोग दब जायेंगे। परन्तु ऐसा नहीं हुआ और उनके चचेरे भाई सुरेश मिश्र ग्राम प्रधान बनकर प्रेम सागर की रसूख को आगे बढ़ाने में लगे हैं।
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