जनता का पुलिस से सवाल कि मोस्ट वांटेड विकास दुबे का अंत तो हो गया अब विकास के आकाओं का अंत कब होगा...???
|
मोस्ट वांटेड विकास दुबे और पुलिस की मुठभेड़ पर उठ रहे हैं,सवाल... |
लगभग पूरी तरह से भ्रष्ट हो चुके समाज में अपराधिक और राजनीतिक लोगों को कानून का कोई भी भय नहीं है। सामाजिक चुप्पी व राजनीतिक और आपराधिक गठजोड़ का परिणाम है कि आज हर जिले में 2-4 विकास दुबे की तरह के लोग मिल जाएंगे। अब तो सिर्फ लीपापोती होनी है और जनता को यह दिखाया जाएगा कि देश में कानून का राज चल रहा है। अदालतें, मानवाधिकार, न्याय आदि शब्द सब बेमानी सा लगता है। क्या संविधान निर्माताओं ने ऐसे ही सभ्य समाज की कल्पना की थी ?
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें