Breaking News

Post Top Ad

Your Ad Spot

शुक्रवार, 3 जुलाई 2020

कैबिनेट मंत्री मोती सिंह की कोरोना रिपोर्ट आई पॉजिटिव

उत्तर प्रदेश सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री मोती सिंह कोरोना पॉजिटिव, उनके सम्पर्क में आने वालों की हिस्ट्री निकाल रहे अधिकारी...

योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री मोती सिंह की रिपोर्ट आई पॉजिटिव तो संतुष्टि के लिए दोबारा जांच के लिए भेजे गए हैं,उनके नमूने-सीएमओ,डॉक्टर नरेंद्र अग्रवाल

कैबिनेट मंत्री मोती सिंह...
कैबिनेट मंत्री मोती सिंह की ट्रूनेट मशीन से जांच के बाद कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। अपर जिलाधिकारी प्रतापगढ़ शत्रोहन वैश्य की तरह मंत्री मोती सिंह को बुखार होने पर कोरोना संक्रमण की जाँच कराई गई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। हालाँकि लखनऊ सिविल हॉस्पिटल के सीएमओ डॉक्टर नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि दोबारा जांच के लिए नमूना भेजा गया है। राजधानी लखनऊ में मंत्री मोती सिंह की जब जाँच रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो राजधानी लखनऊ से प्रतापगढ़ तक हड़कंप मच गया और शासन-प्रशासन के जिम्मेदार लोगों ने कुछ देर तक मामले को दबाये भी रखा। खबर की पुष्टि देर से की गई। खबर की पुष्टि होते ही मंत्री मोती सिंह जी से मिलने जुलने वालों में हडकंप मच गया। मोती सिंह प्रतापगढ़ के पट्टी विधानसभा इलाके से विधायक हैं और सूबे की योगी कैबिनेट में ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री हैं

मंत्री जी के मीडिया प्रभारी विनोद पांडेय शुरूवात में जब खबर सोशल मीडिया में पोस्ट हुई तो उन्होंने मंत्री को स्वस्थ बताते हुए कोरोना संक्रमण का खंडन किया। मीडिया प्रभारी विनोद पाण्डेय के अनुसार मंत्री मोती सिंह जी पूरी तरह स्वस्थ हैं और आज भी राजधानी के आवास से लेकर मंत्रालय तक कार्य किये हैं मंत्री मोती सिंह के फेसबुक एकाउंट्स से भी इस बात की पुष्टि हो रही थी कि मंत्री जी आज भी घर से लेकर मंत्रालय तक लोगों से मुलाकात की है मंत्री जी अपने कई साथी मंत्रियों से भी इस दौरान मिले हैं। अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ-साथ मीडिया के साथियों से भी मंत्री मोती सिंह जी मिले हैं। पत्रकारों में भी इस बात को लेकर खूब दहशत है।दूसरों की नसीहत देने वाले मंत्री मोती सिंह जी स्वयं कोरोना संक्रमण काल में अपने को नहीं बचा सके और खुद कोरोना संक्रमण के चपेट में आ गए 

जनप्रतिनिधियों में सबसे सरल और सहज रूप में उपलब्ध रहने वाले मंत्रियों में से एक हैं, मोती सिंह। राजधानी लखनऊ से लेकर शहर प्रतापगढ़ सदर बाजार आवास और विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक समय देने वाले मंत्री मोती सिंह कोरोना संक्रमण काल में भी अपनी आदत में सुधार नहीं ला सके। महीने में कम से कम दो बार तो प्रतापगढ़ और विधानसभा का भ्रमण मंत्री मोती सिंह करते ही हैं। अपनी उम्र की चिंता किये बगैर मंत्री मोती सिंह आज भी युवा नेताओं को बहुत पीछे छोड़ देते हैं। मोती सिंह से अधिक ऐक्टिव शायद ही कोई मंत्री हो। मंत्री मोती सिंह की आदत में लोगों से मिलना जुलना शुमार है। वो सच में मॉस लीडर हैं। वर्ष-2012 में विधायक का चुनाव हार जाने के बाद भी मोती सिंह लोगों से मिलना जुलना कम न किये। बल्कि उसके घर तक स्वयं गए जो उनसे नाराज रहता था। 

सदर मोड़ से पहले भारत सिंह गाँधी निवास पर मंत्री मोती सिंह हो और दरवाजे पर भीड़ न हो ये संभव नहीं। अपनी अधिक उम्र के बाद भी जिस तरह मंत्री मोती सिंह लोगों से मिलते जुलते हैं वो कम नेताओं में देखा गया है। इसिलए मंत्री राजेन्द्र प्रताप उर्फ मोती सिंह से संपर्क में आने वालों की प्रशासन लिस्ट तैयार कर रहा है। जबकि एक हकीकत ये भी है मंत्री मोती सिंह से जिस तरह जनता मिलती है, ठीक उसी तरह जिला प्रशासन से लेकर शासन स्तर तक के अधिकारीगण भी मिलते हैं। अब मंत्री मोती सिंह से मिलने जुलने वालों की सूची बनाने की बात तो बेईमानी लगती है। क्योंकि सबसे अधिक तो उनके टच में जिला प्रशासन प्रतापगढ़ ही रहा। और तो और मुख्य चिकित्साधिकारी प्रतापगढ़ के बेटे को कोरोना संक्रमण की आशंका थी। वो एटा से चलकर प्रतापगढ़ आया और सीएमओ आवास में रुका रहा। जबकि सीएमओ प्रतापगढ़ डॉ अरविंद कुमार श्रीवास्तव प्रतापगढ़ विजिट पर आए मंत्री मोती सिंह की मीटिंग में पहुँच कर उनके आगे पीछे चहलकदमी करता रहा। 

प्रतापगढ़ सीएमओ डॉ अरविन्द कुमार श्रीवास्तव के बेटे की बाद में कोरोना संक्रमण की जाँच रिपोर्ट पॉजीटिव आई। फिर भी सीएमओ अपनी आदत से बाज न आए। उन्हें क्वारन्टीन होना था जबकि वो बेखौफ घूमते रहे। जनपद में विजिट पर पहुँचे स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह के साथ सीएमओ प्रतापगढ़ घूमते रहे। उनका लड़का महज एक सप्ताह में दूसरी जाँच में निगेटिव रिपोर्ट आते ही प्रतापगढ़ से बिना अधिकृत सूचना के ही खिसक लिया। जबकि सीएमओ आवास के 250 मीटर परिधि वाला क्षेत्र आज भी हॉट स्पॉट बना हुआ है। कंटेनमेंट जोन का इससे अधिक मजाक दूसरा हो ही नहीं सकता। फिर भी सीएमओ प्रतापगढ़ पर योगी सरकार और उनके मंत्री मेहरबान हैं।वजह साफ है। स्वास्थ्य विभाग में कोरोना संक्रमण काल का बजट और उस बजट का बंदरबांट का होना ही सीएमओ की बचत का मूल आधार है। 

तेज तर्रार मंत्री मोती सिंह भी सीएमओ प्रतापगढ़ पर मेहरबान हैं। वर्ना पूछते कि जब बेटे को कोरोना वायरस के संक्रमण का अंदेशा है तो तुम मेरी मीटिंग में कैसे आये ? परन्तु मंत्री मोती सिंह सीएमओ प्रतापगढ़ को खुली सैर करने की इजाजत दे दिए। सूबे के कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह मोती सिंह के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर से शुक्रवार को राजधानी लखनऊ से बेल्हा तक समर्थकों में हड़कंप मचा रहा। बीते शनिवार को जिले में प्रवास के दौरान पट्टी ब्लाक सभागार में अफसरों के साथ समीक्षा बैठक करने के साथ ही काबीना मंत्री कुछ लोगों से मिले भी थे। अब कैबिनेट मंत्री की रिपोर्ट आने के बाद उनके करीबियों और अफसरों की नींद उड़ी हुई है। उधर, समर्थक शुक्रवार को दिन भर जल्द उनके स्वस्थ होने की दुआएं करते रहे। 

योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री मोती सिंह के कोरोना पॉजिटिव मिलने की खबर मिलते ही जिले में हड़कंप मच गया। विकास भवन के वह अफसर जो प्रोटोकाल के तहत मिलने गए थे और समीक्षा बैठकों में लगातार प्रतिभाग कर रहे थे उनकी नींद उड़ गई है। बीते शनिवार को कैबिनेट मंत्री ने पट्टी ब्लाक सभागार में एसडीएम, सीओ, बीडीओ, टाउन एरिया अध्यक्ष, ब्लाक प्रमुख सहित विभागीय कर्मचारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की थी। समीक्षा बैठक के बाद मदाफरपुर, गगेहटी और रंजीतपुर चिलबिला में कुछ लोगों से मिले भी थे। जनपद और ब्लाक स्तरीय कर्मचारियों के साथ ही जिन स्थानीय लोगों के संपर्क में आए, उनके होश उड़ गए हैं। शुक्रवार को दोपहर तीन बजे सोशल मीडिया पर खबरे चलने से प्रशासनिक अमला दंग रह गया। उधर, समर्थक दिन भर उनके जल्द स्वस्थ होने की दुआएं मांगते रहे। 

डीडीओ,पीडी सहित 50 लोगों के लिए गए सैंपल...
विकास भवन में शुक्रवार को डीडीओ, पीडी सहित 50 लोगों के सैंपल लिए गए। विकास भवन में बने कोविड हेल्प डेस्क में पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है। विकास भवन पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अफसरों और कर्मचारियों का सैंपल लिया। डीडीओ, पीडी, डीपीओ सहित विकास भवन के कर्मचारियों का सैंपल लिया गया। गुरुवार को डीएम के साथ ही कलेक्ट्रेट कर्मियों का सैंपल लिया गया था। दोपहर बाद कैबिनेट मंत्री के पॉजिटिव आने की जानकारी होने पर वह अधिकारी और कर्मचारी परेशान दिखे, जिन्होंने अभी तक अपनी जांच नहीं कराई है। फिलहाल शनिवार को भी कर्मचारियों का सैंपल लिया जाएगा।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Post Top Ad

Your Ad Spot

अधिक जानें