राजनीति की सीढ़ी के सहारे विकास दुबे आम नागरिक से बन गया दुर्दांत अपराधी...
कानपुर के बिकरू गाँव में गैंगस्टर विकास दुबे की पत्नी ऋचा को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने खुलासा किया है कि दुर्दांत अपराधी विकास दुबे अपने बिकरु गांव के आलीशान मकान को किला जैसा बना रखा था और उसे CCTV कैमरे से लैश कर रखा था, जिसका कनेक्शन विकास अपनी पत्नी ऋचा के मोबाइल फोन में कनेक्ट कर रखा था, जिससे वो लखनऊ में रहकर ही गांव की हर गतिविधि पर नजर रखती थी। जैसे ही पुलिस किसी कार्रवाई के लिए बिकरु गांव जाती ऋचा सीसीटीवी में कैद तस्वीर को विकास और उसके गुर्गों से शेयर कर देती। इससे खुंखार अपराधी विकास दुबे अपनी बचत कर लेता था, उसे पुलिस उठाती तो थी, परन्तु मुठभेड़ दिखाने से कतरा जाती थी, क्योंकि विकास दुबे को पुलिस की गिरफ्तारी की बात लीक हो जाती थी और इस तरह विकास बच जाता था। विकास दुबे के आकाओं को इससे पता चल जाता और समय रहते पुलिस पर राजनैतिक दबाव आ जाता और विकास दुबे पुलिस की पकड़ से आजाद हो जाता। यानि अन्य साथी अपराधियों की तरह विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे भी विकास दुबे के अपराध में प्रत्यक्ष न सही तो अपरोक्ष रूप से ही मददगार बनी रही।
सपा, बसपा और भाजपा यानि सभी राजनीतिक दलों के बड़े लीडरों से विकास दुबे की थी,नजदीकियाँ...
दुर्दांत और खुंखार अपराधी विकास दुबे अपनी पत्नी को जिला पंचायत सदस्य बनाकर उसे भी राजनीति का ककहरा सिखा दिया था। विकास दुबे गाँव के प्रधान से लेकर जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत, विधायक और सांसद के चुनाव में निर्णायक भूमिका का निर्वहन करता रहा, जिससे विकास दुबे जीते हुए विधायकों और सांसद का चहेता बनता गया और विकास दुबे की दबंगई चमकती गई। सप्लाई इंस्पेक्टर को मार पीटकर लहूलुहान कर देना। थाने में घुसकर हत्या कर देना और थाने के दरोगा को थाने में ही पिटाई कर देना और सिस्टम में बैठे लोगों के कान में जूं तक नहीं रेंगती थी। इसी का दुष्परिणाम रहा कि आठ पुलिस के जवान शहीद हो गए।इसके लिए सिस्टम के लोग ही दोषी हैं, दूसरा कोई नहीं ! फिलहाल बिकरू गाँव में खूनी होली खेलने के बाद से विकास दुबे तो फरार ही है। साथ ही उसकी पत्नी ऋचा भी फरार है।
दुर्दांत अपराधी की पत्नी ऋचा दुबे भी अपराधी विकास दुबे के अपराध में परोक्ष रूप से करती थी,मदद |
सपा, बसपा और भाजपा यानि सभी राजनीतिक दलों के बड़े लीडरों से विकास दुबे की थी,नजदीकियाँ...
जिला पंचायत सदस्य बनवाकर विकास दुबे अपनी पत्नी ऋचा को सिखाया राजनीति का ककहरा... |
विकास दुबे की तलाश में पुलिस ने लगाई 100टीमें...
पुलिस की 20 टीमें अलग-अलग इलाकों में दबिश दे रही हैं, जहां विकास के परिवार वाले रहते हैं। वहीं मुखबिरी के शक में चौबेपुर थानाध्यक्ष विनय तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया है। एसटीएफ उससे पूछताछ कर रही है। पुलिस ने अब तक इस मामले में पूछताछ के लिए 12 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस को आशंका है कि विकास सरेंडर के लिए कोर्ट में एप्लिकेशन डाल सकता है। इसके चलते सभी जिलों की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर संदिग्धों को ट्रेस किया जा रहा है। उन लोगों की लिस्ट भी तैयार की जा रही है, जिन्होंने पिछले 24 घंटे में विकास दुबे से फोन पर बात की थी। कानपुर के विकरू गांव में विकास के घर पर बुलडोजर चलने के बाद अब पुलिस विकास दुबे के लखनऊ वाले घर सहित उसके भाई के मकान में भी एक्शन की तैयारी कर रही है।
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