चीन और जापान के बीच तनाव बढ़ गया है, क्योंकि जापान बिल पास कर के चीन को कहा कि दियाओयू द्वीप को खाली करो यह जापान का है। अमेरिका सारी परिस्थितियों पर कड़ी निगरानी कर रहा है। चीन अब 2 मोर्चों पर फंसेगा, जिसमें अमेरिका भी मौके से घुसने की तैयारी में है। कहने का मतलब चीनी चंपू अगर ये भारत को धमकी दे रहा है कि तीन मोर्चे पर लड़ना पड़ेगा तो याद रखो उधर इतने मोर्चे तैयार हैं। उसकी फटकर चौहत्तर हो जानी है। इस बार क्योंकि उधर जापान ने सीमा पर बैलेस्टीक मिसाईल तैनात कर दी है, ताईवान रेलने को तैयार ही है और साउथ चाइना सी में तीन युद्ध अमेरिका भी भेज चुका है।
यानि कि सब मिलकर रेलेगे और नहीं तो भारत अकेले काफी है, इस चाऊमीन के ठेले के लिये। ये जो एक हव्वा खड़ाकर रखा था कि अपने भारत में कि चीन की सेना बहुत मजबूत सेना है। अजी घंटा है, पकड़ कर भर्ती करते हैं और भारत में कैसे सेना की भर्ती होती है, ये सबको पता है। ऊपर से एक हाथ हिन्दुस्तानी सैनिक का पड़ते ही धरती से न उठ पाते हैं,ये ! उस दिन गलवान घाटी में धोखे से जो हमारे जवान को मार दिया न उसके बाद जो गर्दन और रीढ़ की हड्डियां टूटी हैं कि इन चाऊमीन के ठेलों को अपनी नानी याद आ गई है। याद बस इतना रखो दुनिया की सबसे सर्वश्रेष्ठ सेना है, हमारे पास और किसी भी परिस्थिति में विजय हमारी होगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
टिप्पणी पोस्ट करें