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रविवार, 28 जून 2020

दफन हो गई प्रतापगढ़ के एक गिरोह को बेची गई AK-47 वाली खबर

प्रतापगढ़ के पुलिस लाइन के शस्त्रागार के डबल लॉक से गायब हुई AK-47का आज तक नहीं चल सका सुराग... 

आखिर इतने बड़े मामले उझलते तो हैं परन्तु बाद में दब जाते हैं। आखिर किसके दबाव में दफ़न कर दिए जाते हैं ऐसे बड़े से बड़े मामले...


AK-47रायफल की प्रतीकात्मक तस्वीर...
सेंट्रल आर्डिनेंस डिपो जबलपुर से AK-47 रायफलों की चोरी के मामले में मऊआइमा के अनवर खां का सुराग जुटाने पहुंची आईबी और एटीएस ने प्रतापगढ़ पहुंच कर पूँछताँछ की थी। एटीएस को सुराग मिला है कि एक AK-47 रायफल प्रतापगढ़ के गिरोह से ताल्लुक रखने वाले शार्प शूटर को बेची गई है। एटीएस अब अनवर के साथ ही AK-47 हासिल करने वाले बदमाश का सुराग पाने में जुटी है। मऊआइमा के उस युवक को खंगाला गया जो अनवर के साथ दो बार मुंबई गया था। बताते हैं कि अनवर ने नक्सली, माफिया, उग्रवादी संगठनों को कारतूस सप्लाई करने की तगड़ी व्यवस्था संचालित कर रखी थी।

दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर...
जबलपुर डिपो से बड़े पैमाने पर AK-47 चोरी हुई थी। 29 अगस्त, 2018 को तीन AK-47 के साथ इमरान को मुंगेर, बिहार में गिरफ्तार किया गया था। उससे सुराग मिला कि असलहा तस्कर अनवर AK-47 की चोरी में शामिल होने के साथ-साथ बड़े पैमाने पर कारतूस की सप्लाई भी करता था। उसके मार्फत AK-47 कई माफिया और आपराधिक गिरोह तक पहुंची। इसी पड़ताल में प्रतापगढ़ के गिरोह का नाम आया तो आईबी और एटीएस के कान खड़े हुए। सोमवार को टीमों ने मऊआइमा बार्डर से जुड़े मानधाता, प्रतापगढ़ में पहुंचकर पूँछताँछ की। एक गिरोह के कई शूटरों के नामों की जानकारी ली। अनवर के साथ-साथ उसके दो संदिग्ध साथियों के बारे में जानकारी जुटाई गई..."
मऊआइमा के उस युवक को खंगाला गया जो अनवर के साथ दो बार मुंबई गया था। बताते हैं कि अनवर ने नक्सली, माफिया, उग्रवादी संगठनों को कारतूस सप्लाई करने की तगड़ी व्यवस्था संचालित कर रखी थी। उसके रिश्ते इलाहाबाद और आसपास के जिलों के कई नेताओं और माफिया से हैं। उसने बिहार के खगड़िया, सहरसा, नवगछिया और पूर्णिया के अलावा सीमांचल के अररिया, किशनगंज, फारबिसगंज जिलों में कारतूस की सप्लाई की है। सीओ एसटीएफ नवेन्दु कुमार का कहना है कि प्रतापगढ़ के एक गिरोह पर एसटीएफ पहले से निगाह रख रही है। उस गिरोह के कई सदस्य वांटेड भी हैं। ऐसे गिरोह के ऊपर राजनीतिक संरक्षण प्राप्त रहता है इसलिए बिना सफलता मिले उसका डिटेल सार्वजनिक कारन ठीक नहीं होता अनवर और उसके साथियों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। अनवर के घरवाले अब कहां शिफ्ट हो गए हैं,इसका पता लगाया जा रहा है।

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