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गुरुवार, 11 जून 2020

प्रतापगढ़ पट्टी सर्किल के धुई-गोविन्दपुर गांव में जातीय संघर्ष और बवाल का साजिशकर्ता हरिकेश पटेल गिरफ्तार


प्रतापगढ़ में जातीय हिंसा फैलाने की हो रही थी बड़ी साजिश,जातीय बवाल का मास्टरमांइड चढ़ा पुलिस के हत्थे...!!!

प्रेस वार्ता करते पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ अभिषेक सिंह 
बीते 22 मई को प्रतापगढ़ की पट्टी सर्किल के धुई-गोविन्दपुर गांव में प्रधान पुत्र से आपसी झगड़े में अफवाह फैलाकर जातीय संघर्ष का रूप दिया गया था। प्रधान पुत्र से मारपीट के बाद जातीय बवाल की अफवाह फैलायी गयी थी। अफवाह पर उग्र भीड़ द्वारा पुलिस पर पथराव, आगजनी और बवाल के बाद हरिकेश पटेल सियासी हवा देने में कामयाब हुआ था। हफ्ते भर पहले एक और मर्डर और बवाल कर प्रतापगढ़ को जातीय हिंसा में झोंकने का हरिकेश ने प्लान बनाया था। ऑडियो से पुलिस के होश उड़ गए थे। पर पुलिस ने अपना नेटवर्क फैलाया और सक्रियता दिखाई तो हरिकेश पटेल का प्लान फेल हो गया। एस पी अभिषेक सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर किया खुलासा। स्थानीय और सूबे के नेता धुई-गोविन्दपुर बवाल मामले में जातीय सियासत को हवा देने के लिए पिछले माह मई से पहुँच रहे थे। कल भारत सरकार और उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के गठबंधन में शामिल अपना दल एस की राष्ट्रीय अध्यक्षा अनुप्रिया पटेल का प्रोग्राम प्रस्तावित है। कल सुहेलदेव भारतीय समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर  को पुलिस ने बैरंग वापस भेज दिया था।

पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ अभिषेक सिंह के कुशल निर्देशन में दिनांक 10.06.2020 को जनपद के स्वाट टीम, थाना पट्टी व थाना आसपुर देवसरा की संयुक्त पुलिस टीम को दिनांक 22.05.2020 को धुई/गोबिन्दपुर में हुई हिंसा के मास्टर माइंड को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई। जातीय संघर्ष का मास्टर माइंड जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया उसका नाम हरिकेश पटेल है। वह नन्हे पटेल का पुत्र है और गोबिन्दपुर थाना आसपुर देवसरा जनपद प्रतापगढ़ का रहने वाला है। उसके पास से पुलिस ने वो मोबाइल फोन बरामद किया गया, जिससे वह फोन करके जातीय संघर्ष का प्लान बना रहा था। उसका मोबाइल वीवो कम्पनी का है। उसकी गिरफ्तारी  लोहारन चैराहा, धुई के पास थाना पट्टी जनपद प्रतापगढ़ से हुई है।

जातीय संघर्ष और बवाल का साजिशकर्ता हरिकेश पटेल गिरफ्तार...
घटना दिनांक- 22.05.2020 को प्रथम पक्ष राम आसरे तिवारी पुत्र शारदा तिवारी निवासी धुई थाना पट्टी जनपद प्रतापगढ़ आदि व दूसरे पक्ष के नन्हे वर्मा पुत्र सीताराम वर्मा निवासी गोबिन्दपुर थाना आसपुर देवसरा जनपद प्रतापगढ़ आदि के बीच विवाद हो गया था। विवाद की सूचना पर पहुंचे पुलिस बल पर भी एक पक्ष द्वारा हमला किया गया था। इस सम्बन्ध में दोनो पक्षों से मिली तहरीर के आधार पर अभियोग पंजीकृत किया गया।  पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ अभिषेक सिंह द्वारा उक्त घटना से सम्बन्धित अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु कड़े निर्देश दिये गये थे, इसी क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी सुरेन्द्र प्रसाद द्विवेदी व क्षेत्राधिकारी पट्टी रमेश चन्द्र के निकट पर्यवेक्षण में स्वाट टीम प्रतापगढ़, प्रभारी निरीक्षक थाना पट्टी व प्रभारी निरीक्षक थाना आसपुर देवसरा द्वारा साक्ष्य संकलन, सुरागरसी-पतारसी व सर्विलांस टीम की मदद से अभियुक्तों/संदिग्धों पर नजर रखी जा रही थी कि दिनांक 04.06.2020 को समय करीब रात्रि 21ः30 बजे एक संदिग्ध व्यक्ति हरिकेश पटेल के बारे में सूचना मिली कि वह पंचायत भवन भोपालपुर के पास यह योजना बना रहा है कि वह किसी अज्ञात व्यक्ति की हत्या कर कानून व्यवस्था की भयंकर स्थिति उत्पन्न करने वाला है। वह अपने स्थानीय राजनैतिक लाभ के लियेे स्थानीय लोगों के मध्य जातीय संघर्ष, शत्रुता, घृणा तथा वैमन्स्यता उत्पन्न कराना चाहता है।

उक्त सूचना पर पुलिस टीम तत्काल भोपालपुर पंचायत भवन पहुंची तो देखा कि दो-तीन व्यक्ति मोटर साइकिल से भाग रहे हैं। सम्भवतः उन्हे पुलिस के आने की सूचना मिल गई थी। पुलिस की सक्रियता से उस दिन एक बड़ी घटना होने से टल गई थी। इस सम्बन्ध में थाना पट्टी पर मु0अ0सं0 128/20 धारा 115, 120बी, 153ए, 505 भादवि का अभियोग बनाम हरिकेश पटेल आदि के विरूद्ध पंजीकृत किया गया था। पुलिस टीम द्वारा हरिकेश पटेल व अन्य की गिरफ्तारी हेतु टीमे गठित करते हुये लगातार गिरफ्तारी का प्रयास किया जाने लगा। इसी क्रम में कल दिनांक 10.06.2020 को मुखबिर खास की सूचना पर उक्त संयुक्त पुलिस टीम द्वारा थानाक्षेत्र पट्टी के लोहारन चैराहा (धुई) से अभियुक्त हरिकेश पटेल उपरोक्त को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार अभियुक्त हरिकेश पटेल ने पूछताछ में बताया कि दिनांक 21.05.2020 को समय 05ः00 बजे शाम को रामआसरे तिवारी की गाय मेरे खीरे के खेत में आकर चर रही थी तो हम लोगों ने मना किया तो दोनों पक्षों में कहासुनी हो गयी थी। किसी तरह मामला शान्त हुआ और समझौता हो गया, लेकिन मैंने सोचा कि यह अच्छा विषय है और इसको मुद्दा बनाकर राजनैतिक लाभ लिया जा सकता है। 

इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए मैंने दिनांक 22-05-2020 को उसी प्रकरण की पुनः पंचायत बुलायी और लगभग 250-300 लोगों को अपने घर पर इकट्ठा किया और अफवाह फैलाया कि ग्राम धुई के लोग हम लोगों के साथ गांव में आकर मार-पीट कर रहे हैं तब मैंने सुनियोजित ढंग से ग्राम परसद, गोविन्दपुर, फत्तुपुर के कुछ लोगों को परसद में उन लोगों को घेरवा लिया और उनको मारपीट कर घायल कर दिया। जब अनिल तिवारी चोटहिलों के साथ थाना पट्टी मुकदमा लिखाने व डाक्टरी मुआइना कराने चला गया तो मैंने सुनियोजित तरीके से उसके घर पर 250-300 लोगों के साथ मिलकर चढ़ायी कर दिया और जमकर तोड़-फोड़ किया गया। तत्पश्चात प्रभारी निरीक्षक पट्टी कुछ पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर आ गये थे, जब उन्होनें हमलोगों को ललकारा व खदेड़ा तो हम लोग नरसिम्हा नाला व जंगलों में फैलकर छिपकर खड़े हो गये। 

जब प्रभारी निरीक्षक पट्टी ने बहुत ज्यादा पुलिस मंगवायी और पुलिस जब वहां पहुंचने के लिए आ रही थी, तब मैंने अपने साथियों के साथ पुलिस कर्मियों पर लाठी-डण्डा, कुल्हाड़ी, कुदाल, फावड़ा, बेल्चा, ईंट-पत्थर, पेप्सी की बोतलों से जान से मारने की नियत से हमला बोल दिया और पुलिस वालों की गाड़ियों को छतिग्रस्त कर दिया और गाड़ियों को आग के हवाले करने जा ही रहे थे कि इतने में भारी संख्या में पुलिस आ गयी और हम लोगों की घेराबन्दी करने लगी तो हम लोग जंगल व नाले की तरफ भागे। भागने समय गिर-गिर जा रहे थे, जिससे हम लोगों को चोटें भी आयी थी और हम लोग अपने पुलिस से घिरता व फंसता हुआ देखा तो मैंने बद्री वर्मा पुत्र रसली वर्मा निवासी गोविन्दपुर थाना आसपुर देवसरा प्रतापगढ़ के छप्पर में आग लगवा दी, जिससे पुलिस दबाव में आ सके।
उस दिन के बाद से मेरे द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से विभिन्न लोगों को भ्रामक सूचना देना और अन्दर ही अन्दर ऐसी घटना घटित होने की योजना बनाने लगा, जिससे कानून व्यवस्था की गम्भीर स्थिति उत्पन्न हो जाये और जिसका राजनैतिक लाभ मैं ले सकूं। इसी क्रम में दिनांक 04.06.2020 को जब रात्रि में बरसात हो रही थी, सड़को पर आवागमन कम था और पुलिस भी सड़क पर दिखाई नही दे रही थी तो ग्राम भोपालपुर पंचायत भवन के पास किसी अज्ञात व्यक्ति की हत्या करने की योजना बनायी थी और हत्या कर लेता तो उस दिन जातिगत विद्धेष बढ़ जाता और कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ जाती और जातिगत संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो जाती। जिससे मुझे भरपूर राजनैतिक लाभ मिलता। तब तक पता नहीं कैसे मेरी बात लीक हो गयी और भारी संख्या में पुलिस आ गयी। हम लोग फोन करके भाग गये। 

मैं तथा मेरे साथियों द्वारा किसी भी अज्ञात व्यक्ति की हत्या की योजना बना रहे थे, जिससे कानून व्यवस्था की भयंकर स्थिति उत्पन्न करायी जा सके जैसे कि अभी हाल में थाना फतनपुर क्षेत्र में पुलिस बल पर हमला करके 02-02 सरकारी गाड़ियों में आग लगा दी गयी थी, उसी तरह की ही घटना कारित करने की फिराक में हम लोग लगे है, जिससे स्थानीय राजनैतिक लाभ लिया जा सके और कानून व्यवस्था की स्थिति बिगाड़ी जा सके। साथ ही स्थानीय लोगों के मध्य वर्ग विभेद एवं एक जाति से दूसरे जाति को लड़ाने, जातीय संघर्ष कराने व आपस में शत्रुता घृणा तथा वैमनस्यता पैदा करने के लिए आपस में बातचीत करके योजना बना रहे है, जिससे लोगों में पुनः जातीय संघर्ष व जातियों/समुदायों के मध्य घृणा, शत्रुता एवं वैमनस्यता की भावना उत्पन्न हो जाये। 

मेरे पास से जो वीवो कम्पनी का मोबाइल फोन आप लोगों ने बरामद किया है, इसी मोबाइल से दिनांक 04.06.2020 को ग्राम भोपालपुर पंचायत भवन के पास हत्या करने की योजना मैंने बनायी थी। ऐसा करने से जातिगत विद्धेष बढ़ता और कानून व्यवस्था बिगड़ जाती और जातीय संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो जाती, जिसका मुझे भरपूर लाभ मिलता तब तक पता नहीं कैसे यह बात लीक हो गयी और पुलिस आ गयी तब हम लोग फोन से बात करते हुए भाग गये। उस दिन मेरे मोबाइल नं0 पर राजकुमार सरोज ने समय रात्रि करीब 22ः00 बजे फोन किया था और हम लोग आपस मेें बात कर रहे थे कि गोपालपुर पंचायत घर के पास से एक भी गाड़ी क्रास होने नही देंगे और बरसात है जो भी आयेगा उसे मार डालेंगें। इस षड़यंत्र में मेरे साथ सूरज मामा निवासी पूरे दलपतशाह, गुरू जी उदयराज निवासी रमईपुर, मुकेश पटेल निवासी गोविन्दपुर, राजबली निवासी परसद, सुरेश चाचा निवासी शिवलरा, राकेश यादव, उदयराज  निवासी बहुता, अशोक पटेल प्रयागराज, जयदीप पटेल, रमेश पटेल, आजाद पटेल निवासी थनेपुर, नीरज पटेल, राज कुमार सरोज निवासी गोबिन्दपुर, फूलचन्द निवासी परसद, आजाद भाई निवासी थनेपुर, उदयराज पटेल, बांकेलाल पटेल निवासी पहरा मुराये, राजबली निवासी परसद, रंजीत सिंह, लालजी निवासी गोविन्दपुर, संदीप आदि है। 

इस पूरे राजनैतिक खेल को फण्डिंग करने के लिए मैने अपनी माता सीता देवी का खाता सं0-87192350001057 सिण्डिकेट बैंक रेडीगारापुर, तहसील पट्टी, प्रतापगढ़ को सोशल मीडिया ग्रुप को भेजा, जिसमें मैंने उनको भ्रामक सूचनायें जैसे कि पुलिस प्रशासन ने हमारे लोगों के साथ मार-पीट किया, सम्पत्ति का नुकसान किया, घरों में तोड़-फोड़ किया, पूरे गांव में आग लगा दिया, दर्जनों मवेशी जल कर मर गये, भारी संख्या में लोग गायब है, औरतों के साथ छेड़खानी बलात्कार व मार-पीट कर लूट लिये गये, दूध पीते बच्चे को छाती से अलग कर फेंक दिया गया गया, पुलिस प्रशासन एक जाति विशेष के विरूद्ध एक तरफा कार्यवाही कर रही है, जैसी सूचनाएं भी भेजी। साथ ही मैंने अपने गांव की महिलाओं से धरना दिलवाकर फोटो वायरल किया। ऐसी भ्रामक सूचना के बहकावें में आकर लोगों ने पैसे डाले इस बात की पुष्टि मेरी माता के खाते के न0 87192350001057 का डिटेल मंगवाकर पता कर सकते हैं। 

इन सब कृत्यों से मेरा राजनैतिक कद बढ़ रहा था तथा आर्थिक लाभ भी हो रहा था, इसी वजह से मैं रोज नई-नई कहानियां बताकर लोगों को बहकाता था कि मामला हल न हो सके। अभियुक्त द्वारा बताये गये उसकी मां सीता देवी पत्नी शिव प्रसाद वर्मा, ग्राम गोविन्दपुर पोस्ट रेडिगारापुर, तहसील पट्टी, प्रतापगढ़ के खाता सं0-87192350001057 के विश्लेषण से दिनांक 01.01.2020 से 27.05.2020 तक कुल 11 ट्रांजेक्शन हुए थे। जब कि दिनांक 28.05.2020 से लेकर 09.06.2020 तक 100 रूपये से लेकर 5000 रूपये की रकम खाते में डाली गयी, जिसका कुल 114  ट्रांजेक्शन किये गये हैं, जिससे यह बखूबी साबित होता है कि माह मई 2020 में पट्टी हिंसा की घटना के बाद से किसी विशेष प्रयोजन हेतु अलग-अलग स्रोतो से विभिन्न धनराशि उपरोक्त एकाउण्ट में एकत्र की जा रही थी तथा अपना उल्लू सीधा करने के लिये पैसा इकट्ठा किया जा रहा था। उक्त घटना से सम्बन्धित अन्य अभियुक्तों की भी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। हरिकेश पटेल की गिरफ्तारी में प्रभारी निरीक्षक अजय सिंह मय स्वाट टीम जनपद प्रतापगढ़ और प्रभारी निरीक्षक नरेन्द्र कुमार सिंह मय हमराह थाना पट्टी जनपद प्रतापगढ़ शामिल रहे

2 टिप्‍पणियां:

  1. अगर ये पत्रकार की रिपोर्टिंग है तो बेहद घटिया

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  2. ये हकीकत है। पुलिस अधीक्षक महोदय कल प्रेस वार्ता कर इस पूरी कहानी का प्रेस नोट मीडिया को दिए है। पुलिस मीडिया सेल ने व्हाट्सएप के ग्रूपो पर ये बातें पोस्ट की है। मान्यवर किसी के चरित्र प्रमाण पत्र को मीडिया और पत्रकार निर्माण नहीं करता। बल्कि वह स्वयं करता है और उस पर पुलिस ही मुहर लगाती है। घटिया लोगों की घटिया सोच।

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