गहलोत और पायलट की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद राजस्थान में और तेज राजनीतिक घमासान...
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राजस्थान सीएम अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट |
"11जून को स्वर्गीय राजेश पायलट की पुण्य तिथि पर आयोजित प्रार्थना सभा से ही विधायकों को मानेसर ले जाने की योजना थी। इसलिए 10 जून को राजस्थान की सीमा सील करने का आदेश निकाला था। मैं,विधायक दल का नेता और मुख्यमंत्री हूँ इसलिए मेरे पास सब खबरें आती हैं, जरूरी नहीं कि ऐसी खबरें सचिन पायलट के पास भी हो-सीएम गहलोत। "
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मुंह में राम बगल में छूरी वाले दौर में दोनों नेता... |
राजस्थान में भाजपा द्वारा कांग्रेस विधायकों को 25-25 करोड़ रुपए में खरीदने को लेकर 15 जून को जयपुर में कांग्रेस की ओर से एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। इस कान्फ्रेंस में सीएम अशोक गहलोत, डिप्टी सीएम व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया। हमेशा की तरह इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी गहलोत और पायलट ने कहा कि हम साथ-साथ हैं। लेकिन इस कॉन्फ्रेंस के बाद राजस्थान में राजनीतिक घमासान और तेज हो गया है। कहा जा रहा है कि सीएम अशोक गहलोत ने कांग्रेस के असंतुष्ट विधायकों का मानसेर प्लान फेल कर दिया है। इस प्लान के तहत 11 जून को स्वर्गीय राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर दौसा में आयोजित प्रार्थना सभा में एकत्रित हुए कांग्रेस विधायकों को दिल्ली-हरियाणा सीमा पर स्थित मानेसर के किसी होटल में ले जाना था। चूंकि इस प्लान की भनक सीएम अशोक गहलोत को पहले ही लग गई थी, इसलिए 10 जून की सुबह ही राजस्थान की सभी सीमा सील कर दी गई।
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राजस्थान में दोनों नेताओं के बीच रियल में ऐसे हैं हालात... |
यहां यह उल्लेखनीय है कि 10 जून को कानून व्यवस्था के डीजीपी एमएल लाठर ने सुबह सुबह ही आदेश निकाल कर सीमाएं सील की थी। हालांकि बाद में इस आदेश को संशोधित करते हुए आवागमन को नियंत्रित करने की बात कही गई। आज भी यह आदेश लागू है की राजस्थान से सरकार की अनुमति के बगैर कोई भी व्यक्ति बाहर नहीं जा सकता है। इस आदेश की वजह से ही असंतुष्ट विधायकों का मानेसर प्लान फेल हो गया। प्रेस कॉन्फेंस में सीएम गहलोत ने मानेसर प्लान पर तो कोई टिप्पणी की, लेकिन साफ कहा कि मैं, कांग्रेस विधायक दल का नेता और मुख्यमंत्री हूँ। इसलिए मेरे पास सभी प्रकार की खबरें आती हैं। यह जरूरी नहीं कि ऐसी खबरें प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट के पास भी हो। इसलिए पायलट का यह कहना वाजिब है कि राज्यसभा चुनाव में चिंता करने की कोई बात नहीं है। गहलोत और सुरजेवाला ने सवाल उठाया कि जब भाजपा के पास बहुमत नहीं है, तो फिर राज्यसभा के चुनाव में दूसरा उम्मीदवार क्यों खड़ा किया। साफ जाहिर है कि कर्नाटक और मध्यप्रदेश की तरह राजस्थान में भी कांग्रेस की सरकार को गिराने का षडय़ंत्र हो रहा है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब सीएम गहलोत से यह पूछा गया कि भाजपा के किस नेता का फोन कांग्रेस के किस विधायक के पास आया तो गहलोत ने कहा कि यह बात मैं पत्रकारों को नहीं बता सकता। अलबत्ता विधायकों की खरीद फरोख्त की गंभीरता को देखते हुए अब पूरे मामले की जांच एसआईटी से भी करवाई जा रही है। गहलोत ने कहा कि मुख्य सचेतक महेश जोशी ने एसीबी में जो शिकायत दर्ज करवाई है। उसके साथ-साथ अब एसआईटी भी जांच करेगी। गहलोत ने कहा कि नरेन्द्र मोदी और अमित शाह की शह पर देश में निर्वाचित सरकारों को गिराने का षडय़ंत्र हो रहा है। एक ओर पूरा देश कोरोना महामारी से लड़ रहा है तो वहीं भाजपा सत्ता हथियाने में लगी हुई है। कान्फ्रेंस में पायलट ने कहा कि कांग्रेस हाईकमान द्वारा घोषित राज्यसभा चुनाव के दोनों उम्मीदवार आसानी से जीत जाएंगे। कांग्रेस को बहुमत से भी ज्यादा वोट प्राप्त होंगे। पायलट ने यह भी बताया कि कोरोना काल में राजस्थान में मनरेगा में 51 लाख ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध करवाया जा रहा है। पायलट ने कोरोना काल में प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के कार्यों की भी प्रशंसा की।
अलग-अलग बॉडी लैंग्वेज...
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट की बॉड लेंग्वेज अलग-अलग नजर आई। जहां गहलोत विजेता के तौर पर दिख रहे थे, वहीं सचिन पायलट यह भरोसा दिला रहे थे कि कांग्रेस में कोई असंतोष नहीं है। अपनी बात को दमदार तरीके से रखने के लिए पायलट ने यह भी कहा कि भाजपा में कितना असंतोष है, इसकी जानकारी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से ली जा सकती है। फिलहाल राजनीति के जानकारों का मानना है कि कांग्रेस के कमल की मध्य प्रदेश में सरकार गिराकर भाजपा अपने कमल को जिस तरह खिलाया, उसी तरह राजस्थान में सचिन पायलेट को पटाकर भाजपा राजस्थान की सरकार अब तक गिरा चुकी होती। अशोक गहलोत की कुशलता इसी बात में रही कि देश में कोरोना संक्रमण का रूप विकराल लेता जा रहा है, वर्ना भाजपा के रणनीतिकार अभी तक राजस्थान की कांग्रेस में अशोक की जगह शोक ही शोक दिखता।
प्रस्तुति:-एस.पी.मित्तल
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