देश पर आफ़त आयी है,लौंडे की बारात नहीं उठ रही...!!!
देश में जिस कदर जनता में मुफ्तखोरी की आदत सरकार बनाने के लिए देश की राजनीतिक दलों द्वारा किये जा रहे हैं वो चिंताजनक ही नहीं बल्कि देश को गर्त में गिराने जैसा है...!!!
तीन महीने तक लगभग 7 करोड़ गैस सिलेंडर मुफ्त। इन सब घरों को तीन महीने तक राशन मुफ्त. इसके अतिरिक्त तीन महीने तक 1000 से तीन हजार रुपए प्रतिमाह की अर्थिक सहायता। किसान सम्मान निधि 20 करोड़ ज़नधन खातों में, 2.5 करोड़ दिहाड़ी मजदूरों को अर्थिक सहायता हेतु इसके अलावा बहुत कुछ और भी है।भविष्य में कमाई के स्त्रोत ठप्प ना हों जाएं बंद ना हो जाएं इसके लिए लाखों करोड़ रुपए का भी प्रबन्ध किया गया है। लेकिन इसके बावजूद भी नाक भौं सिकोड़ रहे, नुक्ताचीनी कर रहे, हर बात में खोट ढूंढ रहे सभी हरामखोरों को यह समझ लेना चाहिए, स्वीकार लेना चाहिए कि देश के सिर पर इतिहास की सबसे बड़ी मुसीबत मंडरा रही है। 50 दिनों से सरकार की कमाई के सारे स्त्रोत बंद हैं। ऐसे कठिन समय में भी गरीबों की इतने वृहद स्तर पर ऐसी सहायता कर रही है सरकार। ऐसी स्थिति में रोजाना चटपटे मसालेदार व्यंजन के साथ दारू की बोतल, सिगरेट की डिब्बी और नेग न्यौछावर की तरह 500 रूपया नहीं बांटती कोई सरकार ! क्योंकि देश पर आफ़त आयी है, लौंडे की बारात नहीं उठ रही...!!!
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