कोरोना संक्रमण काल में भी डेरी संचालक मुहल्ले को संक्रमित करने का कर रहे हैं,घृणित कार्य
मृत गौवंश को निवाला बनाते आवारा कुत्ते |
श्री हनुमान जी के मंदिर के सामने बोरे में मृत गौवंश को नोच नोचकर अपना निवाला बनाते आवारा कुत्ते। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण काल में गुफरान घोंसी ने गौवंश को बोरे में भरकर ट्रेजरी चौराहे के पास श्री हनुमान जी के मंदिर के सामने फेंक कर अपने दायित्वों से कर ली इतिश्री। गौवंश को बोरे में भरकर श्री हनुमान जी के मंदिर के सामने ट्रेजरी चौराहे के बगल नगरपालिका के डंपिंग प्लेस पर फेंका। आवारा कुत्ते बना रहे हैं,उसका निवाला। कोतवाली नगर क्षेत्र के पल्टन बाजार निवासी गुफरान घोंसी पुत्र कल्लू ने बड़ी निडरता के साथ श्री हनुमान जी के मंदिर के सामने आज गौवंश यानि गाय के मृत बछड़े को एक बोरे में भरकर दो लोंगो के सहयोग से श्री हनुमान जी के मंदिर में सामने ट्रेजरी चौराहे के बगल फेंक दिया।
" नगरपालिका के डंपिंग प्लेस पर मृत गौवंश यानि बछड़े को फेंक कर कोरोना संक्रमण काल में मुहल्ले को संक्रमित करने का जिस तरह घृणित कार्य एक डेरी संचालक द्वारा किया गया,उसकी जितनी निंदा की जाए वो कम होगी। जिस तरह गौवंश को कुत्ते नोंच कर अपना निवाला बना रहे हैं। उसे देखकर हर किसी इंसान का मन बहुत द्रवित हुआ होगा। कुछ लोग तो निःशद होकर खड़े खड़े घटनाक्रम को सिर्फ देखते रहे। नगरपालिका प्रशासन को इसकी सूचना दी गई है। देखना है कि नगरपालिका के जिम्मेदार ऐसे अमानवीय घोंसी के विरुद्ध कौन सी कार्यवाही करते हैं...???"
बोरे में भरकर फेंका गया मृत गौवंश |
इस घटनाक्रम को मुहल्ले के कुछ लोगों ने देखा और इसकी सूचना मंदिर के पुजारी प्रवीण पाण्डेय उर्फ़ सुभाष को दी गई। मंदिर के पुजारी बिना देर किये अपने घर से मंदिर पहुँचे और मंदिर खोलकर उसमें लगे साउंड सितम को ऑन कर मंदिर से जुड़े भक्तों को मंदिर पर पहुँचने का आग्रह किया। मंदिर के पुजारी की आवाज को सुनकर दर्जनों भक्त मंदिर पहुँच गए। फिर मंदिर के पुजारी प्रवीण पाण्डेय ने नगर कोतवाल को फोनकर पूरी घटना से अवगत कराया। घटना की नजाकत को भांपते हुए नगर कोतवाल सुरेन्द्र नाथ जी बिना देर किये श्री हनुमान जी मंदिर पर मय फोर्स आ धमके। सारे प्रकरण को समझने के बाद नगर कोतवाल गौवंश के मृत शरीर को नगरपालिका के जेसीबी से उठवा कर मामले को किसी तरह शांत कराया।
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