सूरज को दिया दिखा रही है,कांग्रेस...!!!
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कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा... |
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब तक 16 लाख प्रवासी कामगारों/नागरिकों को उत्तरप्रदेश वापस ला चुके हैं। सोशल डिस्टेंसिंग की नियमावली का पालन करते हुए इतने लोगों को उत्तर प्रदेश वापस लाने के लिए लगभग 55-60 हज़ार बसों की आवश्यकता होती। उत्तर प्रदेश वापसी का यह कार्य अभी भी युद्ध स्तर पर दिन रात चल रहा है। अतः ऐसे मुख्यमंत्री को लगभग 800 खटारा बसों की खैरात बांटने का ढिंढोरा पीट रही कांग्रेस की करतूत सूरज को दिया दिखाने वाली कहावत को चरितार्थ कर रही है। कांग्रेस और उसके चमचों को याद हो न हो, लेकिन उत्तर प्रदेश को भलीभांति याद है कि 24 मार्च की रात को लॉकडाउन जब लागू हुआ, उसके बाद राजस्थान के कोटा के कोचिंग सेंटरों फंस गए अन्य प्रदेशों के हज़ारों छात्रों ने घर जाने की चीख पुकार गुहार लगानी शुरू कर दी थी। क्योंकि ये सभी छात्र पढ़े लिखे और आधुनिक संचार साधनों से लैस थे।
अतः उनकी चीख पुकार गुहार मीडिया में भी तत्काल गूंजने लगी थी। इसमें सबसे ज्यादा छात्र उत्तरप्रदेश के ही थे। लेकिन उन छात्रों की इतनी जबर्दस्त चीख पुकार गुहार के बावजूद राजस्थान का तुतला मुख्यमंत्री अशोक गहलौत चुप्पी साधे बैठे रहे। अंततः 18 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश परिवहन की 300 बसें कोटा भेजकर उत्तर प्रदेश के लगभग 7500 छात्रों को उत्तर प्रदेश स्थित उनके घर पहुंचाया था। उस समय कांग्रेस अध्यक्ष एंटोनिया एडविज अल्बिना माइनो उर्फ सोनिया गांधी की दुलारी बिटिया तथा रॉबर्ट वाड्रा की बीबी प्रियंका वाड्रा और राजस्थान के तुतले मुख्यमंत्री को उत्तर प्रदेश में बसें भेजने, उत्तर प्रदेश को बसें देने का ध्यान क्यों नहीं आया था...???
अतः उनकी चीख पुकार गुहार मीडिया में भी तत्काल गूंजने लगी थी। इसमें सबसे ज्यादा छात्र उत्तरप्रदेश के ही थे। लेकिन उन छात्रों की इतनी जबर्दस्त चीख पुकार गुहार के बावजूद राजस्थान का तुतला मुख्यमंत्री अशोक गहलौत चुप्पी साधे बैठे रहे। अंततः 18 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश परिवहन की 300 बसें कोटा भेजकर उत्तर प्रदेश के लगभग 7500 छात्रों को उत्तर प्रदेश स्थित उनके घर पहुंचाया था। उस समय कांग्रेस अध्यक्ष एंटोनिया एडविज अल्बिना माइनो उर्फ सोनिया गांधी की दुलारी बिटिया तथा रॉबर्ट वाड्रा की बीबी प्रियंका वाड्रा और राजस्थान के तुतले मुख्यमंत्री को उत्तर प्रदेश में बसें भेजने, उत्तर प्रदेश को बसें देने का ध्यान क्यों नहीं आया था...???
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