इकोनॉमिक्स नहीं पगलवानॉमिक्स के समर्थक सभी हरामखोरों अहसानफरामोशों, कृतघ्नों, कमीनों के अनुसार देश के सिर पर अचानक आयी कोरोना आफ़त से निपटने के लिए मोदी 20 लाख करोड़ रुपये की व्यवस्था अचानक और तत्काल कैसे करेगा, कहां से करेगा, कैसे कर रहा है...? कहां से कर रहा है...? इन बातों से हमें क्या मतलब, हमें इससे क्या लेना देना...? हमें तो ये बताओ कि मोदी पेट्रोल सस्ता क्यों नहीं कर रहा...???
मोदी उद्योग, व्यापार, कृषि और बाजार के पहिये पूरी गति से पुनः चलाने के लिए लाखों करोड़ रुपए की व्यवस्था कर रहा है तो इससे हमें क्या लेनादेना, इससे हमें क्या फायदा...? हमें तो ये बताओ कि हमको हराम में हजारों रूपया क्यों नहीं बांट रहा है, हमारी जेबें क्यों नहीं भर रहा है,मोदी...???
देश में कोरोना महामारी हमारा नुकसान करने थोड़े ही आयी थी। वो तो मोदी के कारण आयी थी। केवल मोदी को शिकार बनाने आयी थी। मोदी 50 हजार वेंटिलेटर अपने लिए बनवा/मंगवा रहा है। देश में एक भी N95 मास्क नहीं बनता था, पर आज मोदी 2 लाख मास्क रोज अपने लिए बनवा रहा है। देश में वायरस जांच की केवल एक लैब थी, मोदी ने केवल 2 महीने में 400 से अधिक लैब अपना टेस्ट करवाने के लिए बनवा दिया है। 5000 रुपये कीमत वाला, रोजाना एक लाख लोगों का टेस्ट मुफ्त में केवल अपने लिए करा रहा है,मोदी। केवल 3 महीने में देश में लगभग 3800 स्पेशल कोरोना अस्पतालों की व्यवस्था मोदी ने अपने लिए करायी है। अब तक 85 हजार कोरोना पीड़ितों का मुफ्त इलाज मोदी अपने लिए करा रहा है। लगभग एक करोड़ से अधिक कर्मचारियों को घर में बैठाकर पूरी तनख्वाह मोदी ने अपनी जान बचाने के लिए दी है। सूची बहुत लम्बी है, लेकिन हमें इससे क्या मतलब वो सब तो मोदी अपने लिए कर रहा है...? हमें तो पैसा चाहिए, वो भी नगद चाहिए, बिना कोई कामधाम किए हुए चाहिए। हमें तो बस पैसा दे मोदी... और हां... फोटोस्टेट वाले को डबल पैसा दे मोदी। वर्ना हम आग मूतना बंद नहीं करेंगे...!!!
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