दुकान के कर्मचारी के साथ मिलकर परिवार के सभी सदस्यों के खात्मे का बनाया,प्लान...!!!
पुलिस की पूछताछ में खुलती गयी प्लान की परत दर परत फेमिली मर्डर की मिस्ट्री...!!!
14मई, 2020 की दोपहर में ढाई से तीन बजे के बीच दिया गया घटना को अंजाम...!!!
रात में साढ़े दस बजे एडीजी जोन प्रेम प्रकाश ने मीडिया के सामने सनसनी खेज घटना का किया खुलासा...!!!
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कारोबारी तुलसीराम केसरवानी समेत परिवार के चार लोगों की गला रेतकर की गयी जघन्य हत्या की घटना का खुलासा पुलिस ने 8 घंटे के भीतर कर दिया। पुलिस ने घटना का खुलासा किया तो लोग स्तब्ध रह गये। कारोबारी तुलसीराम समेत परिवार के चार लोगों की हत्या कराने का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि तुलसीराम का ही इकलौता बेटा आतिश केसरवानी निकला। घर की नौकरानी से उसके प्रेम संबंध थे। नौकरानी से वह शादी करना चाहता था। इसका परिजन विरोध कर रहे थे।बेटे आतिश और नौकरानी के बीच संबंधों की जानकारी होने पर पिता तुलसीराम ने नौकरानी को काम से हटा दिया था और बेटे को खर्च के लिए पैसा देना बंद कर दिया था। इसके बाद से ही आतिश ने दुकान के कर्मचारी अनुज श्रीवास्तव से मिलकर परिवार के सभी सदस्यों के सफाये की योजना तैयार कर डाली।
बता दें तुलसीराम मूलत: कौशांबी के रहने वाले थे। यहां धूमनगंज थाना क्षेत्र के प्रीतमनगर में वह आकर रहने लगे थे और यहां इलेक्ट्रानिक्स की बड़ी दुकान खोल रखी थी। मोहल्ले में तुलसीराम की काफी प्रतिष्ठा थी। घर में बेटे आतिश के अलावा पत्नी, बेटी और बहू रहते थे। इस तरह बनाया था,प्लान। घटना का खुलासा करते हुए एडीजी प्रेम प्रकाश ने मीडिया को बताया कि आतिश ने दुकान के कर्मचारी अनुज से परिवार के चार सदस्यों की हत्या के लिए 8 लाख रुपये में सौदा तय किया था। एडवांस के तौर पर 75 हजार रुपये दे दिये थे।तय प्लान के मुताबिक आतिश ने 14 मई 2020 को कर्मचारी अनुज को सुबह ही दुकान पर बुला लिया था। दुकान घर में ही थी। इसके लिए लाकडाउन के चलते सामने का शटर बंद कर अंदर से ग्राहकों को सामान देने लगा था।
दोपहर में एक बजे आतिश स्कूटी से घर से निकल गया। घर से निकलने से पहले उसने एक हत्यारे को घर के भीतर गोदाम में छिपा दिया था। आतिश के घर से बाहर चले जाने के कुछ देर बाद ही अनुज श्रीवास्तव का मामला राजकृष्ण श्रीवास्तव पहुंचा और सामान खरीदने के बहाने दुकान के अंदर पहुंच गया। इस तरह दिया घटना को अंजाम। दुकान पर बैठे तुलसीराम केसरवानी को अनुज, राजकृष्ण और गोदाम में छिपे हत्यारे ने पहुंचकर एक साथ पकड़ लिया और धारदार चाकू से गला रेत दिया। तुलसीराम के चीखने की आवाज सुनकर उनकी पत्नी किरण पहुंची तो हत्यारों ने उनकी भी गला रेतकर हत्या कर दी। इसी बीच तुसलीराम की बहू यानि आतिश की पत्नी प्रियंका पहुंची तो हत्यारों ने उसका भी गला रेत दिया। इन तीनों की हत्या करने के बाद हत्यारे घर के दूसरे मंजिल पर पहुंचे और वहां कमरे में सो रही आतिश की बहन की भी गला रेतकर हत्या कर दी। परिवार के सभी चारों सदस्यों की हत्या करने के बाद तीन बजे मोबाइल पर आतिश को हत्यारों ने इसकी जानकारी दी।
घटना के बाद अनुज को छोड़कर बाकी सभी हत्यारे चले गये। आतिश ने कुछ इस तरह किया नाटक। दोहपर तीन बजे के बाद आतिश घर पहुंचा तो दुकान के कर्मचारी अनुज ने उसे दुकान का शटर न खुलने की बात बतायी और कहा कि दुकान न खुलने से ग्राहक वापस चले जा रहे हैं। इसके बाद आतिश बगल के दरवाजे से घर के भीतर पहुंचा और घर में ही चीखने-चिल्लाने लगा। आतिश के चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग पहुंचे तो तुलसीराम समेत परिवार के सभी चार सदस्यों की हत्या किये जाने की जानकारी सार्वजनिक हुई। इसके बाद पुलिस को घटना की जानकारी दी गयी। जानकारी मिलते ही पुलिस के अधिकारी मौके पर जा पहुंचे और छानबीन शुरू कर दी। ऐसे खुला घटना का रहस्य। पुलिस ने घटना की छानबीन शुरू की तो घर के भीतर ही हत्या में प्रयोग की गयी चाकू बरामद हो गयी। चाकू पर खून के धब्बे मिलने से शक गहरा गया। किचेन के सिंक और बाथरुम की नाली में भी खून के धब्बे मिले तो पुलिस ने आतिश के मोबाइल की काल डिटेल खंगालनी शुरू की। मोबाइल की काल डिटेल खंगालते ही आतिश टूट गया और पूरी घटना की कहानी बयां कर दी।
पुलिस की पूछताछ में खुलती गयी प्लान की परत दर परत फेमिली मर्डर की मिस्ट्री...!!!
14मई, 2020 की दोपहर में ढाई से तीन बजे के बीच दिया गया घटना को अंजाम...!!!
रात में साढ़े दस बजे एडीजी जोन प्रेम प्रकाश ने मीडिया के सामने सनसनी खेज घटना का किया खुलासा...!!!
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कारोबारी तुलसीराम केसरवानी समेत परिवार के चार लोगों की गला रेतकर की गयी जघन्य हत्या की घटना का खुलासा पुलिस ने 8 घंटे के भीतर कर दिया। पुलिस ने घटना का खुलासा किया तो लोग स्तब्ध रह गये। कारोबारी तुलसीराम समेत परिवार के चार लोगों की हत्या कराने का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि तुलसीराम का ही इकलौता बेटा आतिश केसरवानी निकला। घर की नौकरानी से उसके प्रेम संबंध थे। नौकरानी से वह शादी करना चाहता था। इसका परिजन विरोध कर रहे थे।बेटे आतिश और नौकरानी के बीच संबंधों की जानकारी होने पर पिता तुलसीराम ने नौकरानी को काम से हटा दिया था और बेटे को खर्च के लिए पैसा देना बंद कर दिया था। इसके बाद से ही आतिश ने दुकान के कर्मचारी अनुज श्रीवास्तव से मिलकर परिवार के सभी सदस्यों के सफाये की योजना तैयार कर डाली।
बता दें तुलसीराम मूलत: कौशांबी के रहने वाले थे। यहां धूमनगंज थाना क्षेत्र के प्रीतमनगर में वह आकर रहने लगे थे और यहां इलेक्ट्रानिक्स की बड़ी दुकान खोल रखी थी। मोहल्ले में तुलसीराम की काफी प्रतिष्ठा थी। घर में बेटे आतिश के अलावा पत्नी, बेटी और बहू रहते थे। इस तरह बनाया था,प्लान। घटना का खुलासा करते हुए एडीजी प्रेम प्रकाश ने मीडिया को बताया कि आतिश ने दुकान के कर्मचारी अनुज से परिवार के चार सदस्यों की हत्या के लिए 8 लाख रुपये में सौदा तय किया था। एडवांस के तौर पर 75 हजार रुपये दे दिये थे।तय प्लान के मुताबिक आतिश ने 14 मई 2020 को कर्मचारी अनुज को सुबह ही दुकान पर बुला लिया था। दुकान घर में ही थी। इसके लिए लाकडाउन के चलते सामने का शटर बंद कर अंदर से ग्राहकों को सामान देने लगा था।
दोपहर में एक बजे आतिश स्कूटी से घर से निकल गया। घर से निकलने से पहले उसने एक हत्यारे को घर के भीतर गोदाम में छिपा दिया था। आतिश के घर से बाहर चले जाने के कुछ देर बाद ही अनुज श्रीवास्तव का मामला राजकृष्ण श्रीवास्तव पहुंचा और सामान खरीदने के बहाने दुकान के अंदर पहुंच गया। इस तरह दिया घटना को अंजाम। दुकान पर बैठे तुलसीराम केसरवानी को अनुज, राजकृष्ण और गोदाम में छिपे हत्यारे ने पहुंचकर एक साथ पकड़ लिया और धारदार चाकू से गला रेत दिया। तुलसीराम के चीखने की आवाज सुनकर उनकी पत्नी किरण पहुंची तो हत्यारों ने उनकी भी गला रेतकर हत्या कर दी। इसी बीच तुसलीराम की बहू यानि आतिश की पत्नी प्रियंका पहुंची तो हत्यारों ने उसका भी गला रेत दिया। इन तीनों की हत्या करने के बाद हत्यारे घर के दूसरे मंजिल पर पहुंचे और वहां कमरे में सो रही आतिश की बहन की भी गला रेतकर हत्या कर दी। परिवार के सभी चारों सदस्यों की हत्या करने के बाद तीन बजे मोबाइल पर आतिश को हत्यारों ने इसकी जानकारी दी।
घटना के बाद अनुज को छोड़कर बाकी सभी हत्यारे चले गये। आतिश ने कुछ इस तरह किया नाटक। दोहपर तीन बजे के बाद आतिश घर पहुंचा तो दुकान के कर्मचारी अनुज ने उसे दुकान का शटर न खुलने की बात बतायी और कहा कि दुकान न खुलने से ग्राहक वापस चले जा रहे हैं। इसके बाद आतिश बगल के दरवाजे से घर के भीतर पहुंचा और घर में ही चीखने-चिल्लाने लगा। आतिश के चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग पहुंचे तो तुलसीराम समेत परिवार के सभी चार सदस्यों की हत्या किये जाने की जानकारी सार्वजनिक हुई। इसके बाद पुलिस को घटना की जानकारी दी गयी। जानकारी मिलते ही पुलिस के अधिकारी मौके पर जा पहुंचे और छानबीन शुरू कर दी। ऐसे खुला घटना का रहस्य। पुलिस ने घटना की छानबीन शुरू की तो घर के भीतर ही हत्या में प्रयोग की गयी चाकू बरामद हो गयी। चाकू पर खून के धब्बे मिलने से शक गहरा गया। किचेन के सिंक और बाथरुम की नाली में भी खून के धब्बे मिले तो पुलिस ने आतिश के मोबाइल की काल डिटेल खंगालनी शुरू की। मोबाइल की काल डिटेल खंगालते ही आतिश टूट गया और पूरी घटना की कहानी बयां कर दी।
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