लोकसभा की पहली लिस्ट में सपा के 9उम्मीदवारों में 4उम्मीदवार प्राईवेट लिमिटेड से...!!!
मुलायम सिंह की मैनपुरी से उम्मीदवारी के बाद वहाँ के सांसद तेज प्रताप सिंह यादव को किस सीट पर किया जायेगा अर्जेस्ट...???
सपा में उम्मीदवारी न मिलने पर क्या तेज प्रताप शिवपाल यादव की पार्टी में जा सकते हैं...???
सपा में उम्मीदवारी न मिलने पर क्या तेज प्रताप शिवपाल यादव की पार्टी में जा सकते हैं...???
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80सीटें हैं और देश में उत्तर प्रदेश लोकसभा सीट को लेकर पहले स्थान पर है। सपा वर्ष-2004 में लोकसभा की 39 सीट पर कब्जा किया था। जो वर्ष-2009 में आधी हो गई और वर्ष-2014 में सिर्फ खानदान की सीट ही शेष बची। लोकसभा वर्ष-2014 के चुनाव में मुलायम सिंह अपनी परम्परागत सीट मैनपुरी के अतिरिक्त आजमगढ़ सीट से भी लोकसभा का चुनाव लड़े थे और अपने शिष्य भाजपा उम्मीदवार रमाकांत यादव से कड़े मुकाबले में विजयी हो सके थे। मुलायम सिंह अपनी परम्परागत सीट मैनपुरी छोड़ दिया और उस सीट से मुलायम सिंह अपने भतीजे तेज प्रताप सिंह को चुनाव लड़ाकर परिवार में भाईयों के परिवार को बैलेंस करने का काम किया था।
सपा की कमान अखिलेश के हाथ में जाने के बाद माना जा रहा था कि सपा संस्थापक अब संरक्षक की भूमिका में आने के बाद वर्ष-2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। साथ ही ये भी माना जा रहा था कि अखिलेश यादव अपनी पत्नी को वर्ष-2019 के चुनाव में प्रत्याशी नहीं बनायेंगे। चूँकि कन्नौज उनकी स्वयं की सीट रही जिसे वो उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद उसे छोड़े थे और उस सीट पर अपनी पत्नी डिम्पल यादव को चुनाव मैदान में उतारकर संसद भवन दिल्ली पहुँचाया था। आगामी लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव अपनी पुरानी सीट कन्नौज से स्वयं उम्मीदवार होंगे,ऐसा लोग कयास लगा रहे थे,परन्तु अखिलेश यादव ने कन्नौज सीट से डिम्पल यादव को उतारकर उस पर विराम लगा दिया..!!!
सपा की कमान अखिलेश के हाथ में जाने के बाद माना जा रहा था कि सपा संस्थापक अब संरक्षक की भूमिका में आने के बाद वर्ष-2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। साथ ही ये भी माना जा रहा था कि अखिलेश यादव अपनी पत्नी को वर्ष-2019 के चुनाव में प्रत्याशी नहीं बनायेंगे। चूँकि कन्नौज उनकी स्वयं की सीट रही जिसे वो उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद उसे छोड़े थे और उस सीट पर अपनी पत्नी डिम्पल यादव को चुनाव मैदान में उतारकर संसद भवन दिल्ली पहुँचाया था। आगामी लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव अपनी पुरानी सीट कन्नौज से स्वयं उम्मीदवार होंगे,ऐसा लोग कयास लगा रहे थे,परन्तु अखिलेश यादव ने कन्नौज सीट से डिम्पल यादव को उतारकर उस पर विराम लगा दिया..!!!
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