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मंगलवार, 5 मार्च 2019

पौराणिक स्थल बाबा घुइसरनाथ धाम में 24वें राष्ट्रीय एकता महोत्सव का हुआ शुभारम्भ

महोत्सव हमारी सांस्कृतिक विलक्षण एकता की संस्कृति को बेहद मजबूती के साथ परिलक्षित करता है-जिलाधिकारी 
पौराणिक स्थल बाबा घुइसरनाथ धाम मे चौबीसवें राष्ट्रीय एकता महोत्सव की सोमवार की शाम की सांस्कृतिक संध्या का जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही व पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी एवं क्षेत्रीय विधायक आराधना मिश्रा मोना तथा पूर्व एमपी राजकुमारी रत्ना सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ किया। डीएम मार्कण्डेय ने अतिथियो के साथ पवित्र गंगासागर मे राष्ट्रीय एकता को प्रवहमान बनाये रखने के लिए दीपदान करते हुए सांस्कृतिक रंगमंच से हाल ही मे पुलवामा के शहीदो को पुष्पांजलि भी अर्पित की। समारोह को संबोधित करते हुए डीएम मार्कण्डेय शाही ने कहा कि बाबा के इस पवित्र धाम से पूरे देश को राष्ट्रीय एकता की मजबूती का सशक्त मंच मिला करता है। उन्होनें कहा कि यह महोत्सव हमारी सांस्कृतिक विलक्षण एकता की संस्कृति को भी बेहद मजबूती के साथ परिलक्षित करता है। उन्होनें महोत्सव के इस प्रकार के बड़े स्तर पर सौहार्द पूर्ण आयोजन कराने के लिए क्षेत्रीय विधायक आराधना मिश्रा मोना के प्रयासो की सराहना भी कीसमारोह को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि अनेकता मे एकता तथा भाईचारा ही दुनिया मे भारत की मेलजोल को सबसे बड़ा वैश्विक संदेश दिया करता है। प्रमोद तिवारी ने लोगो से कहा कि वह सौहार्द तथा एकता को बुलंद रखते हुए दुनिया के हर मंच पर तिरंगे को शान से लहराते रहने की भारतीय पीढ़ी का अनुकरण करें। विशिष्ट अतिथि पूर्व एमपी राजकुमारी रत्ना सिंह ने कहा कि सामाजिक सदभावना से ही लोगो को विकास तथा खुशहाली का लक्ष्य हासिल हो सकता है। अध्यक्षता करते हुए क्षेत्रीय विधायक एवं आयोजन समिति की सचिव आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि बाबा धाम मे एकता महोत्सव का संकल्प भारत के विशाल वैभव को चिंतनशील पीढ़ी के लिए धरोहर को सुरक्षित बनाये रखने का ध्येय है। विधायक मोना ने कहा कि यह महोत्सव हमारी पौराणिकता तथा वर्तमान संस्कृति का संवर्धन करते हुए पीढ़ी को देश के प्रति सजग समर्पण का बोध भी कराया करता है। विशिष्ट अतिथि एआईएमटी लखनऊ के निदेशक अम्बिका मिश्र रहे। संचालन मीडिया प्रभारी ज्ञान प्रकाश शुक्ल ने किया। इससे पूर्व आयोजन समिति की ओर से डीएम मार्कण्डेय शाही को अंगवस्त्रम तथा महोत्सव 2019 का स्मृति चिन्ह प्रदान कर सारस्वत सम्मान से विभूषित किया गया। स्वागत भाषण ब्लाक प्रमुख अशोक सिंह बबलू व आभार प्रदर्शन प्रोण् डाण् विजयश्री सोना ने किया।
 आस्था की स्थली बाबा घुइसरनाथ धाम मे सोमवार की शाम वॉलीबुड तथा भोजपुरी फिल्मों की जानमानी अदाकारा काजल राघवानी एवं ओलम्पिक समारोह के सुपरस्टार पार्श्वगायक रवि त्रिपाठी जैसे चोटी के कलाकारों की प्रस्तुतियो ने विशाल सांस्कृतिक रंगमंच से गंगाजमुनी तहजीव की यादगार छाप छोडी। खचाखच भरे मुख्य आडीटोरियम से लेकर विशिष्ट दीर्घा, महिला लॉबी तथा दर्शक दीर्घा के द्वितीय तल पर भी लोगो की उपस्थिति इन कलाकारो के हौसला आफजाई मे सैलाब की तरह पूरी रात उमंगे लेती नजर आई। पार्श्वगायक रवि त्रिपाठी ने जब बोल बम बोल बम के साथ शिव आराधना की अपनी सुमधुर आवाज की पंखुडियां छोडी तो न केवल कार्यक्रम देखने उमडा सैलाब शिवमय हो उठा। बल्कि शिव आराधना के सुर को जैसे सुनने के लिए आतुर देवताओ ने भी आसमान की खिडकियां खोलकर बाबा पर पुष्पवर्षा करने लगे। रवि त्रिपाठी के खबरिया लेइहा हो बाबाए मुस्कराने की वजह तुम हो के साथ सबसे ज्यादा पुलवामा शहीदों को समर्पित हर करम अपना करेगें ए वतन तेरे लिए दर्शको के साथ विशिष्ट दीर्घा को भी मंत्रमुग्ध कर उठा। लखनऊ के रेडियो आर्टिस्ट राहुल चावला तथा रश्मि के सफल संचालन के बीच दर्शको की सबसे पसंदीदा अदाकारा काजल राघवानी नाईट का मंच पर धमाकेदार आगाज हुआ। काजल राघवानी की सोख अदाओ तथा चंचल चितवन के बीच लगे लटके झटके ने तो पूरी की पूरी युवा लाबी को रात के तीसरे पहर तक मदहोश किये रखा। काजल के गोरी तोरी चुनरी लाल लाल रे.... पर हुआ भाव नृत्य युवा लॉबी के उत्साह को चरम पर लाने मे सफल दिखा। काजल ने पिया घर न आयो हे राम जी... पर भी ऐसे मतवाली अदा के ठुमके लगाये कि महिला लाबी मे भी काफी देर तक तालियो की गडगडाहट थम न सकी। काजल राघवानी ने मंच के हर छोर पर अपने चिरपरिचत अंदाज मे ऐसा तराना छेड़ा कि जिधर देखिये उधर ही गीत और संगीत का जोश उफान पर दिखा। काजल राघवानी की सांस्कृतिक रंगमंच से मखमली नृत्य शैली पर क्या जवान क्या उम्र पार हो रहे लोग सबके सब एक टक मंच की ओर मतवाले और बांवरे से हो उठे दिख रहे थे। काजल के धमाल मे प्रशासन के हाथपांव भी पूरी रात फूलते दिखे। सबसे ज्यादा काजल को दाद मिली पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी और उनकी विधायक बेटी आराधना मिश्रा मोना के पुलवामा स्मृति मे एक प्रस्तुति की मांग को लेकर जब काजल ने सरहद की शहादत को अपने भावनृत्य से सलामी बोली तुम्हारी फौज सरहद पर.......तो पूरा का पूरा महोत्सव वंदेमातरम् और भारत माता के जयघोष से गूंजने लगा। काजल के बाद मंच पर पंख एक पहल के चोटी के कलाकारो ने देशभक्ति के सुर तथा गीत संगीत का सुबह के पौ फटने तक ऐसा तराना छेडा कि दर्शक टस से मस होने को राजी नहीं हो पा रहे थे। पहली रात गीत और संगीत की मंच के पीछे बह रही आदिगंगा सई को ऐसी त्रिवेणी धार देती दिखी कि रजत जयंती के महोत्सव की पूर्व बेला अभी से ही दर्शको को अपने आने वाले फन का आगाज दे गई। इसके पहले स्थानीय लोकगायक चंचल शुक्ला तथा दीपक मिश्र के स्वागत गान व शहीदो के वंदन गीत ने भी महोत्सव के ध्येय को लेकर समां बांधी। पूर्व सांसद प्रमोद तिवारीए विधायक आराधना मिश्रा मोना तथा पूर्व एमपी राजकुमारी रत्ना सिंह एवं डाण् विजयश्री सोना तथा अम्बिका मिश्र ने काजल, रवि तथा अन्य सांस्कृतिक कलाकारो को संयुक्त रूप से स्मृति चिन्ह एवं प्रशंसा पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। इस मौके पर राममिलन तिवारी, भगवती प्रसाद तिवारी, लालगंज प्रमुख सुरेंद्र सिंह ददन, चेयरपर्सन प्रतिनिधि संतोष द्विवेदी, दृगपाल यादव, सुधाकर पाण्डेय, रामकृपाल पासी, अमिताभ शुक्ल, रामबोध शुक्ल, अरविंद मिश्र, प्रधान आशुतोष मिश्र, प्रदीप मिश्र, नवीन प्रताप सिंह, दिनेश मिश्र, छोटे लाल सरोज, लालकृष्ण प्रताप सिंह, मौलाना गुलाम मोहम्मद ईशा, विशालमूर्ति मिश्र, तहसीलदार अनिल यादव, सीओ रमेशचंद्र, ईओ सुभाषचंद्र सिंह आदि रहे। 

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