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गुरुवार, 14 फ़रवरी 2019

आईएएस विजय किरण आनन्द ने बनारस के लगे दाग को प्रयागराज के कुम्भ में धो डाला

अखिलेश यादव ने वर्ष-2016में बनारस में भीड़ से मची भगदड़ में हुई मौत के बाद मेलाधिकारी के रोल में अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन न कर पाने में डीएम पद से कर दिया था,पैदल...!!!
डीएम सुहास एलवाई व मेलाधिकारी विजय किरण आनन्द के अद्भुत प्रशासनिक व्यवस्था से प्रयागराज कुम्भ आयोजन होने जा रहा है,गिनीज़ बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज...!!!
वर्ष-2016में बनारस में जयगुरुदेव के जयंती कार्यक्रम में राजघाट पुल टूटने की अफवाह से हजारों की भीड़ में भगदड़ हो गई थी,जिसमें हुई थी 25की मौत...!!!
आईएएस विजय किरण आनन्द...
प्रयागराज इसे कहते हैं कालचक्र ! हजारो की भीड़ नहीं संभालने पर अखिलेश ने जिस अधिकारी को हटाया था, आज वही करोड़ों लोगों का मेला कराके खुद को किया साबित इसीलिए कहा जाता है कि समय कभी एक जैसा नहीं रहता। प्रदेश के एक युवा आईएएस पर उक्त कहावत बिल्कुल फिट बैठती है। शानदार काम कर रहे इस अधिकारी की कुर्सी हजारों की भीड़ नहीं संभालने पर गयी थी, जब यूपी के तत्कालीन सीएम अखिलेश ने इस अधिकारी को हटाया था लेकिन अब उसी अधिकारी ने करोड़ों की भीड़ संभाल कर अपने उपर लगा दाग धो दिया है, वो युवा आईएएस अधिकारी विजय किरन आनंद है। वर्ष 2016 सपा सरकार में विजय किरन आनंद बनारस के जिलाधिकारी पद पर तैनात थे। विजय किरन आनंद ने कुछ माह में ही काशी की तस्वीर बदल दी थी। बाइक पर बैठ कर शहर घुमते हुए उन्होंने शहर की सफाई व्यवस्था को ठीक कर दिया था। प्राइमरी पाठशाला में शिक्षकों की शतप्रतिशत उपस्थित सुनिश्चित होने के साथ ही उनकी उपस्थिति को वाट्सएप से जोड़ा था। विजय किरन आनंद खुद एकाउंट के जानकार थे, इसलिए सरकारी अस्पतालों को एकाउंट को खंगाल कर हुए खेल को भी पकडऩा शुरू कर दिया था। अभी तक सब सही चल रहा था लेकिन 16 अक्टूबर 2016 को बनारस के राजघाट पुल पर भगदड़ मच गयी। काशी के इतिहास में पहली बार भगदड़ में 25 लोगों की मौत हुई थी। बनारस व चंदौली सीमा के पास डोमरी गांव में आयोजित बाबा जयगुरुदेव की जयंती में भाग लेने हजारों लोग शहर पहुंचे थे। राजघाट पुल पार करते समय पुल टूटने की अफवाह के चलते ही भगदड़ मची थी। पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में हुई घटना से सियासी तूफान मच गया था। यूपी के तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने लापरवाही के आरोप में बनारस के तत्कालीन एसपी सिटी सुधाकर यादव, एसपी ट्रैफिक कमल किशोर, सीओ कोतवाली राहुल मिश्रा, एसओ रामनगर अनिल कुमार सिंह, जिला मजिस्ट्रेट बीबी सिंह, अपर जिला मजिस्ट्रेट (नगर) विंध्यवासिनी राज आदि अधिकारी को निलंबित किया गया था। लापरवाही के आरोप में ही बनारस के तत्कालीन जिलाधिकारी विजय किरन आनंद को हटा दिया गया था।
अब करोड़ों लोगों का मेला करा कर खुद को किया साबित...
यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद विजय किरन आनंद को सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गयी। प्रयागराज कुंभ मेला कराने के लिए विजय किरन आनंद को मेलाधिकारी बनाया गया। इस समय कहा गया था कि जिस अधिकारी के कार्यकाल में राजघाट पुल पर भगदड़ हुई थी उसी अधिकारी को इतनी बड़ी जिम्मेदारी क्यों दी गयी। विजय किरन आनंद ने इन बातों को नजरअंदाज किया और मेला कराने की तैयारी में जुट गये। विजय किरन आनंद व उनकी टीम को पहली सफलता जब मिली जब मकर संक्राति पर दो करोड़ लोगों ने आराम से संगम में डुबकी लगायी थी। इसके बाद मौनी अमावस्या पर तीन दिन में पांच करोड़ से अधिक व बसंत पंचमी पर डेढ़ करोड़ लोगों ने संगम में स्नान किया। तीनों शाही स्नान की व्यवस्था इतनी अच्छी बनायी गयी थी कि भगदड़ नहीं हो पायी। अभी कुंभ मेले में माघ पूर्णिमा व महाशिवरात्रि का स्नान बचा हुआ है जिसमे अधिक भीड़ होने की संभावना नहीं है। मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने करोड़ों की भीड़ को संभाल कर अपना पुराना दाग धो दिया है।
डीएम प्रयागराज सुहास एलवाई...
ऐसी की प्लानिंग की नहीं हुई कोई दिक्कत...
मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने कुंभ को लेकर खास प्लानिंग की थी। कुंभ के आठ किलोमीटर दायरे में 40 घाट बनाये गये हैं। रोडवेज बस व रेलवे की स्पेशल ट्रेन चला कर यात्रियों को उनके गंतव्य तक भेजने की व्यवस्था की गयी है। शहर में लाखों वाहन की पार्किंग के लिए कई पार्किंग स्थल बनाये गये हैं। इसके अतिरिक्त संगम तट तक जाने के लिए अलग-अलग रास्ते, 21 पीपा का पुला आदि बनाने से एक जगह भीड़ जुट नहीं पा रही है। संगम पर तैनात पुलिसकर्मी लोगों को अधिक देर तक नहाने नहीं देती है जिसके चलते लोगों की कम भीड़ लगती है। मेलाधिकारी विजय किरन आनंद की अभी तक की प्लानिंग कामयाब साबित हुई है और कुंभ मेला करा कर खुद को साबित भी किया। ज्ञात हो कि दुनियां में सबसे बड़े धार्मिक मेले में अब तक 15 करोड़ से ज्यादे लोग संगम में कुम्भ स्नान के दौरान आकर डुबकी लगा चुके है,अभी कुम्भ स्नान का दौर अनवरत चल रहा है। इसे मद्देनजर रख जहां सारा विश्व भारत की सनातन धार्मिक परम्परा व भारतीय संस्कृति को देख अभिभूत है तो वहीं गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में इसको दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रयागराज के जिलाधिकारी सुहास एल वाई ने भी दिन रात एक कर मोदी,योगी सरकार का भरपूर साथ पा जमीन पर जैसे भव्य सनातन हिन्दू,सभ्यता,संस्कृति को इस दौर में जीवंत कर दिया हो।क्या देशी क्या विदेशी जिसमे भी इस दौरान प्रयागराज की भूमि पर पाव धरा एक वाक्य मुख से बरबस निकल पड़ता है कि इसके पहले नही देखी ऐसी व्यवस्था व भव्यता।

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