भारत व ईरान पिछले कुछ दिनों में घृणित आतंकवादी हमले के शिकार हुए है-अब्बास अरगाची
3 दिन की विदेश यात्रा पर निकली सुषमा स्वराज ने तेहरान में की ईरानी उपविदेश मंत्री सैयद अब्बास अरगाची से मुलाक़ात...!!!
पाकिस्तान की शह पर बुधवार को ईरान सेना के 27 व गुरुवार को कश्मीर में 44 जवान आत्मघाती हमलावर के हमले में हुए थे शहीद...!!!
पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के समूल विनाश के लिए भारत के साथ ईरान भी आ गया है। ईरान ने अपने एलीट कमांडो फोर्सेज रिवाल्यूशनरी गार्ड्स पर बुधवार को हुए हमले के लिए पाकिस्तान को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि इसके लिए पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। बीते बुधवार को ईरान के इस्फहान शहर में हुए इस आत्मघाती हमले में रिवाल्यूशनरी गार्ड्स के 27 जवानों ने जान गंवाई थी।जबकि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 44जवान शहीद हुए। यानी पाकिस्तान में बैठे आतंक के आकाओं की दहशतगर्दी से दोनों देशों में 71 जवान शहीद हो गए। ईरान के उप विदेश मंत्री सैय्यद अब्बास अरगाची ने तेहरान में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात के बाद पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि अब पानी सिर से ऊपर जा चुका है।विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अपने तीन दिनों की विदेश यात्रा पर जाने के दौरान ईरान की राजधानी तेहरान में रुकी थीं। ईरान के उप विदेश मंत्री सैय्यद अब्बास अरगाची ने ट्वीट किया, “बीते कुछ दिनों में ईरान और भारत आतंकवाद की घृणित कार्रवाई का शिकार हुए हैं।इस हमले की वजह से दोनों देशों को भारी नुकसान हुआ है आज भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ मीटिंग में हमने इस क्षेत्र में आंतकवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाने का फैसला किया है। इससे पहले ईरान के रिवाल्यूशनरी गार्ड्स ने अपने सैनिकों पर हुए आत्मघाती हमले में पाकिस्तान पर साजिशकर्ताओं को समर्थन देने का आरोप लगाया।रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कमांडर मेजर जनरल मोहम्मद अली जाफरी ने साफ तौर पर पाकिस्तान का नाम लेते हुए कहा कि पाकिस्तान इमरान खान सरकार जानती है कि जिहादी समूह जैश-अल-अद्ल और इस्लाम के लिये खतरा बन चुके ये जिहादी तत्व कहां हैं।उन्होंने कहा कि इन्हें पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों का समर्थन हासिल है।
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