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शनिवार, 19 जनवरी 2019

विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत ओवरलोडिंग से जुड़े लोग अपनी गाड़ियों के नम्बर प्लेट को बदलकर दूसरे गाड़ी का नम्बर लिखाकर धड़ल्ले से कर रहे हैं,ओवरलोडिंग...!!!

करई कोई और भरई कोई...!!!
तू डाल-डाल तो मैं पात-पात वाली कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं परिवहन विभाग से जुड़े लोग...!!!
परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का दावा हुआ हवाहवाई...!!!
विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से ओवरलोडिंग से जुड़े लोग अपनी
गाड़ियों के नम्बर प्लेट को बदलकर दूसरे गाड़ी का नम्बर लिखाकर धड़ल्ले से कर रहे हैं,ओवरलोडिंग...!!!
प्रयागराज। केंद्र में मोदी,उ.प्र. में योगी सरकार में लोग ईमानदारी की बात करते थे,परन्तु वो बात अब बेईमानी साबित हो रही है। चूँकि परिवहन विभाग में लूट खसोट का जो खेल खेला जा रहा है वो किसी से छिपा नहीं है। सिर्फ मंच और मीडिया में ईमानदारी का जो ढिढोरा केंद्र सरकार व प्रदेश की सरकारों द्वारा पीटा जा रहा है,उसकी हकीकत कुछ और ही है। एक प्रकरण एआरटीओ प्रवर्तन,फतेहपुर अभिषेक कनौजिया का वाईरल हुआ है। उनके द्वारा जानबूझकर सुबिधा शुल्क न पाने की दशा में अंडरलोड गाड़ी का भी चालान कर दिया गया। चाक घाट बार्डर पर परिवहन विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा वाहन स्वामी की अंडरलोड गाड़ियों का चालान हवा में किया जा रहा है। वाहन चालक के पास गाड़ी पर लोड हुए सामान का धर्मकांटा रहता है,जिसकी रसीद होते हुए भी चालान कर दिया जाता है। साथ ही ट्रक पर जो सामान लोड रहता है,उसकी टैक्स इनवाईस भी रहती है,उसे ट्रक चालक द्वारा एआरटीओ प्रवर्तन को दिखाया जाता है। परन्तु वाहन स्वामियों का आरोप है कि सभी कागजात देखने के बाद भी एआरटीओ प्रवर्तन द्वारा ट्रक चालकों से सुबिधा शुल्क दिए जाने की मांग किया जाता है,जब ट्रक चालक एआरटीओ प्रवर्तन का विरोध करता है तो अंडरलोड गाड़ियों का चालान हवा में किया जा रहा है। वाहन स्वामियों का आरोप है कि जब गाड़ी अंडरलोड है तो किस बात की सुबिधा शुल्क ? ट्रक चालक की बातों से एआरटीओ प्रवर्तन,फतेहपुर नाराज होकर अंडरलोड गाड़ी का भी नियम विरुद्ध चालान कर दिए,जिससे वाहन स्वामी को 8200/जमा करना पड़ा जो नियम विरुद्ध है। वाहन स्वामी का कथन है कि यदि चालान किये जाने के बाद ये धन उसके द्वारा न जमा किया जाता तो उसकी गाड़ी सड़क पर चल नहीं सकती थी। लिहाजा ये जो धन उसे मजबूर होकर जमा करना पड़ा। जिसकी सीधी जिम्मेवारी एआरटीओ प्रवर्तन,फतेहपुर की है। वाहन स्वामी की मांग है कि अंडरलोड गाड़ियों के चालान को रोका जाए और भ्रष्ट परिवहन अधिकारियों की जाँच कर उनके विरुद्ध कठोरतम विधिक कार्यवाही की जाए। एआरटीओ प्रवर्तन,फतेहपुर अभिषेक कनौजिया के भ्रष्ट चरित्र की जाँच होनी चाहिए कि इनके द्वारा ऐसा कृत्य क्यों किया जा रहा है...???
फतेहपुर,कौशाम्बी,इलाहाबाद में ऐसे वाहन भी हैं जो अपने वाहनों की नंबर प्लेट पर खुरचकर अथवा नंबर प्लेट पर ग्रीस लगाकर रींवा जिला के चाक घाट बॉर्डर पार कर रहे हैं। ये सारे कार्य परिवहन विभाग के भ्रष्ट अफसरों द्वारा ही सम्पन्न कराया जा रहा है। वाहन स्वामियों के आरोपों पर गौर करें तो कुछ वाहन स्वामी तो इतने बड़े ढीठ हैं कि अपनी गाड़ी पर दूसरे गाड़ी का नंबर लिखाए रहते हैं,जिससे दूसरी गाड़ियों का चालान हो जाता है। दिखाने के लिए परिवहन विभाग द्वारा संयुक्त टीम बनाकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उक्त संयुक्त अभियान भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। परिवहन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से उन वाहनों को चलाया जाता है और बदले में उनसे धन लिया जाता है। परिवहन विभाग के भ्रष्ट अफसरों के इस कृत्य से दूसरे वाहन स्वामी उसका नुकसान उठा रहे हैं। एक तरह से ये कहना गलत न होगा कि करई कोई और भरई कोई...!!!
दूसरा प्रकरण कौशाम्बी जनपद का है। एआरटीओ प्रवर्तन, कौशाम्बी आर के दुबे द्वारा गाड़ी संख्या-UP-72T- 9565 का चालान किया गया। उक्त गाड़ी कमरुद्दीन अली के नाम से है। दिनांक- 07/07/2018 समय-10:10:21पर उक्त गाड़ी का चालान द्वारा किया गया,जबकि उक्त गाड़ी रायबरेली से सुल्तानपुर भाड़ा लेकर गई थी। फिर उसका चालान कौशाम्बी में कैसे हुआ ? उक्त गाड़ी का दूसरा चालान दिनांक-31/08/2018 समय-10:09:57 पर उक्त गाड़ी का चालान एआरटीओ प्रवर्तन,कौशाम्बी आर के दुबे द्वारा किया गया। सच बात यह है कि उक्त गाड़ी वहां गई ही नहीं तो किस आधार पर ये चालान किया है ? एआरटीओ प्रवर्तन,कौशाम्बी आर के दुबे के बेईमानी की जाँच होनी चाहिए कि इनके द्वारा ऐसा कृत्य क्यों किया जा रहा है ? क्या किसी गाड़ी का चालान हवा में किया जा सकता है...??? चूँकि यदि गाड़ी गई है तो कोखराज टोल प्लाजा पर उक्त गाड़ी का CCTV फुटेज देखा जा सकता है। CCTV फुटेज में यदि गाड़ी नहीं दिखती तो आरोप दो दूना चार की तरह सिद्ध है। दूसरा महत्वपूर्ण साक्ष्य यह है कि वाहन स्वामी को ही वाहन चालक दिखाया गया है। ये चालान जो किये जा रहे हैं वो सब हवा में किये जा रहे हैं। मन गढ़ंत नम्बर डालकर ये परिवहन अधिकारी अपना टारगेट पूरा कर रहे हैं जो वास्तविक रूप में ओवरलोड़ गाड़ियां चल रही हैं उनसे इन अधिकारियों द्वारा अपने कारिंदों से इंट्री की वसूली की जाती है और जो गाड़ियां अंडरलोड़ चल रही हैं उनसे ये परिवहन अधिकारी कुछ नहीं पाते तो नाराज होकर अपना टारगेट उन्हीं गाड़ियों के वाहन संख्या को भरकर पूरा कर रहे हैं जो किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है।
मजे की बात ये है कि उक्त प्रकरण की शिकायत आल मोटर्स ट्रांसपोर्ट बेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष आशुतोष पाण्डेय ने इसकी शिकायत जरिए E-mail और रजिस्टर्ड डाक से महामहिम राष्ट्रपति महोदय,मा.प्रधानमंत्री महोदय,केन्द्रीय मंत्री सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय,भारत सरकार,नई दिल्ली,मा. मुख्यमंत्री, उ.प्र.शासन, लखनऊ और मुख्य सचिव,उ.प्र.शासन,लखनऊ सहित विभागीय राज्यमंत्री "स्वतंत्र प्रभार" परिवहन विभाग,उ.प्र. शासन,लखनऊ,प्रमुख सचिव,परिवहन विभाग,उ.प्र.शासन,लखनऊ एवं मंडलायुक्त,इलाहाबाद से शिकायत किया, परन्तु भ्रष्टाचार के आकंठ डूबे अधिकारियों के कान में जूं तक नहीं रेंगी। मोदी सरकार का गठन हुआ तो ऑन लाईन शिकायत और विभागवार टोल फ्री नंबर ईजाद किया गया कि आम जनता इस पर शिकायत दिल खोलकर कर सकती है। नाम दिया गया डिजिटल इंडिया। स्थिति बद से बद्तर। ऑन लाईन शिकायत हो या ईमेल के जरिए शिकायत हो अथवा पुरानी पद्धति रजिस्टर्ड डाक से प्रेषित शिकायत हो ! सबका स्थान ठंडा बस्ता ही होता है। शिकायत की गंभीरता से निस्तारण तब होगा जब ऊपर बैठे हुक्मरान ईमानदार होंगे। यहाँ तो बेईमानी के धन का हिसाब बड़ी ईमानदारी के साथ किया जाता है। फिर उस शिकायत पर ऐक्शन क्यों होगा जिसमें नीचे से ऊपर तक सभी लोग खा पी रहे हैं...!!!
प्रतापगढ़ के वाहन स्वामी मोहम्मद शमीम का कहना है कि उनकी 12चक्का ट्रक संख्या-UP-72T-8686 जो आज की तिथि में नेपाल में लोड होकर गई है,परन्तु उनके जानने वाले इलाहाबाद से कौशाम्बी रोड पर उक्त नम्बर की ट्रक को देखा तो उन्हें फोन किया जिससे इस रहस्य का पता चला कि उनकी गाड़ी का नंबर कोई दूसरा भी प्रयोग कर रहा है,जो कानूनन जुर्म है। इसी तरह वाहन स्वामी मोहम्मद वसीम का कहना है कि उनके 14चक्का ट्रक संख्या-UP-72AT-3299 का ऐसे एक बार चालान एआरटीओ प्रवर्तन,फतेहपुर अभिषेक कनौजिया द्वारा किया जा चुका है। बाँदा जनपद से ओवरलोड मोरंग एवं गिट्टी लगभग 50 से 60 टन लोड करके ट्रक वाले वाया फतेहपुर-रायबरेली होकर प्रतापगढ़ पहुँच रहे हैं। मेजा इलाहाबाद एवं महोबा से गिट्टियां और कौशाम्बी से मोरंग व बालू की धुलाई ओवरलोड की जा रही है। इस तरह इलाहाबाद,कौशाम्बी,बाँदा,फतेहपुर,रायबरेली और प्रतापगढ़ के प्रवर्तन अधिकारियों द्वारा वाहन स्वामियों से इंट्री बाँध रखी गई है और खुलेआम ओवर लोडिंग का कार्य विभागीय अधिकारी करा रहे हैं,जबकि परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव चीख चीख कहते हैं कि उनके राज में ओवरलोडिंग बंद हो चुकी है। ये तो रही परिवहन विभाग की चोरी और सीनाजोरी। अब जरा बात करते हैं खनन विभाग की। खनन विभाग तो ट्रकों पर गिट्टी व मोरंग एवं बालू का रवन्ना अंडरलोड देते हैं,परन्तु गाड़ियों पर लोड होने वाला माल ओवरलोड देते हैं। ये एक तरह की चोरी है या कह सकते हैं कि ये राजस्व का बहुत बड़ा घोटाला है। खनिज पदार्थ की राजस्व चोरी जो की जा रही है,उससे सरकार अरबों रुपये का नुकसान प्रत्येक माह हो रहा है। फिर भी सरकारें कहती हैं कि सबकुछ ठीक है। वो तो तब पता चलता है जब तेज तर्रार एवं चर्चित आईएएस बी चन्द्रकला के ऊपर व्यवस्था का हंटर चला। मुश्किल यही है सब जानते हुए ये हंटर उन पर तब तक नहीं चलता जब तक उनकी सिस्टम में चलती है। जैसे ही सिस्टम में पकड़ ढीली हुई नहीं कि एक साथ CBI और ED की कार्यवाही शुरू होती है। ये तभी होता है जब शासक में दृढ़ इच्छा शक्ति होती है...!!!

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