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गुरुवार, 17 जनवरी 2019

राजनीति में बहुत देर तक कोई किसी का दुश्मन नहीं बना रह सकता...!!!

नॉन जेड ए की बिक्री पर सदर विधायक संगम लाल की शिकायत पर भाजपा नेता अनिल प्रताप सिंह गए थे,बिफर...!!!
न जाने कब किस मोड़ पर एक दूसरे से मुलाकात हो जाये...!!!
एक निजी कार्यक्रम प्रतापगढ़ सदर विधायक संगम लाल गुप्ता और भाजपा नेता अनिल प्रताप सिंह व शिव प्रकाश मिश्र सेनानी... 
प्रतापगढ़। चंद दिनों पहले प्रतापगढ़ सदर विधायक संगम लाल गुप्ता और भाजपा नेता अनिल प्रताप सिंह में जुबानी जंग शुरू हुई थी,वजह थी दलित की समस्या को लेकर उत्पन्न हुए विवाद से। पहले दलितों ने सदर विधायक संगम लाल गुप्ता से मदद माँगी और उनकी माँग पर विधायक ने मुख्यमंत्री तक से शिकायत कर डाली। मामला मीडिया में आया तो 24घंटे में ही दलित समुदाय अनिल प्रताप सिंह के पक्ष में बयान दे दिये कि अनिल प्रताप सिंह से उन्हें कोई दिक्कत नहीं। यानि दलित समुदाय या तो पहले झूठ बोला अथवा बाद में। परंतु इतना जरूर हुआ कि अनिल प्रताप सिंह और सदर विधायक संगम लाल गुप्ता में राजनीतिक प्रतिद्वंदिता बढ़ गई। वजह दोंनो को आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा से टिकट चाहिये। भाजपा नेता अनिल प्रताप सिंह सबसे अंत राजधानी लखनऊ में भाजपा में शामिल हुए थे। पूरी उम्मीद थी कि टिकट भाजपा उन्हीं को देगी। पर भाजपा नेता संगम लाल गुप्ता ने सभी को शिकस्त देकर भाजपा में रहते हुए गठबंधन दल अपना दल एस से टिकट लेने में सफल रहे। जबकि अनिल प्रताप सिंह गोपाल मंदिर के अंदर अपने पूर्वजों की दान की हुई सम्पत्ति को पुनः RSS कार्यालय हेतु दान कर दिया।
ये माना जा रहा था कि सदर विधनसभा की सीट का टिकट अनिल राजा को ही मिलेगा,क्योंकि अनिल प्रताप सिंह की पैरोकारी सीधे RSS के प्रमुख मोहन भागवत जी कर रहे थे। उस वक्त बड़े विश्वास के साथ अनिल प्रताप सिंह के समर्थक कहते थे कि जिस तरह विहिप के प्रमुख अशोक सिंघल ने अपने चहेते केशव प्रसाद मौर्य को लोकसभा-2014 का टिकट दिलाया था,ठीक उसी तरह मोहन भागवत का आशिर्वाद अनिल प्रताप सिंह को विधनसभा-2017में मिलेगा,परंतु अनिल प्रताप सिंह का दुर्भाग्य रहा कि उन्हें मोहन भागवत जैसे व्यक्तित्व भी टिकट न दिला सके। वजह तो बता पाना कठिन है,परंतु राजनीतिक पंडितों का कहना था कि संगम लाल गुप्ता का भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी की पकड़ ने अनिल प्रताप सिंह के सपनों के गुब्बारे में इतने छेद कर दिए कि उनके राजनीतिक भविष्य ही खतरे में हो गया। तभी से भाजपा नेता अनिल प्रताप सिंह और सदर विधायक संगम लाल गुप्ता में 36का आकड़ा हो गया। जो कमी थी वो सदर विधायक संगम लाल गुप्ता विधायक बनते ही भाजपा नेता अनिल प्रताप सिंह के नॉन जेड ए के व्यवसाय पर शिकायत किया और कई जगह उन्हें मात भी दिया।
अभी माह नवम्बर में आर्य समाज की सम्पत्ति पर मुख्यमंत्री से व्यक्तिगत मुलाकात कर भाजपा नेता अनिल प्रताप सिंह के कारनामों का भंडाफोड़ किया। इसी बात से अनिल प्रताप सिंह सदर विधायक संगम लाल गुप्ता से खासे नाराज हुए थे। कल सोशल मीडिया में एक निजी आयोजन में ये नेता एक स्थान पर जब एकजुट हुए तो किसी को इनकी एकजुटता देखी नहीं गई और ये फोटो वाईरल हो गई। बगल में शिव प्रकाश सेनानी भी मौजूद रहे। सामने लोकसभा चुनाव-2019 है और पुनः उसकी दावेदारी के लिए उठापटक मची हुई है। ऐसे में ये मिलन एक संदेश जरूर दे गया कि नेताओं के चक्कर में कभी कार्यकर्ताओ को आपस में मुड़ फुटव्वल नहीं करनी चाहिये। ऐसी ही एक तस्वीर विधानसभा चुनाव-2017 में वाईरल हुई थी। वो तस्वीर कुंडा के बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजा भईया और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता प्रमोद कुमार की थी। राजा भईया गाड़ी चला रहे थे तो प्रमोद कुमार बगल सीट पर बैठे हुए थे। वो नजारा भी देख दोंनो खेमे के समर्थक दंग रह गए थे...!!!

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