ऑन लाइन भुगतान से भी नहीं बनी बात,अब भी मनरेगा के तहत हो रहा है जमकर खेल...!!!
तू डाल-डाल तो मैं पात-पात की कहावत को चरितार्थ करते घोटालेबाज...!!!
प्रतापगढ़ में CDO रहे राजकमल यादव के तवादले के बाद तो जिले में एक के बाद एक घोटाले खुलने शुरू हुए जो बंद होने का नाम नहीं ले रहा है। जबकि राजकमल यादव एक IAS रहे और जब तक जिले में रहे तब तक जिलाधिकारी शंभू कुमार को भी दांव देते रहे। CDO प्रतापगढ़ की कुर्सी पर राजकमल यादव ऐसे IAS अधिकारी रहे जिनके रहते मीडिया और जनप्रतिनिधि सहित सभी रसूख वर्ग को बेहतर ढंग से मैनेज करते देखा गया था और उनके जाते ही भूचाल आना शुरू हो गया। जो लोग CDO राजकमल यादव को ईमानदार मानते थे आजकल उनकी बोलती बंद है। राजकमल यादव का चहेता ठेकेदार योगेश सिंह भी सदमें में हैं। उन्हें भी डर सता रही है कि कहीं उनका नंबर न आ जाए ! हलाँकि विकास के नाम पर गोलमाल करने वाले 11BDO को डी.सी.मनरेगा ओ पी यादव ने नोटिस थमा दिया है। एक सप्ताह के भीतर सभी BDO से स्पष्टीकरण तलब किया है। जिले में मनरेगा के अफसरों की मिली भगत से विकास के नाम पर बड़ा खेल किया गया है। मनरेगा में पहले भी लाखों रुपये का घोटाला सामने आ चुका है। अब देखना है कि इस बार जिले में तैनात योगीराज के ईमानदार अधिकारियों की कलई खुलती है अथवा ले देकर ऊपर स्तर से सबकुछ मैनेज हो जाएगा...!!!
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