स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से संविदा चिकित्सक डॉ महेंद्र मौर्य चुनिन्दा मेडिकल स्टोर पर दवा रखवाकर लिखते हैं मरीजों को अपने कमीशन वाली महंगी दवाएं l
डॉ महेंद्र मौर्य लिखा करते हैं,खुलेआम कमीशन वाली दवा... |
प्रतापगढ़ l पैसे की हबस क्या न करा दे ! धरती पर भगवान का रूप माना चिकित्सको को प्राप्त है,परन्तु आज के इस अर्थवादी युग में वो तो सबसे अधिक गिर गए हैं l सरकारी वेतन से पेट नहीं भरता तो प्रतिबंधित होने के बावजूद चिकित्सक प्राईवेट प्रैक्टिस में मस्त हैं l उनके सामने नोट छापने वाली मशीन फेल है l चलिए इतना भी कर लेने से एक चिकित्सक से नफरत नहीं होती l नफरत वहाँ शुरू होती है जब दवा कम्पनियों से मोटा कमीशन लेकर उनकी दवा लिखने से ! नफरत होती है,विना काम के तमाम उल जुलूल टेस्ट कराने के लिए जबरन पैथालाजी सेंटर पर भेजकर जाँच कराने पर ! वजह वहाँ से भी कमीशनखोरी का ! ऑपरेशन थियेटर में मरीज का ऑपरेशन छोड़कर मरीज के तीमारदार से तय हुए रेट से अधिक धन डिमांड करने से नफरत बढ़ती है l एक चिकित्सक MR से सेटिंग कर उसकी कम्पनी की दवा को लिखकर उस पर कमीशन प्राप्त कर लेने का अभी तक मामला देखने व सुनने को मिलता था,परन्तु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोंहडौर के संविदा चिकित्सक डॉ महेंद्र मौर्य ने तो सभी चिकित्सको को पीछे छोड़ते हुए दवा कम्पनियों से सीधी खरीददारी करने का मामला प्रकाश में आया है l चूँकि एक संविदा के चिकित्सक को प्राईवेट प्रैक्टिस करने की छूट मिली हुई है l इसी छूट का फायदा उठाते हुए संविदा चिकित्सक डॉ महेंद्र मौर्य एक चिकित्सक के साथ-साथ एक MR का भी निर्वहन करते नजर आ रहे हैं l चौकाने वाली बात ये है कि एक चिकित्सक अपनी गरिमा का ख्याल रखता है,परन्तु पैसा कमाने की धुन में संविदा चिकित्सक डॉ महेंद्र मौर्य सबकुछ भूल चुके हैं l तभी तो संविदा चिकित्सक के वेतन से अधिक दवा की खरीद-विक्री से संविदा चिकित्सक डॉ महेंद्र मौर्य अपनी कमाई कर लेते हैं l संविदा चिकित्सक डॉ महेंद्र मौर्य की लाखों रूपये की माहवारी आमदनी सिर्फ बाहरी दवा लिखने से हो जाती है,क्योंकि वो दवा श्री मौर्य कम्पनी से खुद खरीदकर मेडिकल स्टोर पर रखवाते हैं और मेडिकल स्टोर वाले को कुछ प्रतिशत कमीशन देकर शेष मुनाफा खुद का हो जाता है l संविदा चिकित्सक डॉ महेंद्र मौर्य बाहर की दवा लेने से मना करने वाले मरीजों से करते हैं,दुर्ब्यवहार l मंत्री को रिश्तेदार बताकर पूरे स्वास्थ्य महकमे में जमाता है,अपनी धौंस l नाराज होने पर मरीजों को कक्ष से भगा देने तक की करता है,जुर्रत...!!!
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