दिनेश ट्रेडिंग कम्पनी की अनाधिकृत ढंग से संचालित हो रहे गोदाम में लगी आग की असलियत...!!!
आज कोतवाली नगर क्षेत्र के बाबागंज में दिनेश ट्रेडिंग कम्पनी की अवैध संचालित गोदाम में जो आग लगी उससे जेहन में ये सवाल अनायास उठने लगा कि नगरपालिका क्षेत्र के रिहायशी इलाके में बेसमेंट नियम विरुद्ध कैसे बना ? विनियमित क्षेत्र के जिम्मेवार क्या कर रहे थे ? इससे तो यही लगा कि विनियमित क्षेत्र के अधिकारी सिर्फ अपनी जेब भरे और बना दिया नक्शा। जिस भवन का मानचित्र विनियमित क्षेत्र से बनाया गया उसे बनने के बाद विनियमितक्षेत्र के अधिकारी उसका स्थलीय निरीक्षण क्यों नहीं किये ? चलिए भवन बन गया तो भवन कर व जलकर देने के लिये उसे नगरपालिका में दर्ज कराया गया। वहां भी चढ़ावा चढ़ा और बिना बेसमेंट दिखाए ही नगरपालिका में भी दर्ज कर लिया गया। अब बारी आई अनधिकृत गोदाम को संचालित करने के लिए अग्नि शमन की NOC की तो वहां भी गंगा घाट की तरह बैठे पंडे,अपना दक्षिणा लिये और मौखिक रूप से अपनी सहमति प्रदान कर दी ! इस तरह बिना Fire विभाग से NOC लिये बेसमेंट में लाखों रुपये के दो नम्बर का माल बिना GST अदा किये डम्प हो गया और शुरू हो गया व्यवसाय !
बाबागंज स्थित दिनेश ट्रेडिंग कम्पनी का अनधिकृत गोदाम... |
आखिर रिहायशी क्षेत्र में ये सब किसके आदेश से हुआ ? कोई जिम्मेवारी लेगा कि हां,ये मेरे विभाग की गलती से ये आग जैसी जानलेवा घटना की घटित हुई। सिस्टम में बैठे लोगों को सिर्फ और सिर्फ अपने चढ़ावे से मतलब रहता है। आज का सिस्टम शादी कराने वाला पंडित की तरह हो चुका है। "वर मरे या कन्या" पंडित को अपना दक्षिणा चाहिये,बस ! जमुना दयाल स्टोर के परिवार में दिनेश ट्रेडिंग की गोदाम में जो आग आज सुबह लगी,उसे बुझाने के लिये घंटों अग्नि शमन वाले जूझते रहे। पड़ोसियों ने बहुत सहयोग किया,तब जाकर आग पर नियंत्रण पाया जा सका। एक गाय अंदर बंधी थी,जिसकी रस्सी काटकर उसे बचाया गया। दिनेश ट्रेडिंग के मालिक दिनेश कुमार कसौधन मुम्बई गये हुए हैं। अभी आग की राख ठंडी भी नहीं हुई कि जमुना दयाल परिवार की तरफ से आग लगने की आग लगने वाली घटना पर सफाई आने लगी। सफाई स्वरूप ये कहा जा रहा है कि बेसमेंट में बहुत अधिक सामान नहीं था,वो तो सिर्फ कूड़ा व कबाड़ ही बेसमेंट में रखा गया था।
बाबागंज की अनाधिकृत गोदाम पर आग बुझाता दमकल... |
इस झूठ बोलने की वजह सिर्फ ये है कि रिहायशी क्षेत्र में अवैध ढंग से संचालित गोदाम जिसमें लाखों का माल भरा था,जो जलकर खाक हो गया। जिसे बुझाने के लिये कई घंटे अग्नि शमन विभाग को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी,उसे व्यापारी परिवार क्यों नकार रहा है ? बेसमेंट के ब्यवसाय को पचाने में क्यों जुटा है ? पूरी घटनाक्रम को समझने-बूझने के बाद ये समझ में आ गया कि दिनेश ट्रेडिंग कम्पनी के मालिकान ऐसा झूठ क्यों बोल रहे हैं ? क्योंकि उस ब्यवसायी को पता है कि उसका जो नुकसान हुआ,वो तो वापस आयेगा नहीं ! यदि सिस्टम को वह सारी बात सच-सच बतायेगा तो उसे सिस्टम वाले चूसने में लग जायेंगे l फिर उसे सिस्टम वालों की कहर से निजात पाने हेतु अग्निकांड में हुए नुकसान से अधिक कष्ट सहना पड़ेगा l भ्रष्ट सिस्टम में उसे झड़ाने-फुकाने के लिए चढ़ावा अलग से चढ़ाना पड़ेगा l इसलिए दिनेश ट्रेडिंग कम्पनी का ये ब्यापारी झूठ बोल रहा है l उसकी बातों से लगने लगा कि वह अपना नुकसान बर्दाश्त कर ले यही उसके लिए सबसे अच्छा होगा l उसकी इस ब्यथा से ये उस पंडित की ब्यथा याद आ गई कि पंडित आपन लोटा पायेन,सोहारी से बाज आयेन ...! प्रतापगढ़ शहर क्षेत्र के अंदर दर्जनों बार बेसमेंट में आग लगने की घटना घटित हो चुकी,परंतु चंद दिनों बंद ही सिस्टम को पीड़ित पक्ष चढ़ावा चढ़ाकर दोषमुक्त हो जाता है।
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