Breaking News

Post Top Ad

Your Ad Spot

गुरुवार, 8 मार्च 2018

साथी की गोली ने निगल ली जिंदगी...

हर्ष फायरिंग पर नहीं लग पा रही है रोक,मजाक-मजाक में खत्म हो रही हैं,जिंदगियां...
 मृतक सुनील सोनी 
इंसान के जीवन में दुःख और सुख दोनों आते हैं। जब ब्यक्ति सुखमय जीवन में जीने लगता है तो वह दुःख के वो पल भूल जाता है जो वह पूर्व में बिताये रहता है कभी-कभी तो यही ख़ुशी ही मातम का कारण बन जाती है।इंसान को ये नहीं भूलना चाहिए कि ऐसा कोई कार्य उसके द्वारा न किया जाए जो ख़ुशी के माहौल को मातम बे तब्दील कर दे। अक्सर ख़ुशी वाले अवसर पर हर्ष फायरिंग करने की जैसे परिपाटी बन गई हो ! हर्ष फायरिंग में जान चली जाने की घटनाओं से सरकार ने हर्ष फायरिंग पर पूर्णतय: प्रतिबंधित लगा रखा है,फिर भी पुलिस की निष्क्रियता की वजह से हर्ष फायरिंग पर प्रतिबन्ध नहीं लग पा रहा है। अक्सर किसी न किसी दिन सहालग के दिनों में हर्ष फायरिंग से अनायास वेकसूर में जान चली जा रही है और इस पर न तो जिसके घर आयोजन होता है वो रोक लगा पा रहा है और न ही पुलिस सक्रियता दिखाकर उसे रोक पा रही है। ऐसा ही वाक्या बीती रात आसपुर देवसरा थाना अंतर्गत आमापुर बाजार में सुनील सोनी के साथ घटित हुआ। सुनील सोनी सर्राफा का बड़ा ब्यापारी था। बीती रात को एक शादी समारोह में डब्लू सोनी के साथ करौंदी कला बारात में गया था। जहाँ से आमपुर आकर जोगेन्द्र, अनुपम एवं आशीष हवा में फायरिंग करने लगे तो सुनील ने भी हवा में फायरिंग करने के लिए असलहा मांगा और असलहे की नाल पकड़ कर खींच ही रहा था कि मित्र के हाथों से गोली चल गई जिससे सुनील सोनी के हृदय को चीरते हुए गोली शरीर के पार निकल गयी। पप्पू सोनी जो सुनील सोनी का भाई है और पट्टी तहसील का एक प्रसिद्ध स्वर्णकार है। पिता के निधन के बाद पप्पू सोनी बहुत ही कम उम्र में आभूषण का व्यापार संभाला और अपने दोनों छोटे भाइयों अनिल सोनी और सुनील सोनी की परवरिश भी की। कुछ वर्ष पूर्व शराब की लत ने अनिल सोनी की जिंदगी छीन ली थी तो बीती रात को मजाक-मजाक में होने वाली हवाई फायरिंग ने सुनील सोनी के जीवन का दुखद अंत कर दिया मृतक सुनील सोनी की उम्र मुश्किल से 35 वर्ष थी। इस तरह पप्पू सोनी पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा और पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गयी। पप्पू सोनी की तहरीर पर आसपुर देवसरा पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी जोगेन्द्र, अनुपम एवं आशीष निवासी-आमापुर थाना-आसपुर देवसरा को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहाँ से उन सबको जेल भेज दिया गया।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Post Top Ad

Your Ad Spot

अधिक जानें