स्वास्थ्य महकमें के कर्मचारी जब अपने विभाग के ANM को नहीं छोड़ रहे तो आम आदमी का कैसे होता होगा CMO दफ्तर में कोई काम...???
नहीं थम रहा स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार... |
प्रतापगढ़ । उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में बाबू की तिकड़ी ने भारी भ्रष्टाचार फैला रखा है। एक ANM का एरियर पास कराने के लिए बाबुओं द्वारा 40,000/= चालिस हजार रूपए की मांग की जा रही है। पैसा ना देने पर लिपिकीय त्रुटि करके ANM और उनके परिवार को परेशान किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक रानीगंज तहसील के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गौरा में श्यामा तिवारी नाम की ANM बेसिक हेल्थ वर्कर पद पर पदस्थ हैं। श्यामा तिवारी मूलतः रानीगंज तहसील के बरहदा गांव की रहने वाली है। वर्ष 1999 से 2014 तक के एरियर की स्वीकृति कराने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गौरा के लिपिक दिनेश कुमार द्वारा दस्तावेज तैयार कर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय को भेजा गया।
मुख्य चिकित्साधिकारी प्रतापगढ़ के कार्यालय में तैनात लिपिक वीरेंद्र ने काफी दबाव बनाने के बाद ट्रेजरी कार्यालय दस्तावेज भेजा, किंतु वहां से अभिलेखों में त्रुटि होने के कारण आपत्ति लगकर दस्तावेज सीएमओ कार्यालय वापस आ गया। अब बाबू इस त्रुटि को दूर करने के लिए 40,000/= चालिस हजार रूपए की मांग कर रहे हैं। रुपया ना देने पर ANM का एरियर पास नहीं हो रहा है।ANM वर्तमान समय में गंभीर रोग से पीड़ित है और पीजीआई लखनऊ से उसका इलाज भी चल रहा है। फिर भी CMO दफ्तर से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गौरा के कर्मचारी उसके साथ न्याय नहीं कर रहे हैं। ANM श्यामा तिवारी के बेटे संदीप तिवारी ने इस संबंध में स्थानीय जनप्रतिनिधियों और उच्चाधिकारियों से भी संपर्क किया, किंतु उसे कहीं से न्याय नहीं मिल सका। अब ANM का पूरा परिवार परेशान है, उसे कोई राह नहीं सूझ रही है कि आखिर वह न्याय के लिए किसका दरवाजा खटखटाए...???
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