ओवर रेटिंग से होती है,जनपद प्रतापगढ़ से लाखो रुपये की अतिरिक्त आमदनी…
प्रतापगढ़ का जगलर आबकारी अधिकारी बच्चा लाल |
प्रतापगढ़ : उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ एक ऐसा जनपद है जो अखिलेश यादव की सरकार से लेकर योगी आदित्यनाथ की सरकार तक शराब तस्करी के मामले में सुर्खियों में बना हुआ है। हैरत की बात यह है कि करोड़ों की अवैध शराब पकड़े जाने के बाद भी यहां पदस्थ जिला आबकारी अधिकारी बच्चा लाल से किसी ने कोई सवाल नहीं किया कि शराब की तस्करी इतनी बड़े पैमाने पर कैसे हो रही है ? इतना ही नहीं शासन द्वारा जिला आबकारी अधिकारी बच्चा लाल के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की गई, कारण बताओ नोटिस जारी करके जवाब भी नहीं मांगा गया। इसी का परिणाम है कि हरियाणा से प्रतापगढ़ में भारी मात्रा में शराब की तस्करी की जा रही है और शराब माफिया मालामाल हो रहे हैं । जिला आबकारी अधिकारी बच्चा लाल को भी इस का मुनाफा मिल रहा है। पूछने पर वह सिर्फ एक ही लाइन का रटा रटाया जवाब देते हैं कि जांच चल रही है, टीम गठित कर दी गई है। इस बार शराब माफियाओ की कमर तोड़ने के लिए वर्षों पुराणी चली आ रही परम्परा को तोड़ने का कार्य योगी सरकार ने किया है l इस बार शराब की दुकानों का रिन्युअल न कर लाटरी पद्धति से शराब की दुकानों का आवंटन किया जाएगा l अब देखना है कि शराब माफियाओं द्वारा अपनी दुकाने बचाने के लिए कौन सा जुआड़ अख्तियार करते हैं ? शराब माफियाओं ने अभी से आबकारी विभाग की नई नीति का काट ढूढ़ने में रात-दिन एक किये हैं l जानकार बताते हैं कि शराब माफियाओं द्वारा अपने आदमियों के कागजात अभी से तैयार करा रहे हैं ताकि उन्हें लाटरी पद्धति से उनके नाम दुकान का आवंटन कराकर अपनी दुकान बचाने में सफल रहेंगे l हाँ,शराब माफियाओं के खर्च जरुर बढ़ जायेगा l चूँकि जिसके नाम दुकान का आवंटन होगा,उसे भी कुछ न कुछ धन महीने का जरूर देना होगा l सबसे बड़ा सवाल ये है कि प्रतापगढ़ जनपद में खपने वाली करोड़ो रूपये की नकली शराब और आबकारी विभाग की मिलीभगत से हरियाणा की शराब की तस्करी रुक पाती है अथवा निरंतर ऐसे ही चलती रहेगी l हैरत की बात है कि प्रतापगढ़ जिले में राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह और महेंद्र प्रताप सिंह जैसे कद्दावर नेता प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री व राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में कार्यभार संभाले हुए हैं फिर भी इस जिले में अवैध शराब का कारोबार फल फूल रहा है।
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