हरी तेरी माया कहीं धुप कहीं छाया...
आदर्श आचार संहिता की धज्जियां उड़ाता सत्ता पक्ष का उम्मीदवार... |
भाजपा कार्यालय के पास सत्ता पक्ष के नगरपालिका अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के पक्ष में उनका पम्पलेट और पोस्टर व बिल्ला आदि चुनाव की सामग्रियों को नगरपालिका के संविदा कर्मचारी उनकी गाड़ी में सवार होकर वार्ड वाइज उनका प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। संविदा ठेकेदार अंशु लाला खुद तो निवर्तमान नपाध्यक्ष हरि प्रताप सिंह के साथ सत्तापक्ष (भाजपा) उम्मीदवार प्रेमलता सिंह के प्रचार में जुटा है और संविदा कर्मचारियों को भी लगा रखा है,जो नियम विरुद्ध है। साथ ही आचार संहिता का उलंघन भी है। भाजपा प्रदेशध्यक्ष डॉ महेंद्र नाथ पाण्डेय जी के कार्यक्रम में सड़क पर जिस तरह अतिक्रमण कर कार्यक्रम का संचालन किया गया वो भी सत्ता पक्ष की ही हनक से सम्पन्न हुआ। मजा उस वक्त आई थी जब आयोजन के उपरान्त लंच पैकेट बांटने में भाजपाईयों और हरि के कार्यकर्ताओं में गुत्थम गुत्थ शुरू हुई तो जिला प्रशासन की तरफ से आचार संहिता का उलंघन न होने पाए इसके लिए वीडियोग्राफी कराई जा रही थी,उसने अपना कैमरे का मुंह घुमा लिया था। यही सिस्टम द्वारा सत्ता पक्ष के प्रति भेदभाव करने की हकीकत जिसे जनसामान्य अपनी कोरी आँखों से देखकर अपना भाव ब्यक्त किया कि जब सैंय्या भैन कोतवाल तो अब डर काहे का...??? जिस वाहन पर ये सवार हैं,उस पर लगभग 10 की संख्या में लोग बैठकर सत्ता पक्ष के उम्मीदवार का प्रचार किया जा रहा है,जबकि वाहन पास में नियमतः सिर्फ चालक समेत 5 लोग ही एक प्रचार गाड़ी में चल सकते हैं। सत्तापक्ष के उम्मीदवार होने की वजह से दर्जनो गाड़ियों से हरि प्रताप सिंह पूरा परिवार अलग-अलग वार्डो में प्रचार करते दिख रहे हैं। इतना कुछ होने के बाद भी नगर कोतवाल आदित्य सिंह को सत्ता पक्ष के उम्मीदवार के द्वारा आचार संहिता की धज्जियां उड़ाते कुछ भी नहीं दिखाई दे रहा है,जबकि कोतवाली नगर से महज 100 मीटर दूर का ये नजारा है,जिसे देख आम जनता सिस्टम पर सवाल खड़ा कर रही है और भेदभाव करने का आरोप भी लगा रही है। ऐसे में सिस्टम से निकाय चुनाव में निष्पक्षता बरते जाने की उम्मीद करना बेईमानी होगी...!!!
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