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सोमवार, 9 अक्तूबर 2017

योगी सरकार की भ्रष्ट नौकरशाही ने जनसुनवाई पोर्टल IGRS का किया,बुरा हाल

एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स भी जिले में हुआ शिथिल l सरकारी भूमि ग्रामसभा चकरोड को नहीं कराया जा रहा खाली l भ्रष्ट नौकरशाहों द्वारा रिश्वत लेकर सरकारी भूमि को खाली कराने के बजाय भूमाफियाओं से कराया जा है,कब्जा...!!!
सूबे की योगी सरकार की भ्रष्ट नौकरशाही का आलम ये है कि आम जन मानस की समस्या को त्वरित गति से निस्तारण कर उसे राहत देने के लिए बनाया गया जनसुनवाई पोर्टल IGRS की साख को डुबाने में लगे हुए हैं ।शिकायत जिसके विरुद्ध होती है। जांच भी उसी अधिकारी और कर्मचारी से कराई जाती है। जाहिर सी बात है कि यदि आरोपी ही जांच अधिकारी होगा तो जांच रिपोर्ट भी उसी के अनुसार लगेगी। अब जांच रिपोर्ट का आधार रिश्वत पर आधारित हो जाता है। आरोपी भी चांदी का जूता मारकर जांच अधिकारी से अपने मनमुताबिक लगवा लेता है। शिकायतकर्ता द्वारा की गई शिकायत को पढ़ा जाता है और न ही शिकायतकर्ता से एक बार भी पूछा कि शिकायत में कुछ और तो नहीं कहना है...???
जनसुनवाई पोर्टल पर दर्ज शिकायतों की आड़ में योगी सरकार के भ्रष्ट नौकरशाहो द्वारा की जारी है,वसूली
खैर पूछते भी कैसे ? जिसको शिकायत पढ़ने तक की फुर्शत नहीं वो पूछेगा शिकायतकर्ता से पूछेगा क्यों....?? सिर्फ फर्ज अदायगी कर जांच का कोरम पूरा करना ही जांच अधिकारी का मकसद होता है l ग्रामसभा चकरोड गाटा संख्या-790 व 791 ग्राम- नजियापुर,तहसील- रानीगंज,जनपद- प्रतापगढ़ पर विगत कई वर्षो से गाँव के कुछ लोगो द्वारा कब्ज़ा/निर्माण कर चकरोड के अस्तित्व को समाप्त कर दिया गया। सक्षम अधिकारियो के समक्ष उक्त अवैध कब्जे के बाबत पूर्व में गांव के ही चंचल दुबे व अजय पाण्डेय द्वारा शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया,किन्तु पूर्व लेखपाल ताहिर अली व वर्तमान लेखपाल अनिल सरोज द्वारा कोई कार्यवाही न करते हुए शिकायती प्रार्थना पत्र को फाड़कर कूड़े में फेक दिया गया...!!!
शिकायतकर्ता द्वारा योगी सरकार के गठन के बाद पुनः जिलाधिकारी, प्रतापगढ़ को उक्त अवैध कब्जे के बाबत शिकायती प्रार्थना पत्र देने व उक्त प्रार्थना पत्र पर कार्यवाही न होने की दशा में जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से दिनाँक 09/09/2017 को पुनः अवैध कब्जे के संदर्भ में शिकायत की,किन्तु शिकायतकर्ता की शिकायत की जाँच करना तो दूर शिकायतकर्ता के प्रार्थना पत्र को सक्षम अधिकारियो द्वारा पढ़ा तक नहीं गया l राजस्व विभाग के रिश्वतखोर अधिकारियों द्वारा दिनांक 11/09/17 को पहले से तैयार फेंक जांच रिपोर्ट को आधार बनाकर उसे बिना जाँच किये ही लाखो रुपये का चढ़ावा लेकर शिकायत का निस्तारण कर डाला गया और उसे ही जनसुनवाई पोर्टल पर पर फेंक आख्या स्कैन करके ऑन लाइन कर दिया गया l इसे देखकर सूबे की योगी सरकार के मंसूबे ...!!!
यह कोई आरोप नहीं बल्कि उन सक्षम अधिकारियों की रिश्वत आधारित रिपोर्ट कह रही है,जो उम्र के प्रभाव व नोटो के दबाव में सक्षम रहते हुए भी अक्षम हो चुके है l नोटो के दबाव में राजस्व विभाग और पुलिस विभाग के अधिकारियों का जमीर मर गया है l सरकार की खाऐगे और सरकार की ही बजायेंगे l शिकायत संख्या - 40017317005268 ग्रामसभा चकरोड गाटा संख्या- 790 व 791 ग्राम- नजियापुर के निस्तारण में हल्का लेखपाल अनिल सरोज व राजस्व निरीक्षक जसवंत सिंह द्वारा बिना जाँच व भौतिक सत्यापन किये लाखो रुपये घूस लेकर गाटा संख्या- 461 व 462 भूमिधरी भूमि स्थित ग्राम- नाजियापुर में लगाई गई रिपोर्ट के आधार पर शिकायत का निस्तारण फर्जी ढंग से बिना प्रार्थना पत्र पढ़े व बिना भौतिक सत्यापन किये ही कर दिया गया...!!!
आखिर करते भी क्यों न लाखो रुपये का माल जो हल्का लेखपाल अनिल सरोज व राजस्व निरीक्षक जसवंत सिंह सरकारी भूमि चकरोड पर कब्जे के बाबत डकार चुके थे। उसमें ऊपर के अधिकारी को हिस्सा न देना पड़े इसलिए उक्त संदिग्ध रिपोर्ट जो कि गाटा संख्या- 461 व 462 भूमिधरी के बाबत थी न कि ग्रामसभा चकरोड गाटा संख्या- 790 व 791 के बाबत थी l हल्का लेखपाल व राजस्व निरीक्षक ने साजिश के तहत अपनी आख्या को आगे प्रेषित न करते हुए उसी आख्या पर तहसीलदार रानीगंज की मोहर लगा स्वयं चिड़िया बैठाकर शिकायतकर्ता के प्रार्थना पत्र जो कि गाटा संख्या- 790 व 791 ग्रामसभा चकमार्ग के बाबत था, के जरिये उसे फुस्स कर दिया l शिकायत की जाँच उप जिलाधिकारी रानीगंज को संदर्भित होने के कारण हल्का लेखपाल अनिल सरोज, राजस्व निरीक्षक जसवंत सिंह व तहसीलदार रानीगंज द्वारा की गई...!!!

रिश्वत लेकर फेंक रिपोर्ट पर IGRS की शिकायत को कर दिया,निस्तारित ...
जन शिकायतों को भ्रष्ट नौकरशाहों ने बना लिया हैं,ब्लैंक चेक...

राजस्व विभाग के काबिल अधिकारियों ने गाय का बछड़ा भैंस को और भैंस का पड़वा गाय के पास लगा दूध दुह लिया...!!!
नौकरशाहों द्वारा रिश्वत लेकर सरकारी भूमि पर भूमाफियाओं से कराया जा है,कब्जा ...
जाँच/भौतिक सत्यापन रिपोर्ट उपजिलाधिकारी रानीगंज के समक्ष प्रस्तुत होकर उनके पटल से शिकायत का निस्तारण होना था,किन्तु उक्त प्रकरण में राजस्व कर्मचारियों द्वारा अपने ही विभाग के अधिकारियो को गुमराह कर उनकी कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया गया l शिकायतकर्ता का कहना है कि हल्का लेखपाल अनिल सरोज व राजस्व निरीक्षक जसवंत सिंह के खिलाफ उचित कार्यवाही करते हुए उनकी संम्पति की भी जाँच कराया जाना नितान्त आवश्यक है l शिकायतकर्ता ने मांग किया है कि उसके शिकायती प्रार्थना पत्र की जांच जिला स्तरीय अधिकारी अपर जिलाधिकारी वि./रा. अथवा मुख्य राजस्व अधिकारी,प्रतापगढ़ के नेतृत्व में राजस्व टीम गठित कर चकमार्ग गाटा संख्या- 790 व 791 ग्राम- नजियापुर, तहसील- रानीगंज का उक्त प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए ग्रामवासियो के हित में चकमार्ग को पुनः कब्जा मुक्त कराते हुए उस पर खडंजा अथवा इंटरलाकिंग बिछाकर उसका अस्तित्व में लाने की मांग की है...!!!

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