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मंगलवार, 10 अक्तूबर 2017

राहुल गांधी की ओछी मानसिकता

राहुल गांधी देश को बताए कि क्या सोनिया गांधी गुजरात और हिमांचल प्रदेश में कांग्रेस का चुनाव प्रचार जांघिया पहनकर करेंगी...??? 
 कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी 
राहुल गांधी ने आज (10 अक्टूबर को) गुजरात में भारतीय सभ्यता संस्कृति संस्कार पर अपनी अज्ञानता, मूर्खता,फूहड़ मानसिकता का घृणित हमला बोला है। राहुल ने आरएसएस पर महिलाओं की अनदेखी का आरोप लगाते हुए पूछा है कि क्या आरएसएस में किसी ने महिलाओं को शॉर्ट्स (जांघिया) पहने देखा है ? राहुल ने कहा, ‘’इनका (बीजेपी) मेन संगठन आरएसएस है। कितनी महिलाएं हैं,आरएसएस में ? कभी शाखा में महिलाओं को देखा है शॉर्ट्स (जांघिया) में ? मैंने तो नहीं देखा।’’अपनी इस बदतमीज़ बेहूदी गंदी सोच का इस्तेमाल राहुल गांधी ने यह सिद्ध करने के लिए किया कि आरएसएस महिला विरोधी,महिला सशक्तिकरण विरोधी संगठन है। राहुल की इस बदतमीज़ बेहूदी गंदी सोच के जवाब में मेरे दो सवाल।

पहला सवाल- आरएसएस तो एक NGO मात्र है। लेकिन कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है। अतः महिला समर्थक,महिला सशक्तिकरण समर्थक होने का उसका सामाजिक राजनीतिक कर्तव्य-दायित्व किसी भी NGO से कई हज़ार गुना अधिक होता है। इसलिए राहुल गांधी को बताना चाहिए कि जिस कसौटी के आधार पर राहुल गांधी ने आरएसएस को महिला विरोधी,महिला सशक्तिकरण विरोधी संगठन सिद्ध करने की कोशिश की है उसी कसौटी के आधार पर अपनी पार्टी कांग्रेस को महिला समर्थक,महिला सशक्तिकरण समर्थक सिद्ध करने के लिए राहुल गांधी को देश को यह बताना चाहिए कि नेहरू की अम्मा स्वरूप रानी से लेकर राजीव गांधी की बिटिया प्रियंका वाड्रा तक कांग्रेस की कौन कौन सी महिला नेता कांग्रेस पार्टी के सम्मेलनों अधिवेशनों कार्यक्रमों में शॉर्ट्स (जांघिया) पहनकर शामिल होती थीं...?

दूसरा सवाल- कांग्रेस पार्टी के महिला महिला समर्थक, महिला सशक्तिकरण समर्थक चरित्र चेहरे के प्रचार-प्रसार के लिए राहुल गांधी द्वारा आज तय की गई कसौटी के अनुरूप सोनिया गांधी समेत सभी महिला कांग्रेसी नेता गुजरात और हिमांचल प्रदेश में कांग्रेस का चुनाव प्रचार क्या शॉर्ट्स (जांघिया) पहनकर करेंगी...??? 
आज भारत राहुल गांधी से इन सवालों के जवाब चाहता है, क्योंकि राहुल गांधी द्वारा भारतीय सभ्यता संस्कृति संस्कार के साथ बदतमीज़ी बेहूदगी की सारी हदें बदहवासी के साथ पार करने का क्रम बेहद खतरनाक होता जा रहा है।

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