मुरली मनोहर जोशी को आमंत्रण नहीं, लाल कृष्ण आडवाणी भी रहे अलग...!!!
इलाहाबाद में बीजेपी की दो दिवसीय बैठक में एक बार फिर सीनियर नेताओं की अनदेखी देखने को मिली, Murli Manohar Joshi को आमंत्रण ही नहीं मिला तो आडवाणी भी सिर्फ औपचारिकता निभाने के लिए बैठक में दिखे....!!!
शाह और मोदी की अगुवाई में जब बीजेपी के दिग्गज नेता यूपी चुनाव की रणनीति तय करने में लगे थे, उसी वक्त एक और समानांतर मंथन मार्गदर्शक मंडल में भी चल रहा था. बीजेपी के लौहपुरुष कहे जाने वाले लालकृष्ण आडवाणी और पूर्व अध्यक्ष Murli Manohar Joshi ने काफी देर तक अकेले में मंथन किया, लेकिन खास बात ये है कि दोनों ही नेताओं ने अजेंडा बैठक से दूरी बना कर रखी.बीजेपी के नेताओं की बैठक इलाहाबाद में सुबह 10 बजे से होटल कान्हा श्याम में शुरू हुई थी. इलाहाबाद के पूर्व एमपी Murli Manohar Joshi शनिवार से ही इलाहाबाद में थे, लेकिन बैठक में हिस्सा लेने नहीं पहुंचे. Murli Manohar Joshi को एक वक्त में बीजेपी के तीन मजबूत स्तंभों में से एक माना जाता था. अटल, आडवाणी के बाद जोशी का ही नंबर आता था लेकिन इन दिनों वो अपनी ही पार्टी में हाशिये पर आ गए हैं.
इलाहाबाद में बीजेपी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग से जोशी एकदम गायब नजर आए. जानकारी के मुताबिक पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष को कार्यकारिणी की बैठक में बुलाया ही नहीं गया. इसके आलावा शहर में लगे पोस्टरों में भी जोशी गायब नजर आए. सूत्रों का कहना है कि इस मीटिंग को लेकर बीजेपी का जो रवैया है उसे वो बिल्कुल पसंद नहीं कर रहे.होर्डिंग्स और बैनरों में जिस तरह से उनकी उपेक्षा हुई है, उससे Murli Manohar Joshi और समर्थक दोनों में नाराजगी है. दोपहर में लालकृष्ण आडवाणी भी इलाहाबाद पहुंच गए थे. होटल लेजंड में जोशी और आडवाणी ने काफी देर तक बातचीत भी की, लेकिन पास में ही हो रही बैठक में वो नहीं गए जबकि राजनाथ सिंह, जेटली और पीएम मोदी, इलाहाबाद पहुंचते ही सीधे बैठक में पहुंचे.
Ut wisi enim ad minim veniam, quis nostrud exerci tation ullamcorper suscipit lobortis nisl ut aliquip ex ea commodo consequat. Duis autem vel eum iriure dolor in hendrerit in vulputate velit esse molestie consequat.
एक खोज़ी पत्रकार की सत्य खबरें जिन्हे पूरा पढ़े बिना आप रह ही नहीं सकते हैं। इस वेबसाइट से जुड़ने के लिए आपका सहृदय धन्यवाद। "खोज़ी पत्रकारिता" पर आधारित "खुलासा इंडिया" न्यूज पोर्टल से आप अवश्य जुड़े। वहां सम्पूर्ण ख़बरों की सबसे बेहतरीन प्रस्तुति आप सभी को देखने को मिलेगी। क्षेत्र की वे खबरें जो प्रभावशाली लोगों द्वारा दबा दी जाती हैं अथवा मीडिया को मैनेज कर सत्य का गला घोटने का प्रयास किया जाता है, उन ख़बरों को खुलसा इंडिया अधिक तवज्जों देकर उसे प्रकाशित कर पत्रकारिता को जीवित रखने के प्रति संकल्पित है। #पत्रकार, #RTI कार्यकर्ता
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें